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वास्तविक धर्मपथ - अरविन्द सिसोदिया Vastvik Dharmpath

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आस्तिक , नास्तिक और वास्तविक धर्मपथ - अरविन्द सिसोदिया अभी तक धर्म के प्रति मनुष्यों का स्वभाव आस्तिक और नास्तिक माने जाते हैं । ज्योतिषी भी जातक के नास्तिक और आस्तिक होने की भविष्यवाणी करते हैं । किंतु सत्य इससे भी ऊपर है । आस्तिक ईश्वर में विश्वास करता है उसकी पूजा अर्चना करता है । नास्तिक ईश्वर को मानता ही नहीं है , वह ईश्वर नहीं होने की बात करता है । साम्यवादी लोग ईश्वर को नहीं मानते ।किन्तु वास्तविकता इससे अलग है ईश्वर है और उसका ईश्वरीय शासन पूरी तरह से वैज्ञानिक पद्धति से चलता है । हम ईश्वर की  वैज्ञानिक गतिविधियों को चमत्कारी स्वरूप में महसूस करते हैं । इसीलिये ईश्वर के वास्तविक स्वरूप को स्वीकारने के लिए हमें वास्तविक धर्मपथ को स्वीकारना होगा । जिसमें सॉफ्टवेयर भी है , हार्डवेयर भी है , एनर्जी भी है , इंटरनेट भी है , वाई फाई भी है , हार्ड डिस्क भी है , रेम भी है रोम भी है , सर्च इंजन है , कैमरा है , 1 g से लेकर 16 g तक के शरीर हैं जिन्हें अवतारवाद में कलाओं के कारण चमत्कारी स्वरूप होता है यब मूलतः क्षमताओं का विकास है । 16 कला धारी शरीर सर्वोच्च होता है और सब कुछ ऑ

विदेशी कर्ज में भारत , अमेरिका और चीन से बहुत बेहतर है - अरविन्द सिसोदिया

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विदेशी कर्ज में भारत , अमेरिका और चीन से बहुत बेहतर है - अरविन्द सिसोदिया देश में एक बात फैलाई जा रही है कि भारत बहुत ज्यादा कर्जदार है और कर्ज लेकर तीसरी बड़ी आर्थिक शक्ति बनने जा रहा है । यह बात आम भारतीयों के बीच एक राजनैतिक भ्रम फैलाने का षड्यंत्र है । इसे अच्छे से समझना होगा । क्योंकि विश्व की अर्थव्यवस्था में उत्पादन वृद्धि कभी भी लाभ के धन से नहीं हुई है क्योंकि यह बहुत कम होता है , हमेशा उत्पादन वृद्धि में कर्ज से धन लगा कर उत्पादन वृद्धि करके आय के स्रोत को बढ़ाया जाता है । भारत पर विदेशी कर्ज होना नई बात नहीं है बल्कि यह कई दशकों से निरन्तर चला आरहा है । एक वह समय भी था, जब कर्ज से पैसा ले कर भी हम उत्पादन नहीं कर पाते थे , क्योंकि हमारे सार्वजनिक उपक्रमों का रिकार्ड बेहद खराब था । मोदीजी के युग में रख बड़ा बदलाब यह आया है कि हम अपने देश मे  वैज्ञानिकता को बढ़ाबा दे रहे हैं । इससे देश में उत्पादन का माहौल बना है । इसी कारण हम विश्व अर्थव्यवस्था में अपनी जगह बना रहे हैं । जहां तक विदेशी कर्ज की बात है उसमें भारत की स्थिति बुरी नहीं है बल्कि हम अपनी क्षमता के अनुरूप

कल्पना कुछ भी करो , ईश्वर तो है

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  कल्पना कुछ भी करो , ईश्वर तो है ! ईश्वर तो है , उसके द्वारा निर्मित सृष्टि भी है , उसके द्वारा उतपन्न विविध प्रकार की शक्तियां भी हैं , गुरुत्वाकर्षण , चुम्बकत्व , प्रकाश ,ध्वनि , तापमान , आकर - निराकार , गति ,बल , बुद्धि , उसका कैमरा , उसका स्टोरेज , उसकी कार्यक्षमता , उसका पूर्ण सफल और असरकारक प्रशासन आदि आदि । इस संदर्भ में हिन्दू सनातन धर्म के संतों नें विदवानों नें बहुत काम किया है, वे सत्य के निकट भी पहुचे है। उन्हे गंभीरता से लेना चाहिये।  ईश्वर की श्रेष्ठतम सर्वोच्च वैज्ञानिकता भी है और सबसे बड़ी बात उसके कंप्यूटर सिस्टम में , उसके इंटरनेट सिस्टम से , उसकी वाई फाई व्यवस्था से इस संपूर्ण सृष्टि का कोई भी घटनाक्रम छुप नहीं सकता, वह सच को अपनी हार्ड डिस्क में रिकार्ड रखता है । इसीलिए हिन्दू सनातन सत्य को सर्वोपरी मानता है । जब हम अपने शरीर को देखते हैं , तो ईश्वर की परम् श्रेष्ठ इंजीनियरिंग को शरीर में पाते हैं , हमारे घुटने , हमारे टखने , हाथो और पैरों के पंजे और सबसे श्रेष्ठ इंजीनियरिंग का कमाल आंखों को अपने शरीर में पाते हैं । यह सिर्फ हम तक सीमित नहीं है , तमाम भि

संविधान अपवित्रता फैलाने वालों का संरक्षण नहीं करता - अरविन्द सिसोदिया snvidhan apvitrta

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सुप्रीम कोर्ट एक तरफ इलेक्ट्रॉल बॉन्ड खरीदने वालों की पहचान उजागर करवाता है । जबकी इनकी पहचान उजागर होनें से बॉन्ड खरीदने वालों  पर राजनीतिक आक्रमण हो सकते हैं और बदले की भावना से प्रेरित हानि पहुचाने का खतरा भी  उत्तपन्न होता है । किन्तु सर्वोच्च न्यायालय ने यह असंवैधानिक निर्णय लिया । वहीं दूसरी तरह कबाड़ यात्रा के दौरान यूपी सरकार के खानपान की वस्तुओं को बेचने वालों को नाम उजागर करने  के आदेश पर अन्ततिम रोक लगा दी । यह आदेश भी संविधान विरोधी है । क्योंकि भारत का संविधान प्रत्येक नागरिक को अपनी स्वतंत्रता का अधिकार देता है । इस पर कोई भी सरकार और सर्वोच्च न्यायालय बाधा उतपन्न नहीं कर सकता । में किस कंपनी की दवा खरीदूं यह मेरी निजी स्वतन्त्रता है । इसी तरह में किस दुकान से सामान खरीदूं यह भी मेरी निजी स्वतन्त्रता है । इसमें कोई भी बाधा कैसे उतपन्न कर सकता है । सवाल यह है कि ढावे या दुकान के मालिक का नाम लिखने का , तो यह अनिवार्य होना चाहिए और कई दशकों के यह देखने में भी आरहा था कि फर्म के बोर्ड पर ऊपर नाम और नीचे एक पट्टी के रूप में  प्रोपराइटर का नाम लिखा ही जाता थ

शैलजा और विक्रमादित्य के अलगाव से कांग्रेस को नुकसान - अरविन्द सिसोदिया

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शैलजा और विक्रमादित्य के अलगाव से कांग्रेस को नुकसान - अरविन्द सिसोदिया विक्रमादित्य और कुमारी शैलजा क्या कांग्रेस में रह पाएंगे ?  हिमाचल प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र एवं वर्तमान कांग्रेस की सुख्खू राज्य सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह नें कांग्रेस हाईकमान की अवेहलना कर अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर के लोकार्पण समारोह में भाग लिया और हाल ही में दुकानों पर मालिक और कर्मचारियों के नाम लिखे जानें का पक्ष लिया और उनके विचारों से राज्य की कांग्रेस सरकार नें पल्ला झाड़ लिया । इस तरह से यह उनका अपमान किया जाना ही है । इससे लगता है कि हिमाचल कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं है ।  हरियाणा में भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्रसिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा के बीच विरोधाभास चल रहा है । शैलजा चुनाव प्रचार में भी नहीं उतरीं, उनके अपमान को लेकर पूरे हरियाणा में आयोजन हुये है। अब वे राहुल गांधी के साथ मंच पर दिखीं किन्तु कांग्रेस के वोट में मानसिक विभाजन तो इस विरोधावास के दौरान हो चुका है। इससे हरियाणा कांग्रेस कमजोर हुई है । क्योंकि हरियाणा में जो अनुसूचित जाति वर्ग का वोट

जम्मू और कश्मीर का मतदान प्रतिशत मोदीजी के निर्णय का स्वागत - - अरविन्द सिसौदिया

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जम्मू और कश्मीर का मतदान प्रतिशत मोदीजी के निर्णय का स्वागत -  - अरविन्द सिसौदिया  Voting percentage in Jammu and Kashmir welcomes Modiji's decision - - Arvind Sisodia जम्मू और कश्मीर का मतदान प्रतिशत पाकिस्तान परस्तों के मुंह पर तमांचा - अरविन्द सिसौदिया जम्मू कश्मीर में दूसरे चरण के लिए 26 सीटों पर एक बार फिर बंपर मतदान हुआ। इससे पहले भी प्रथम चरण में भी भारी मतदान हुआ था । अभी तक 90 में से 50 सीटों पर मतदान हो चुका है। कुल मिला कर यह गत 4 लोकसभा और 3 विधानसभा कुल 7 चुनावों में रहे मतदान औसत से अधिक वर्तमान मतदान औसत है।  भारत की केन्द्र सरकार के द्वारा राज्य से धारा 370 हटानें के बाद यह चुनावी हुआ है। इसका विरोध की तमाम पुरानें दिग्गजनेता गण कर रहे थे। जम्मू और कश्मीर के विकास विरोधी ताकतों के द्वारा आतंकवाद की बाढ़ लाकर चुनावों से ठीक पहले भय उत्पन्न कर चुनाव प्रभावित करना चाहते थे, वे चाहते थे कि मतदान प्रतिशत नगण्य हो ताकि विश्व बिरादरी को बताया जा सके कि जम्मू और कश्मीर का जनमत भारत के साथ नहीं है। मगर वहां की जनता नें मतदान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेकर यह बता दिया कि वे  आतंकवाद

हिन्दू , एक मरती हुई नस्ल Hindu , Ek Marti Hui Nashal

*'शेर' दहाड़ते रह गये...!* *'भेड़िए' जंगल पर कब्जा बनाकर बैठ गए... !!* *"हिन्दू, एक मरती हुई नस्ल..."* *"Hindu, a dying race... "* साल 1914 में *'यूएन मुखर्जी साहब'* ने एक छोटी सी पुस्तक लिखी, नाम था...  *"हिन्दू - एक मरती हुई नस्ल...'"* सोचिए 108 साल पहले उन्हें पता था... !! 1911 की जनगणना को देखकर ही, 1914 में 'मुखर्जी' ने 'पाकिस्तान' बनने की भविष्यवाणी कर दी थी...। उस समय 'संघ' नहीं था, 'सावरकर' नहीं थे,  'हिन्दू महासभा' नहीं थी। तब भी 'मुखर्जी' ने वो देख लिया था, जो पिछले 100 सालों में दर्जनों नरसंहार और एक तिहाई भूमि से *'हिन्दू'* के विलुप्त होने के बाद भी, दूषित राजनैतिक विचारधारा वाले *'सेक्युलर हिन्दू'* नहीं देख पा रहे हैं...। *इस किताब के छपते ही सुप्तावस्था से कुछ हिन्दू जागे...* *अगले साल 1915 में 'पं मदन मोहन मालवीय' जी के नेतृत्व में 'हिन्दू महासभा' का गठन हुआ... 'आर्य समाज' ने 'शुद्धि आंदोलन' शुरू किया, जो एक 'मुस्लि

उच्च राजनीति के लिये सेना का अनुभव अनिवार्य किया जाये - अरविन्द सिसौदिया higher politics experience of army

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  उच्च राजनीति के लिये सेना में रहते हुय सीमा पर पांच साल रहने का अनुभव अनिवार्य किया जाये - अरविन्द सिसौदिया इजराईल पर पहला हमला आतंकी संगठन किया और बांगलादेश में विद्रोह के पीछे भी कटृर आतंकी संगठन की भूमिका थी। विश्व के अन्य विकसित देशों में भी आतंक से जुडाव रखने वाले नागरिकों की भूमिका और हुड़दंग सर्वविदित है। अमेरिका सहित तमाम यूरोप में हिंदुओं पर आक्रमण कई गुना बड़े हैं ।  यह सब इस बात की आवश्यकता दर्ज कर रहीं हैं कि अब भारत की राजनीति में सैन्य शक्ति की भरपूर समझ के राजनेताओं की आवश्यकता है। इस मामले में प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री जी, इन्दिरा गांधी जी , अटलबिहारी वाजपेयी जी और नरेन्द्र मोदी जी ही कसौटी पर खरे उतरे हैं। अब जरूरत इस बात की है कि प्रत्येक नागरिक को आत्म रक्षा की समझ हो और राजनीति में सैन्य अनुभव वाले राजनेता हों। इसलिये भारत सरकार को चुनाव सुधार करते हुये, लोकसभा और राज्यसभा में सांसद चुने जानें की मुख्य शर्त के रूप में यह प्रावधान करना चाहिये कि जिस व्यक्ति को सेना में सीमा पर रहने का 5 साल का सक्रीय अनुभव हो वही, चुनाव लड कर सांसद बन सकेगा।  यह कोई नई बात नहीं

देश में अराजकता की स्थिति बनाने की कोशिशें हो रहीं है - मदन राठौड़ bjp rajashtan madan rathod kota

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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने भाजपा सदस्यता अभियान 2024 की समीक्षा बैठक को संबोधित किया 500 से अधिक सदस्य बनाने वालों को किया सम्मानित सुकन्या योजना के तहत 20 बच्चों कों खाते की पास बुक सौंपी भाजपा विश्व मे सर्वाधिक सदस्यों वाली पार्टी:- मदन राठौड़ मोदीजी की ताकत बनो , भाजपा के सदस्य बनो - मदन राठौड़ देश में अराजकता की स्थिति बनाने की कोशिशें हो रहीं है - मदन राठौड़  भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने अपने संबोधन में कहा " भाजपा कार्यकर्ता आम नागरिकों तक पहुंच कर उन्हें सदस्य बनाना चाहिए। " उन्होंने कहा कि ' देश में अराजकता की स्थिति बनाने की कोशिशें हो रहीं है । रेल की पटरियों पर क्या - क्या रखा जा रहा है । देश में किस तरह की विकृत मानसिकता के लोग काम कर रहे हैं, निर्दोष लोगों को मारने का षड्यंत्र कर रहे हैं । इस  पर हम सभी को विचार किया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा " कांग्रेस देश का बुरा करने वालों के साथ खडी होती हैं उनका पक्ष लेती हैं । उन्होंने कहा देश की एकता और देश के समाज को तोड़ने का प्रयत्न कर रही  हैं । कांग्रेस देश फिर से 370 लाना

केजरीवाल का वोट ठगों अभियान सफल नहीं होगा - अरविंद सिसोदिया aap kejriwal hariyana

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केजरीवाल का वोट ठगों अभियान सफल नहीं होगा - अरविंद सिसोदिया महान समाजसेवी और भ्रष्टाचार के विरुद्ध संघर्ष करने वाले अन्ना हजारे के कंधे पर सवार होकर अपनी पहचान बनाने वाले, भ्रष्टाचार विरोधी बड़ी - बड़ी बातें बोलने वाले  अरविन्द केजरीवाल और मनीष सिसोदिया मूलतः  विदेशी धन से चलने वाले एन जी ओ के कर्ता धर्ता ही थे ! जो कि विदेशी हस्तक्षेप का कनेक्शन एक्स्पोज करता हैं । यही कारण था कि जब अन्ना ने आंदोलन समाप्त किया और राजनीति नहीं करने को कहा तो केजरीवाल एण्ड कंपनी ने अन्ना से  विद्रोह कर राजनीतिक दल भी बनाया , सरकार भी बनाई और उन तमाम आदर्शों से मुंह मोड़ लिया जो अन्ना आंदोलन के दौरान आदर्श थे । सिर्फ आवास पर ही आश्चर्यजनक तरीके से अत्यंत मंहगे सामानों से शीशमहल सजाया गया , बल्कि शराब नीति के नाम भी बहुत बड़ा घोटाला कर दिया , इस घोटाले में  आप पार्टी के तमाम नेता अदालती आदेश से जेलों में बंद थे । किसान आंदोलन में दिल्ली और हरियाणा को परेशानी में डालने वाले भी केजरीवाल ही थे । इतना ही नहीं मुख्यमंत्री पद और न्यायालय को भी प्रश्न चिन्हों के घेरे में डालने वाले भी केजरीवाल ही हैं ।  

प्रसाद की पवित्रता भंग करने की साजिश का खुलासा हो - अरविन्द सिसोदिया prsadam men charvi

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प्रसाद की पवित्रता भंग करने की साजिश का खुलासा हो - अरविन्द सिसोदिया देश में दंगे करवाये जाने की सुनियोजित योजना पर काम कर रहीं विदेशी ताकतों के षडयन्त्रों के कारण , देश अब फिर से सीधी कार्यवाही जैसी अराजक  परिस्थिति की ओर बढ़ रहा है । पहले लव जेहाद का नाम सुनते थे , अब ये अनेक प्रकार का हो गया है , जमीन अतिक्रमण जेहाद , जनसंख्या बढ़ाओ जेहाद, एक मुश्त वोट डालो  जेहाद, पत्थरबाजी करो  जेहाद , थूक - पेशाब मिलाओ जेहाद, रेल पटरी से उतारो जेहाद और अब ताजा ताजा प्रसाद में अपवित्रता उतपन्न करो जेहाद !   लगता है सुनियोजित तरीके से हिंदुओं पर आक्रमण हो रहा है और सरकारों का गुप्तचर तन्त्र पूरी तरह फैल हो चुका है ।  या यूं मानिए सरकारों ने गुप्तचर व्यवस्था को पंगु कर दिया है । साढ़े सत्रह लाख साल पहले भगवान राम के रामराज्य में जनता के बारे में एक व्यक्ति क्या राय रखता है ,  इसकी खबर राजा को होती है । अब तो संसाधन लाखों गुणा अग्रणी हो गए हैं । जनता में व्याप्त अच्छा बुरा राजा तक पहुंचना चाहिए , यदि नहीं पहुंच रहा तो शासन में भी दोष है । प्रसादम को अपवित्र करने के षड़यंत्र की जांच जो भी है प

कांग्रेस अलगाववाद के साथ क्यों - अरविन्द सिसोदिया jammu or kashmir

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कांग्रेस अलगाववाद के साथ क्यों  - अरविन्द सिसोदिया पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने कांग्रेस और एन सी के एजेंडे को जम्मू और कश्मीर में  उनका एजेंडा बता कर कोई नई बात नहीं की है बल्कि उसने तो अपनी विदेशनीति को ही दोहराया है कि वह जम्मू और कश्मीर में भारत के प्रति अलगाव पनपाये रखना चाहता है । सोचना तो कांग्रेस को चाहिए कि वह इस राह पर क्यों चल रही है , जबकि कांग्रेस के ही पण्डित जवाहरलाल नेहरू ने शेख अब्दुल्लाह को अलगाववाद के कारण जेल में डाला था । इस परिवार की पाकिस्तान परस्ती सर्व विदित है , प्रमाणित है ।  जम्मू और कश्मीर के लोगों की पाकिस्तान में कोई दिलचस्पी नहीं है । वहां आतंकवाद इसीलिए पनपाया जाता है कि पाकिस्तानी आतंक के भय से उन्हें भारत का विरोधी बनाया जाए । कांग्रेस और अन्य सरकारों के राज में यह सब खूब फलाफूला ! जब से भाजपा आई है तब से आतंकवाद की सियासत समाप्त हो गई । जम्मू और कश्मीर के लोग स्वयं को शांति व सुरक्षित महसूस कर रहे हैं । इस तरह से वहां शांति और स्वतन्त्रता दोनों स्थापित हुई हैं । फिर कांग्रेस का अलगावी एजेंडे के साथ जाना देश विरोधी जैसा है । कांग्रेस के मा

श्राद्धपक्ष Hindu shradh paksh

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श्राद्ध-तत्त्व-प्रश्नोत्तरी ( - श्रीराजेन्द्रकुमारजी धवन) प्रश्न - श्राद्ध किसे कहते हैं ? उत्तर- श्रद्धासे किया जानेवाला वह कार्य, जो पितरोंके निमित्त किया जाता है, श्राद्ध कहलाता है। प्रश्न- कई लोग कहते हैं कि श्राद्धकर्म असत्य है और इसे ब्राह्मणोंने ही अपने लेने खानेके लिये बनाया है। इस विषयपर आपका क्या विचार है ? उत्तर - श्राद्धकर्म पूर्णरूपेण आवश्यक कर्म है और शास्त्रसम्मत है। हाँ, वर्तमानकालमें लोगोंमें ऐसी रीति ही चल पड़ी है कि जिस बातको वे समझ जाय- वह तो उनके लिये सत्य है; परंतु जो विषय उनकी समझके बाहर हो, उसे वे गलत कहने लगते हैं। कलिकालके लोग प्रायः स्वार्थी हैं। उन्हें दूसरेका सुखी होना सुहाता नहीं। स्वयं तो मित्रोंके बड़े-बड़े भोज- निमन्त्रण स्वीकार करते हैं, मित्रोंको अपने घर भोजनके लिये निमन्त्रित करते हैं, रात-दिन निरर्थक व्ययमें आनन्द मनाते हैं; परंतु श्राद्धकर्ममें एक ब्राह्मणको भोजन करानेमें भार अनुभव करते हैं। जिन माता-पिताकी जीवनभर सेवा करके भी ऋण नहीं चुकाया जा सकता, उनके पीछे भी उनके लिये श्राद्धकर्म करते रहना आवश्यक है। प्रश्न - श्राद्ध करनेसे क्या लाभ होता है ?

अनन्त चतुर्दशी महोत्सव कोटा 2024

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अनन्त चतुर्दशी महोत्सव कोटा 2024  🚩 *हिन्दू चेतना* का सशक्त माध्यम तथा सात्विक शक्ति के जागरण, दुष्ट शक्ति में भय का वाहक बना कोटा का अनंत चतुर्दशी महोत्सव l 🚩सभी मत,पंथों के *पूज्य संतों का आशीर्वाद।* 🚩 पुरातन हिंदू संस्कृति और आधुनिक नवाचारों का अनूठा मेल l 🚩73 अखाड़े ...... *10 अखाड़े मातृशक्ति के थे l* लगभग 10 हजार युवक युवतियों द्धारा शस्त्रों से रोमांचकारी, अद्भुत और अद्वितीय  शक्ति प्रदर्शन l छोटे छोटे बच्चों द्वारा मल्ल खम्ब पर प्रदर्शन विश्व स्तरीय प्रदर्शन था l