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वरिष्ठजन कल्याण हेतु सावधानीयां

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*कभी पेशाब रुक जाए तो क्या करें*            *वृद्धावस्था महिला पुरुष के लिए बहुत ही महत्त्व पूर्ण पोस्ट है।* *यह एक प्रसिद्ध एलोपैथी चिकित्सक 70 वर्षीय ईएनटी विशेषज्ञ का अनुभव है।*   आइए सुनते हैं अनुठा अनुभव..                  एक सुबह वे अचानक उठे।  उन्हें मुत्रत्याग करने की जरूरत थी, लेकिन वे कर नहीं सके (कुछ लोगों को बाद की उम्र में कभी-कभी यह समस्या होती है)। उन्होंने बार-बार कोशिश की, लेकिन लगातार कोशिश नाकाम रही। तब उन्होंने महसूस किया कि एक समस्या खड़ी हो गयी है। एक डॉक्टर होने के नाते, वे ऐसी शारीरिक समस्याओं से अछूते नहीं थे; उनका निचला पेट भारी हो गया। बैठना या खड़े़ रहना दुस्वार होने लगा, तल-पेट में दबाव बढ़ने लगा । तब उन्होंने एक जाने-माने यूरोलॉजिस्ट को फोन पर बुलाया और स्थिति के बारे में बताया।  मूत्र-रोग विशेषज्ञ ने उत्तर दिया: "मैं इस समय एक बाहरी क्षेत्र के अस्पताल में हूँ, और आपके क्षेत्र के क्लिनिक में दो घंटे में पहुँच पाऊँगा। क्या आप इतने लंबे समय तक इसका सामना कर सकते हैं?" उन्होंने उत्तर दिया: "मैं कोशिश करूँगा।" उसी समय, उन्हें बचपन की एक अन्

ऊँची कॉलर करके बतादो, कि लगातार तीसरीबार बनी है मोदीजी की सरकार - अरविन्द सिसोदिया

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ऊँची कॉलर करके तीसरीवार फैल रही कांग्रेस को बतादो, कि लगातार तीसरीबार बनी है मोदीजी की सरकार - अरविन्द सिसोदिया  भाजपा मीडिया विभाग के संभागीय संयोजक ने कहा कि " प्रधानमंत्री मोदीजी के नेतृत्व में लगातार तीसरीवार केंद्र सरकार बनना कोई सामान्य घटना नहीं है, बल्कि एक ऐतिहासिक महान उपलब्धि है जो प्रथम प्रधानमंत्री नेहरूजी के बाद अब जाकर अब प्रधानमंत्री मोदीजी के नेतृत्व में दोहराई गई है। सिसोदिया नें कहा " नेहरूजी के समय कोई विपक्ष नहीं था, झूठ, प्रलोभन और भ्रम नहीं था किन्तु मोदीजी नें एक जुट हुए विपक्ष, प्रलोभनों से वोट ठगी, विदेशी षणयंन्त्रों और झूठ की महानौटंकी की चुनौतीयों को पार करके लगातार तीसरीबार सरकार बनाई है, जो पूरे विश्व के लोकतान्त्रिक देशों में वर्तमान समय में मिसाल है। उन्होंने कहा भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता को, राष्ट्रवादी और देश का शुभ विचारने वाले प्रत्येक नागरिक को, मोदीजी के नेतृत्व में लगातार तीसरीवार सरकार बनने पर गौरवपूर्ण उत्साह भरा हुआ है। संभाग मीडिया संयोजक अरविन्द सिसोदिया नें कहा कि भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस के झूठे नेरेटिवों को, सच

संसद में कांग्रेस की शैतानी हरकतों से देश शर्मिंदा - अरविन्द सिसोदिया Channi, Gandhi, Bittu,

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संसद में कांग्रेस की शैतानी हरकतों से देश शर्मिंदा है, संविधान और लोकतंत्र की हत्या हो रही है - अरविन्द सिसोदिया देश की संसद में और विशेषकर लोकसभा में सदन की कार्यवाही तमाशा बन गई है। प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा दिये गये अभिभाषण के जबाव में पूरे संम्बोधन के दौरान गैर जरूरी हुल्लडबाजी नें प्रमाणित कर दिया कि राहुल गांधी के नेतृत्व में सदन को शैतानी तौर तरीके से बंधक बनाया जा रहा है। इससे मुक्ति के लिये देश के सम्मान के लिये और इस अपमान जनक स्थिती से छुटकारा पानें के लिये कठोर कदम उठानें होंगे। क्यों कि संसद में कांग्रेस की शैतानी हरकतों से देश शर्मिंदा है, संविधान और लोकतंत्र की हत्या हो रही है । -------------- 25 -7- 2024  पहले भिंडरावाले को खड़ा किया, अब अमृतपाल सिंह का समर्थन; लोकसभा में चन्नी के बयान पर भड़की भाजपा चन्नी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि अमृतपाल से जुड़ा मामला न्यायालय में विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि यह मामला न्यायालय में है। उन पर गंभीर आरोप हैं। पंजाब के कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने अमृतपाल सिंह को लेकर गुरुवार को ल

राष्ट्र के लिए दिये गए बलिदान अमर होते हैं - पीएम मोदी Kargil Vijay Diwas

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  कारगिल विजय हमारे ‘सत्य, संयम और सामर्थ्य’ का अद्भुत परिचय है - लद्दाख में पीएम मोदी July 26, 2024  Quote  सामरिक शिंकुन ला सुरंग परियोजना के पहले विस्फोट के गवाह बने Quote "करगिल विजय दिवस हमें याद दिलाता है कि देश के लिए दिया गया बलिदान अमर होता है" Quote"कारगिल में हमने न केवल युद्ध जीता, बल्कि सत्य, संयम और शक्ति का अविश्वसनीय उदाहरण भी प्रस्तुत किया" Quote"आज जम्मू-कश्मीर नए भविष्य, बड़े सपनों की बात कर रहा है" Quote"शिंकुन ला सुरंग लद्दाख के विकास और बेहतर भविष्य के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलेगी" Quote"पिछले 5 वर्षों में लद्दाख का बजट 1100 करोड़ से बढ़कर 6000 करोड़ हो गया है" Quote"अग्निपथ योजना का उद्देश्य सेनाओं को युवा और युद्ध के लिए हमेशा तैयार रखना है" Quote"सच तो यह है कि अग्निपथ योजना से देश की ताकत बढ़ेगी और देश को योग्य युवा भी मिलेंगे" Quote“करगिल की जीत किसी सरकार या किसी पार्टी की जीत नहीं थी, यह जीत देश की है'' भारत माता की जय !!! भारत माता की जय !!! आवाज पहाड़ी के उस पा

कांग्रेस की हालत वैसी ही " बेगानी शादी में अब्दुल्ला ( राहुल.... ) दीवाना" - मुकेश दाधीच

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67 साल बाद तीसरीबार नरेन्द्र मोदी का लगातार तीसरीबार प्रधानमंत्री बनना ऐतिहासिक - मुकेश दाधीच  कांग्रेस की हालत वैसी ही बेगानी शादी में अब्दुल्ला ( राहुल ) दीवाना - मुकेश दाधीच भाजपा कार्यकर्ता आमजन तक सरकार की योजनाओं को पहुंचाये भाजपा कोटा शहर वृहद् जिला कार्यसमिति हुई सम्पन्न  कोटा 24 जुलाई। प्रदेश उपाध्यक्ष एवं कोटा संभाग प्रभारी मुकेश दाधीच के मुख्य आतिथ्य, प्रदेश मंत्री व कोटा संभाग सहप्रभारी भुपेंद्र सैनी के विशिष्ट अतिथि एवं जिलाध्यक्ष राकेश जैन की अध्यक्षता में भाजपा कोटा शहर जिला की वृहद् जिला कार्यसमिति बैठक बुधवार को शिव ज्योति सीनियर सेकेंडरी स्कूल श्रीनाथपुरम में सम्पन्न हुई। भारतीय जनता पार्टी राजस्थान के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं कोटा संभाग प्रभारी मुकेश दाधीच नें कहा कांग्रेस लगातार तीसरी बार दहाई के अंक में सुकड़ी हुईं है, वह लगातार तीसरीबार हार कर 99 वे के फेर में फंसी हुईं है। कांग्रेस इस तरह उछल रही है जैसे बेगानी शादी में अब्दुल्ला ( राहुल...) दीवाना.।   वहीं भाजपा नें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरीबार केंद्र सरकार बनाई और प्रधानमंत्री पद को पाया

भारत तिब्बत सहयोग मंच की राष्ट्रीय परिषद 3 व 4 अगस्त को हरियाणा में BTSM

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बीटीएसएम की राष्ट्रीय परिषद हरियाणा में  भारत तिब्बत सहयोग मंच की राष्ट्रीय परिषद 3 व 4 अगस्त को हरियाणा में  कोटा 24 जुलाई। भारत तिब्बत सहयोग मंच की प्रांतीय बैठक बुधवार अपराह्न में गोमती विला रंगबाड़ीरोड स्थित पर संपन्न हुई। मंच के चित्तौड़ प्रांत अध्यक्ष अरविंद कौशल ने बताया कि भारत तिब्बत सहयोग मंच की राष्ट्रीय परिषद  की दो दिवसीय बैठक 3 और 4 जुलाई को हरियाणा के सोनीपत जिले के समालखा में आयोजित होगी।  उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय परिषद को मंच के मुख्य मार्गदर्शक एवं वरिष्ठ संघ प्रचारक इंद्रेश कुमार का मुख्यमार्ग दर्शन प्राप्त होगा ,  वहीं राष्ट्रीय संरक्षक कुलदीप सिंह अग्निहोत्री, राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष हरजीत सिंह ग्रेवाल एवं राष्ट्रीय महामंत्री पंकज गोयल के मार्गदर्शन भी प्राप्त होगा । कौशल नें बताया कि राष्ट्रीय परिषद में राष्ट्रीय, क्षेत्रीय, प्रांतीय एवं जिला कार्यसमिति के सूचिबद्ध कार्यकर्ता आमंत्रित हैँ। चित्तौड़ प्रान्त के विभिन्न जिलों से दो दर्जन सूचिबद्ध कार्यकर्ता राष्ट्रीय परिषद में सम्मिलित होंगे। कौशल नें बताया कि मंच के कार्यकर्ता प्रतिवर्ष नबंवर माह में अरुणाचल प

हुनर और रोजगार को बढ़ाने वाला युवा वर्ग को समर्पित बजट - अरविन्द सिसोदिया

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हुनर और रोजगार को बढ़ाने वाला युवा वर्ग को समर्पित बजट - अरविन्द सिसोदिया  कोटा 23 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी के मीडिया विभाग कोटा के संभागीय संयोजक अरविंद सिसोदिया ने बजट प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि " भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विजन " सबका साथ - सबका विकास" को समर्पित बजट स्वागत योग्य है। इस बजट में सभी नागरिक वर्गो का हितचिंतन किया गया है। यह बजट विशेष रूप से नौजवानों में स्किल डेवलपमेंट करने, उन्हें रोजगार परक बनाने और उनमें रोजगार करने की क्षमता भरने वाला है। इसलिए यह बजट युवा वर्ग को समर्पित बजट कहा जाना ज्यादा सार्थक होगा।"  सिसोदिया नें कहा कि " इस बजट में जहां आधारभूत क्षमताओं को विकसित करने के लिये पर्याप्त प्रावधान हैँ वहीं देश को विश्व की बड़ी आर्थिकशक्ति बनाने के लिये उत्पादन परकता पर काफी जोर दिया गया है। जिसका लाभ समाज में आयपरक रोजगारों में वृद्धि के रुप में मिलेगा।"  उन्होंने कहा कि " कोराना महामारी के बाद पूरा विश्व जहाँ आर्थिकरूप से टूटा है और अभी भी संघर्ष कर रहा है, वहीं भारत इससे ऊबर कर पूरी क्षमता से आगे

संकल्प अपना "कैलाश मानसरोवर चीन से मुक्त करवाना है kelash mansarovar mukti btsm

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कैलाश मानसरोवर मुक्ती संकल्प अभियान  संकल्प अपना "कैलाश मानसरोवर चीन से मुक्त करवाना है "   कोटा 22 जुलाई। भारत तिब्बत सहयोग मंच चित्तौड़ प्रान्त के तत्वाधान में श्रावण मास के प्रथम सोमवार के अवसर पर श्रीराम संकटमोचन हनुमान मंदिर परिसर, श्रीराम सर्किल, महावीर नगर विस्तार योजना, कोटा स्थिति भगवान शंकर की प्रतिमा के समक्ष अपराह्न में आदिदेव भगवान शंकर के निवास कैलाश मानसरोवर को चीन से मुक्त करने का संकल्प दिलाया गया। मंच के प्रांतीय प्रचार प्रमुख अरविन्द सिसोदिया नें मुख्य वक्ता के रुपमें कहा " अनादिकाल से कैलाश मानसरोवर भारत का अभिन्न अंग रहा है किन्तु आजादी के समय तत्कालीन सरकार की गलती व उपेक्षा से सनातन धर्म का सर्वोच्च धर्म स्थल कैलाश चीन के कब्जे में चला गया, जिसे चीन से मुक्त करवाना प्रत्येक सनातन भारतवंशी का कर्तव्य है। "  उन्होंने कहा " कैलाश मानसरोवर हमारा है और उसे वापस लेना है इस तथ्य को निरंतर जाग्रत रखना है ताकि उपयुक्त अवसर आनें पर इसे वापस भारत हांसिल कर सके। उन्होंने बताया कि इसीलिए भारत तिब्बत सहयोग मंच मुख्य मार्गदर्शक माननीय इन्द्

गुरू पूर्णिमा - गुरु से बड़ा संसार में कोई तत्व नहीं है Guru Purima

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  - अरविन्द सीसोदिया            आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरू पूर्णिमा कहते हैं। यह  पूर्णिमा गुरु पूजन का पर्व है। वर्ष की अन्य सभी पूर्णिमाओं में इस पूर्णिमा का महत्व सबसे अधिक है। भारतीय संस्कृति में ‘आचार्य देवो भव’ कहकर गुरु को शिष्य द्वारा असीम आदर एवं श्रद्धा का पात्र माना गया है। शास्त्रों में कहा गया है कि मनुष्य के तीन प्रत्यक्ष देव हैं - 1. माता 2. पिता 3. गुरु । इन्हें ब्रह्मण, विष्णु, महेश की उपाधि दी गई है। मां जन्म देती है, जीवन की रचयिता है इसीलिए ब्रह्म हैं। पिता जीवन के पालनकर्ता हैं, इसीलिए विष्णु का रूप माने जाते हैं। गुरु माया, मोह और अंधकार का  नाश करता है.इसलिए वे महेश के रूप में माने जाते हैं .       गुरु पूर्णिमा का दिवस केवल गुरु पूजा का दिवस नहीं है, बल्कि यह दिवस प्रत्येक शिष्य के अपने-अपने गुरुजनों के प्रति श्रद्धा की अभिव्यक्ति का दिवस है। प्राचीन ऋषियों ने हमारे जीवन को चार भागों में बांटा था - ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ और संन्यास। प्राचीन समय में विद्यार्थी गुरुकुलों में जाकर विद्याध्ययन किया करते थे। उन्हें तपोमय जीवन व्यतीत करने और संयम तथा च

ईश्वरीय वैभव जगाने का पर्व : गुरुपूर्णिमा Guru Purnima

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   अपना ईश्वरीय वैभव जगाने का पर्व : गुरुपूर्णिमा (पूज्यश्री की दिव्य अमृतवाणी) गुरुपूर्णिमा का दूसरा नाम है व्यासपूर्णिमा । वेद के गूढ रहस्यों का विभाग करनेवाले कृष्णद्वैपायन की याद में यह गुरुपूर्णिमा महोत्सव मनाया जाता है । भगवान वेदव्यास ने बहुत कुछ दिया मानव-जाति को । विश्व में जो भी ग्रंथ हैं, जो भी मत, मजहब, पंथ हैं उनमें अगर कोई ऊँची बात है, बडी बात है तो व्यासजी का ही प्रसाद है । व्यासोच्छिष्टं जगत्सर्वम् । एक लाख श्लोकों का ग्रंथ ‘महाभारत' रचा उन महापुरुष ने और यह दावा किया कि जो महाभारत में है वही और जगह है व जो महाभारत में नहीं है वह दूसरे ग्रंथों में नहीं है : यन्न भारते तन्न भारते । चुनौती दे दी और आज तक उनकी चुनौती को कोई स्वीकार नहीं कर सका । ऐसे व्यासजी, इतने दिव्य दृष्टिसम्पन्न थे कि पद-पद पर पांडवों को बताते कि अब ऐसा होगा और कौरवों को भी बताते कि तुम ऐसा न करो । व्यासजी का दिव्य ज्ञान और आभा देखकर उनके द्वारा ध्यानावस्था में बोले गये ‘महाभारत' के श्लोकों का लेखनकार्य करने के लिए गणपतिजी राजी हो गये । कैसे दिव्य आर्षद्रष्टा पुरुष थे ! ऐसे वेदव्य