भाजपा ने विधानसभा चुनाव के दिग्गज प्रभारी लगा कर पहली बाजी मारी - अरविन्द सिसौदिया BJP Appointed Election In Charge in 4 states
भाजपा ने विधानसभा चुनाव के दिग्गज प्रभारी लगा कर पहली बाजी मारी - अरविन्द सिसौदिया
चार राज्यों के चुनावों के लिये मजबूत नेताओं को कमान सौंपी है।
पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री ओमप्रकाश माथुर एवं पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री भूपेन्द्र यादव , पहले भी कई बार प्रदेशों में चुनाव करवा चुके है एवं पार्टी की सरकारें बनवा चुके है। जो नाम प्रभारियों के रूप में आये हैं वे बहुत ही मंजे हुये व परिपक्व नाम है। इस तरह से भाजपा ने इन चुनावों के पहली बाजी मार ली है। जबकि कांग्रेस में अभी भी सुस्तीबाडा चल रहा है।
चार राज्यों के चुनाव प्रभारी और सहप्रभारी नियुक्त
इस साल के अंत में होने वाले चारों राज्यों के लिए भारतीय जनता पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। चार राज्यों में से केवल एमपी में भाजपा की सरकार है, चुनाव के समय म.प्र. में कांग्रेस की ही सरकार थी। वहीं राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस वहीं तेलंगाना में बीआरएस की सरकार है। अब इन प्रदेशों में चुनाव में भाजपा को जिताना इन प्रभारियों की जिममेवारी है।
पार्टी ने चारों राज्यों में चुनाव प्रभारी और सह्प्रभारियों की नियुक्ति में पार्टी ने
1- राजस्थान के लिए प्रह्लाद जोशी को प्रभारी बनाया है। इसके साथ ही नितिन पटेल और कुलदीप बिश्नोई को सहप्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है।
2- छत्तीसगढ़ के लिए ओम प्रकाश माथुर को प्रभारी बनाया है और उनके सहप्रभारी के रूप में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया काम करेंगे।
3- मध्य प्रदेश के लिए पार्टी ने भूपेंद्र यादव को प्रभारी बनाकर भेजा है तो उनके सहप्रभारी के रूप में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव काम करेंगे।
4- तेलंगाना में चुनाव प्रभारी का काम पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर संभालेंगे और सुनील बंसल सहप्रभारी की जिम्मेदारी संभालेंगे। बता दें कि इस साल के अंत में इन चारों राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं।
बीजेपी की कांग्रेस से होगी कड़ी टक्कर
इन चारों राज्यों में से तीन राज्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जहां बीजेपी की सीधी लड़ाई कांग्रेस से होगी तो तेलंगाना में लड़ाई त्रिकोणीय होना तय है। यहां मौजूदा सरकार चला रही बीआरएस बेहद ही मजबूत पार्टी है। बता दें कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में इस समय कांग्रेस पार्टी की सरकार है तो वहीं मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार है। इसके अलावा तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति का शासन है।
कौन हैं चारों चुनाव प्रभारी ?
राजस्थान - प्रह्लाद जोशी
बीजेपी आलाकमान ने राजस्थान के चुनावी मैदान में फतह हासिल करने के लिए केंद्रीय संसदीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को चुनाव प्रभारी बनाया है। जोशी को इलेक्शन मैनेजमेंट में माहिर माना जाता है। वह कई अहम मौकों पर अपनी यह काबिलियत साबित भी कर चुके हैं। प्रहलाद जोशी कर्नाटक के विजयपुर में जन्में हैं और पेशे से उद्योगपति हैं। इन्होंने 2004 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा और कांग्रेस के प्रत्याशी बीएस पाटिल को हराकर संसद पहुंच गए। इसके बाद 2009 में दूसरी, 2014 में तीसरी और 2019 में चौथी बार सांसद चुने गए। 2013 में उन्हें कर्नाटक भाजपा का अध्यक्ष भी बनाया गया था।
मध्य प्रदेश - भूपेंद्र यादव
मध्य प्रदेश में इस समय बीजेपी की सरकार है लेकिन यहां पार्टी को कांग्रेस से कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ेगा। इस मुश्किल लड़ाई के लिए बीजेपी ने भूपेंद्र यादव को चुनाव प्रभारी बनाकर मैदान में सेना तैयार करने की जिम्मेदरी दी है। भूपेंद्र यादव इस समय मोदी सरकार में श्रम एवं रोजगार मंत्री हैं। भूपेंद्र की संगठन में अच्छी पकड़ है। मध्य प्रदेश के प्रभारी बनाए जाने से पहले भूपेंद्र साल 2013 में राजस्थान, 2017 में गुजरात, 2014 झारखंड और 2017 यूपी चुनाव में भी अहम भूमिका निभा चुके हैं।
छत्तीसगढ़ः ओम प्रकाश माथुर
छत्तीसगढ़ में भी राजस्थान की तरह ही कांग्रेस की सरकार है। चुनावी जानकारों के अनुसार, बीजेपी के लिए सबसे ज्यादा मुश्किल यहीं होगी। इस मुश्किल किले में सेंध लगाने के लिए बीजेपी केंद्रीय आलाकमान ने ओम प्रकाश माथुर को चुनाव प्रभारी बनाया है। माथुर राजस्थान के रहने वाले हैं और यहीं से वह राज्यसभा के सांसद हैं। माथुर के लिए छत्तीसगढ़ पुराना नहीं है। वह पिछले साल ही छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रभारी बनाए गए थे।
तेलंगाना - प्रकाश जावड़ेकर
तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी अपने लिए कई अवसर देख रही है। कर्नाटक में चुनाव हारने के बाद पार्टी यहां राज्य में जीत हासिल करके दक्षिण के राज्यों में अपनी पकड़ बनाए रखना चाहती है। इसी मिशन के लिए आलाकमान ने दो दिग्गज नेताओं को चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को चुनाव प्रभारी बनाया गया है। इसके साथ ही पार्टी ने संगठन के विस्तार और मजबूत करने का अच्छा अनुभव रखने वाले सुनील बंसल को उनका सहप्रभारी बनाकर भेजा है।
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