लाल डायरी का पहला एपीसोड - मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी टारेगेटट


लाल डायरी का पहला एपीसोड - मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी टारेगेटट

Rajendra Gudha Lal Diary Part -1

1- लाल डायरी का वास्तविक अस्तित्व का प्रगटीकरण हुआ

2- मुख्यमंत्री गहलोत और विधानसभा अध्यक्ष जोशी को जोड लिया गया 

3- राजस्थान का चुनाव लाल डायरी पर सेट हो गया

1- The real existence of Lal Diary was revealed

2- Chief Minister Gehlot and Assembly Speaker Joshi were added

3- Rajasthan election set on red diary


2 अगस्त 2023 को सुबह 11 बजे आखिर लाल डायरी का पहला एपीसोड बर्खास्त मंत्री राजेन्द्र गुढा के द्वारा प्रस्तुत कर ही दिया गया, जिसके द्वारा स्पष्ट रूप से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी टारगेटेट हैं। क्यों कि जिन पन्नों को उजागर किया गया है, उनकी हेंडराईटिंग गहलोत के करीबी व लांल डायरी के लेखक आरटीडीसी के चेयरमेन धर्मेन्द्र राठौड की बताई गई है। उसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत के राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन चुनाव के खर्च का जिक्र है। वहीं एसोसिएशन के सचिव के माध्यम से विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी इससे जुडते हैं क्यों कि भवानी सामोता पूर्व आरएएस और वर्तमान में आरसीए के सचिव जो कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी का करीबी हैं व पूर्व में सीपी जोशी के पीएस भी रहे है। 

इस प्रकार से पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने राजस्थान में भूचाल लाने वाली लाल डायरी के कथित तौर पर तीन पन्ने सार्वजनिक कर दिए हैं। गुढ़ा ने दावा किया है कि इन पन्नों में सीएम के करीबी और राजस्थान पर्यटन विकास निगम के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ ने इन पन्नों में सीएम के बेटे और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव भवानी सामोता सहित अन्य लोगों से लेन-देन का जिक्र किया है। गुढ़ा ने कहा है कि मैं सरकार को नहीं सरकार मुझे ब्लैकमेल कर रही है। बर्खास्त मंत्री ने दावा किया कि इस डायरी में मुख्यमंत्री के करीबी धर्मेंद्र राठौड़ की ही हैंडराइटिंग है। डायरी के कुछ पन्ने मिसिंग हैं, लेकिन मेरे पास जो पन्ने हैं, वह मैं जारी करूंगा।


डायरी में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के लेनदेन की बातें कोडवर्ड में हैं और वैभव गहलोत सहित मुख्यमंत्री के सचिव को लेकर भी बातें लिखी गई हैं। गुढ़ा ने जो पन्ने जारी किए, उनमें यह लिखा है -

वैभव जी और मेरी दोनों की आरसीए चुनाव खर्चे को लेकर चर्चा हुई कि किस तरह भवानी सामोता ( सचिव ) किस तरह तय करके भी लोगों के पैसे नहीं दे रहा है....घर पर राजीव खन्ना और भवानी सामोता आए, आरसीए चुनाव का हिसाब किया...भवानी सामोता ने ज्यादातर लोगों से जो वादा किया है वो पूरा नहीं किया है...मैंने कहा यह ठीक नहीं है... आप इसे पूरा करो तो भवानी सामोता ने कहा कि मैं सीपी साहब की जानकारी में डालता हूं...फिर आपको 31 जनवरी तक बताता हूं... (भवानी सामोता पूर्व आरएएस और वर्तमान में आरसीए के सचिव हैं। दावा किया जाता है कि वे विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी के करीबी हैं, वे सीपी जोशी के पीएस भी रहे हैं)

गुढ़ा ने पत्रकारवार्ता में आशंका जाहिर की है कि - मुझे सरकार जेल में डाल देगी तो कोई और इस पर जवाब देगा। उन्होंने दावा किया कि इसमें धमेंद्र राठौड़ की हैंडराइटिंग है, मैं इस डायरी के पन्नों पर लगातार खुलासे करता रहूंगा, जेल गया तो मेरा विश्वस्त व्यक्ति आप तक इन पन्नों को पहुंचाता रहेगा।

प्रथम एपीसोड में दिखाए गए पेजों पर आरसीए के करप्शन और लेनदेन का साफ उल्लेख है। मैं सरकार को नहीं बल्कि सरकार मुझे ब्लैकमेल कर रही है और रंधावा ने मुझ पर माफी मांगने के लिए दबाव भी बनाया था। पूर्व मंत्री ने कहा कि मैं इस डायरी को विधानसभा में टेबल करना चाह रहा था, जिससे सारे तथ्य आधिकारिक रूप से सामने आ जाएं।

कांग्रेस है कहां, यहां तो गहलोत कांग्रेस है। सीएम की एक जेब में प्रभारी रंधावा हैं तो एक जेब में डोटासरा हैं, हाईकमान भी कमजोर है। अगर मुझे सरकार ने जेल में डाला तो सरकार के समाचार समाप्त हो जाएंगे, लोग कहेंगे वन्स अपोन ए टाइम, देयर वॉज ए अशोक गहलोत (एक समय था जब अशोक गहलोत थे)।

मुख्यमंत्री गहलोत मेरे बेटे के जन्मदिन पर मेरे घर गए थे, तब 50-60 हजार लोगों के बीच बोल कर आए थे कि गुढ़ा नहीं होता, तो मैं मुख्यमंत्री नहीं होता, अचानक गुढ़ा में क्या खराबी हो गई? मैं रंधावा से पूछना चाहता हूं कि बहन-बेटियों की सुरक्षा की बात करके क्या गलत किया? किस बात की माफी मांगू मैं?

मैं भी रणनीति के तहत डायरी के पन्ने जारी करूंगा

गुढ़ा ने कहा- मेरे खिलाफ रोजाना नए मुकदमे हो रहे हैं। एक मुकदमा आज हो रहा है, एक मुकदमा 2 दिन बाद हो रहा है। जिस तरह से मेरे खिलाफ यह केस कर रहे हैं, मैं भी रणनीति के तहत स्टेप बाय स्टेप डायरी के पन्ने जारी करूंगा। सरकार को ब्लैकमेल करने के सवाल पर गुढ़ा ने कहा- अगर 15 साल से मैं इनको ब्लैकमेल कर रहा हूं तो मैंने उनसे क्या-क्या ले लिया, यह बताते क्यों नहीं?

राजस्थान की राजनीति में इन दिनों दो शब्द सबसे ज्यादा चर्चा में हैं। राजेंद्र गुढ़ा और उनकी लाल डायरी। मंत्री पद से बर्खास्त होने के बाद गुढ़ा ने डायरी को विधानसभा में टेबल करना चाहा, लेकिन ये हो नहीं हो पाया। डायरी के साथ गहलोत सरकार के मंत्रियों ने छीना झपटी की बताया जाता है कि इस घटनाक्रम में डायरी के कई पन्ने छीन लिये गये हैं। खैर आज की पत्रकार वार्ता ने लाल डायरी के अस्तित्व है , यह स्पष्ट कर दिया ।

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