गुलाबचंद कटारिया, बनें असम के राज्यपाल Gulab Chand Kataria
Gulab Chand Kataria
आठ बार विधायक भी रह चुके हैं, गुलाबचंद कटारिया, बनें असम के राज्यपाल,
उदयपुर को पांच राज्यपाल देनें का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
Gulab Chand Kataria
स्वतंत्रता संग्राम का आंदोलन जब अंग्रेजों की जी हजूरी में लिप्त था, तब भारतमता की आजादी और उसे परम वैभव के सिंहासन आरुड़ करने के स्पष्ट लक्ष्य के साथ, तत्कालीन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ड़ा केशव बलिराम हेडगेवार नें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की और भारत की नई पीढ़ी में विशेष कार्य खड़ा किया।
गुलाबचंद कटारिया इसी संगठन के स्वयंसेवक हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि वे प्रखर राष्ट्रवाद पर बोलने वाले सर्वश्रेष्ठ वक्ता हैं। जब वे बोलते हैं तो स्वयं सरस्वती उनके मुख से बोलती हैं। वे लगातार भावविभोर हो कर लंबा बोलने कि क्षमता रखते हैं।
कटारिया बेहद ईमानदार हैं, मानवतावादी हैं. सच बोलते हैं। इसकी क़ीमत भी उन्होंने अनेकों बार चुकाई मगर वे अपने सिद्धांतों से नहीं डिगे।
---------
राजस्थान विधानसभा में भाजपा के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को महामहिम राष्ट्रपति श्रेमती द्रोपदी मुर्मू नें असम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
नेता प्रतिपक्ष एवं केबिनेट मंत्री सहित आठ बार विधायक रहे कटारिया राजस्थान में भाजपा के सबसे वरिष्ठ जमीनी नेता हैं।
कटारिया भाजपा के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री, प्रदेश मंत्री रहे, उन्हें सबसे पहले 1977 में उन्हें जनता युवा मोर्चा का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया था।
गुलाबचंद कटारिया संघ के स्वयंसेवक हैं, वे पहले एक प्राइवेट स्कूल में अध्यापक थे। फिर संघ में काम करते करते राष्ट्रवाद की विचारधारा, चिंतन, मनन और अध्ययन में रम गये. संघ विचारधारा के जनसंघ और बाद में भाजपा में बड़े नेता बन कर उभरे।
कटारिया लोकसभा में भी उदयपुर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है. राजस्थान में गृहमंत्री, शिक्षा, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज, आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विभागों की कमान संभाल चुके हैं. बेहद सरल स्वभाव वाले जमीन से जुड़े नेता माने जाते हैं गुलाबचंद कटारिया.
कटारिया नें जनजाति क्षेत्र में भाजपा को खड़ा किया -
गुलाबचंद कटारिया घनघोर परिश्रम करने वाले कार्यकर्ताओं में से एक हैं, दक्षिणी राजस्थान जिसे बागड़ भी कहा जाता है, इसमें उन्होंने भाजपा को जमाने का, खड़ा करने का बहुत काम किया।
गृह जिला उदयपुर के साथ-साथ कटारिया बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद जैसे जिलों में भी अपना प्रभाव रखते हैं. यहां की लगभग 25 सीटों को गुलाबचंद कटारिया सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं. 2018 में मात खाने के बाद भी कटारिया की प्रभाव वाली 28 सीटों में से कटारिया ने 15 सीटों पर जीत दिलानें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
राजस्थान के उदयपुर से ही भाजपा के जनसंघकालिक नेता सुंदरसिंह भंडारी भी राज्यपाल रहे हैं। इसके अतिरिक्त स्वतंत्रता सेनानी सादिक अली, कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया, रा प्रमुख रहे अरविन्द दवे भी राज्यपाल रहे हैं।
इस तरह से उदयपुर को पांच राज्यपाल देनें का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
---------
गुलाब चन्द कटारिया
राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष
खास जानकारी -
गुलाब चन्द कटारिया भारतीय जनता पार्टी से एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वे राजस्थान सरकार के पूर्व गृह मंत्री हैं।
वे राजस्थान में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं और पार्टी की केन्द्रीय कार्य समिति के सदस्य हैं।
वे उदयपुर के निवासी हैं और वहाँ से 9वीं लोक सभा के सदस्य रह चुके हैं।
जन्म की तारीख और समय:
13 अक्तूबर 1944 (आयु 79 वर्ष), उदयपुर
राजनैतिक दल: भारतीय जनता पार्टी
काम काल: राजस्थान विधान सभा के सदस्य
प्रारंभ 2004
पिछले कार्यकाल: राजस्थान विधान सभा के सदस्य (1993–2003), ज़्यादा
- शिक्षा: मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय
- जीवन संगी: श्रीमती अनिता कटारिया
- कटारिया के पांच बेटियां हैं.
- निवास: 141 माछला मार्ग, हिरणमगरी, सेक्टर-11, उदयपुर, राजस्थान।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें