कांग्रेस महाअधिवेशन : राहुल;अल्पसंख्यकवाद और फूट डालो राज करो, ही फस्ट थीम 2024 congress-cwc-meeting

 कांग्रेस महाअधिवेशन : राहुल;अल्पसंख्यकवाद और फूट डालो राज करो, ही फस्ट थीम


Congress General Conference, Rahul and minorityism will be the first theme 2024


कांग्रेस अपनी लोकसभा आम चुनाव 2024 की तैयारी के दूसरे चरण में 85 वें महाअधिवेशन नवा रायपुर के द्वारा अपनी तैयारीयों को पुख्ता कर रही है। इससे पहले कांग्रेस का 2024 चुनाव तैयारी हेतु भारत जोडा यात्रा का कार्यक्रम पूर्ण हो ही चुका है।

महाअधिवेशन में श्रीमती सोनिया गांधी ने करीब करीब 9 मिनिट के संबोधन और अन्य सम्बोधनों का जो तथ्य निकल कर आता है, वह यही है कि कांग्रेस मुख्यरूप से अल्पसंख्यकबाद को ही सामनें रखेगी और राहुल गांधी ही उनके चेहरे होंगे। कांग्रेस की ओर से फूट डालो राज करो की नीति पर ही समाज में फूट डालने वाली जाती जनगणना का समर्थन किया गया है।

कांग्रेस ने मूल रूप से मोदीजी एवं भाजपा के खिलाफ लडनें का आव्हान किया है।  उन्होनें कहा है कि “हमें शासन से निडरता और जोश के साथ निपटना चाहिए, और जिन लोगों पर यह हमला करता है, उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होना चाहिए।”

यह इस बात का संकेत है कि कांग्रेस आम चुनाव 2024 मूलरूप से सेल्फ मोड पर ही लडेगी, वह राज्यों के चुनाव से ज्यादा फोकस लोकसभा चुनाव पर रख रही है। येन केन प्रकारेण राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना ही मूल लक्ष्य रहेगा।

-------------------------------------------------------------------------------

Highlights of Speech 25 February, 2023
Smt.  Sonia  Gandhi,  CPP  Chairperson,  addressed  the  85th  Congress  Plenary Session in Nava Raipur, Chhattisgarh, today.
 -----------------

Friends,  this  is  a  particularly  challenging  time,  for  the  Congress  and  for  the country   as   a   whole.   Prime   Minister   Modi   and   the   BJP-RSS   regime   has relentlessly   captured   and   subverted   every   single   institution.   It   ruthlessly silences  any  voice  of  Opposition.  It  has  caused  economic  ruin  by  favouring  a few  chosen  businessmen  at  the  expense  of  all  others  and  of  the  people,  of  the ordinary  people.  And  most  distressingly,  it  fuels  the  fires  of  fear  and  hatred against fellow Indians. It viciously targeted minorities, and ignored crimes and discrimination   against   them,   against   women,   against   Dalits   and   against Adivasis.  It  mocked  Gandhiji,  and  through  its  words  and  actions  shows  its contempt for the values of our Constitution.

In many ways, the situation today reminds me of the time when I first entered politics.  Then,  as  now,  we  faced  a  difficult  struggle  ahead. At  this  crucial  time, each one of us bears a special responsibility towards our party and towards our country.  The  Congress  is  not  just  a  political  party.  We  are  the  vehicle  through which the people of India fight for liberty, equality, fraternity and justice for all. We  reflect  the  voices  of  people  of  all  states,  religions,  languages,  castes  and genders. We work to uphold the dignity and fulfil the dreams of each and every Indian.

So, the path ahead is not easy. But my experience, as well as the rich history of the Congress, tells me that victory will be ours. To achieve it under Kharge ji’s leadership, we must tackle the regime with boldness and vigour, and stand side-by-side  with  the  people  it  attacks.  We  must  reach  out  to  people,  and convey  our  message  with  clarity  and  cohesion.  We  must  work  with  discipline and timeliness, to respond quickly in this fast-paced age. Above all, we must be ready  to  put  aside  our  personal  expectations,  make  sacrifices,  and  work  with unity and a sense of common purpose. 

Today,  let  us  all  remind  ourselves  of  the  battles  our  party  has  won  in  the  past, and  prepare  ourselves  for  the  battle  to  come.  Let  us  remember  that  victory  for the party is victory for the country, and for each and everyone of us. Thank you! Jai Hind!

भाषण की मुख्य विशेषताएं - 25 फरवरी, 2023
सीपीपी अध्यक्ष
श्रीमती सोनिया गांधी ने आज नवा रायपुर, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के 85वें पूर्ण सत्र को संबोधित किया।

- श्रीमती सोनिया गांधी जी का भाषण अंग्रेजी में है, उसका हिन्दी अनुवाद गूगल से किया गया है

मित्रों, यह विशेष रूप से कांग्रेस के लिए और पूरे देश के लिए एक विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण समय है। प्रधान मंत्री मोदी और भाजपा-आरएसएस शासन ने हर एक संस्था पर लगातार कब्जा कर लिया है और उसे नष्ट कर दिया है। यह विपक्ष की किसी भी आवाज को बेरहमी से खामोश कर देता है। इसने अन्य सभी लोगों और आम लोगों की कीमत पर कुछ चुने हुए व्यापारियों का पक्ष लेकर आर्थिक तबाही मचाई है। और सबसे दुखद बात यह है कि यह साथी भारतीयों के खिलाफ भय और घृणा की आग को हवा देता है। इसने अल्पसंख्यकों को शातिर तरीके से निशाना बनाया, और उनके खिलाफ, महिलाओं के खिलाफ, दलितों के खिलाफ और आदिवासियों के खिलाफ अपराधों और भेदभाव को नजरअंदाज किया। इसने गांधीजी का उपहास उड़ाया, और अपने शब्दों और कार्यों के माध्यम से हमारे संविधान के मूल्यों के प्रति अपनी अवमानना ​​​​दिखाई।

कई मायनों में आज की स्थिति मुझे उस समय की याद दिलाती है जब मैंने पहली बार राजनीति में प्रवेश किया था। तब, अब की तरह, हमें आगे एक कठिन संघर्ष का सामना करना पड़ा। इस महत्वपूर्ण समय में, हम में से प्रत्येक की अपनी पार्टी और अपने देश के प्रति एक विशेष जिम्मेदारी है। कांग्रेस सिर्फ एक राजनीतिक दल नहीं है। हम वह वाहन हैं जिसके माध्यम से भारत के लोग सभी के लिए स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व और न्याय के लिए लड़ते हैं। हम सभी राज्यों, धर्मों, भाषाओं, जातियों और लिंग के लोगों की आवाज को प्रतिबिंबित करते हैं। हम गरिमा को बनाए रखने और प्रत्येक भारतीय के सपनों को पूरा करने के लिए काम करते हैं।

ऐसे में आगे की राह आसान नहीं है। लेकिन मेरा अनुभव और साथ ही कांग्रेस का समृद्ध इतिहास बताता है कि जीत हमारी ही होगी. खड़गे जी के नेतृत्व में इसे हासिल करने के लिए, हमें शासन से निडरता और जोश के साथ निपटना चाहिए, और जिन लोगों पर यह हमला करता है, उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होना चाहिए। हमें लोगों तक पहुंचना चाहिए, और स्पष्टता और सामंजस्य के साथ अपना संदेश देना चाहिए। हमें इस तेजी से भागती उम्र में तेजी से प्रतिक्रिया देने के लिए अनुशासन और समयबद्धता के साथ काम करना चाहिए। इन सबसे ऊपर, हमें अपनी व्यक्तिगत अपेक्षाओं को अलग रखने, त्याग करने और एकता और सामान्य उद्देश्य की भावना के साथ काम करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

आइए आज हम सभी अपने आप को उन लड़ाइयों की याद दिलाएं जो हमारी पार्टी ने अतीत में जीती हैं, और आने वाली लड़ाई के लिए खुद को तैयार करें। हमें याद रखना चाहिए कि पार्टी की जीत देश की और हम सभी की जीत है। धन्यवाद! जय हिन्द!


टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

अटलजी का सपना साकार करते मोदीजी, भजनलालजी और मोहन यादव जी

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

Veer Bal Diwas वीर बाल दिवस और बलिदानी सप्ताह

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

सफलता के लिए प्रयासों की निरंतरता आवश्यक - अरविन्द सिसोदिया

जन गण मन : राजस्थान का जिक्र तक नहीं

स्वामी विवेकानंद और राष्ट्रवाद Swami Vivekananda and Nationalism

जागो तो एक बार, हिंदु जागो तो !

11 days are simply missing from the month:Interesting History of September 1752