ड्रग और शराब माफ़ियाई अब महात्मा गांधी के ओट पर उतरी - अरविन्द सिसोदिया
ड्रग और शराब माफ़ियाई अब महात्मा गांधी के ओट पर उतरी - अरविन्द सिसोदिया
पूरा देश जानता है कि नशे के धंधे में अपार धन दौलत है । इस काम में माफियागिरी और तस्करी का गठजोड़ रहता है और अपराधी तत्व जमीनी स्तर पर इसका संचालन करते हैं ।
आप पार्टी की नई शराब नीति जग जाहिर हो चुकी है । मोटा पैसा बनाने के चक्कर में , न केवल गली गली शराब की दुकानें खोली गई बल्कि , लोगों को शराब आसानी उपलब्ध हो और वे अधिक शराब का उपयोग कर, शराब ठेकेदार को अधिकतम फायदा पहुचाएं , यह सब उजागर और प्रमाणित रूप में सामनें आ गया ।
अपराध किया तो जांच भी होगी, पूछताछ भी होगी । बयान भी लिये जाएंगे और जरूरत हुई तो जेल भी जाना पड़ेगा । यह एक तय प्रक्रिया है ।
भ्रष्टाचार हो या अन्य कोई अपराध , सभी अपने आपको निर्दोष ही बताते हैं । मगर निर्दोष तो न्यायालय ही घोषित करेगा ।
आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया, दिल्ली के स्कूल , दिल्ली की शिक्षानीति का ढिढोरा पीटते फिर रहे हैं । यदि शराब नीति में पाक साफ हैं तो शराब नीति का ढिंढोरा क्यों नहीं पीटते ?
शराब नीति पर पूरी तरह आप पार्टी का , चुप रहना, फस्टापेज विज्ञापन नहीं देना ही यह दर्शाता है कि भ्रष्टाचार तो हुआ है और वह भ्रष्टाचार जन विरोधी भी है । इसीलिए दूसरी बातें की जा रहीं हैं । मगर असली उत्तरों से बचा जा रहा है ।
CBI नें पूछताछ के लिए, सिसोदिया को बुलाया तो उसका राजनैतिक फायदा उठानें की नोटँकी शिरू हो गई । महात्मा गांधी की ओट लेनेँ पहुँच गये । इससे न तो अपराध कम होता है, न ही अनैतिकता कम होती है । बल्कि महात्मा गांधी के राजघाट पहुचना यह दर्शाता है कि कमजोर कड़ी है, जिससे बचानें गांधी जी का सहारा लिया जा रहा है ।
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