कलयुग का प्रभाव kalyug ka prbhav

कलयुग के प्रभावों को लेकर एक पोस्ट सोशल मीडिया पर मुझे मिली, अच्छी भी लगी, सोचा इसे सभी को साझा करना चाहिए.....।

सबसे बड़ी बात तो यह हुई कि विशेषकर पुत्र संतान अपने माँ बाप को जल्दी मरने की प्रार्थना ईश्वर से करने लगे।

*✍🏼कलयुग के लक्षण 🕉️*

1= कुटुम्ब कम हुआ
2=सम्बंध कम हुए
3= नींद कम हुई
4= *बाल कम हुए*
5=प्रेम कम हुआ
6=कपड़े कम हुए
7=सरम कम हुई
8=लाज लज्जा कम हुई
9=मर्यादा कम हुई
10=बच्चे कम हुए
11=घर में खाना कम हुआ
12=पुस्तक वाचन कम हुआ
13=भाई भाई प्रेम कम हुआ
15=चलना कम हुआ
16=खुराक कम हुआ
17=घी, मखन कम हुआ
18=तांबे, पीतल के बर्तन    कम हुए
19=सुख चैन कम हुआ
20=मेहमान कम हुए
21=सत्य कम हुआ
22=सभ्यता कम हुई
23=मन मिलाप कम हुआ
24=समर्पण कम हुआ
🙏🏼 🌹 🙏🏼

1= *परिवार से ज्यादा ससुराल अच्छा लगने लगा*
2=बहन से अच्छी साली लगने लगी
3=भाई से ज्यादा साले अच्छे लगने लगे
4=मां से अच्छी सास लगने लगी
5=मोज सोख के लिए समय मिलने लगा
6=होटल का खाना अच्छा लगने लगा
7=फिल्मे, घूमने, का समय है मिलमिलाप का समय नहीं
8=बीमारियां बड़ी
9=टेंशन बड़ा
10= पैसे है पर शारीरिक सुख नहीं
11=बडापन बड़ा
12=दिखावा बड़ा
13=भद्दापन बड़ा
14=वृद्धा आश्रम बड़े
15=जूठ बड़ा
16=पाप बड़ा
17=हल्का पन बड़ा
18=झगड़े बड़े
19=नंगा पन बड़ा
20=राग, द्वेष बड़ा
21=ईर्ष्या बड़ी
22= छोटा पन बड़ा
23= छोटी सोच बड़ी
24= लालच बड़ा

*🙏🏼 आज की वास्तविकता 🙏🏼
ओम शांति*

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

‘फ्रीडम टु पब्लिश’ : सत्य पथ के बलिदानी महाशय राजपाल

‘‘भूरेटिया नी मानू रे’’: अंग्रेजों तुम्हारी नहीं मानूंगा - गोविन्द गुरू

कांग्रेस के पास एक भी बड़ा काम गिनाने को नहीं है - अरविन्द सिसोदिया

माँ बाण माता : सिसोदिया वंश की कुलदेवी

“Truth is one — whether witnessed in a laboratory or realized in the depths of meditation.” – Arvind Sisodia

सत्य एक ही है,वह चाहे प्रयोगशाला में देखा जाए या ध्यान में अनुभव किया जाए - अरविन्द सिसोदिया Truth is one

कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान

हम विजय की ओर बढ़ते जा रहे....