फलोदी सट्टा बाजार में भी राजस्थान में भाजपा सरकार bjp rajasthan
राजस्थान के जोधपुर संभाग का फलोदी कस्बा विशेषकर राजनैतिक सट्टा बाजार के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यह बाजार सही के आस पास ही रहता है। क्यों कि इसमें पैसा लगता है और पैसा देना पडता है। इसलिए हेर-फेर या विज्ञापनबाजी नहीं होती है। क्यों कि जो पैसा लगाता है उसे पैसा देना पडता है। इसलिए इस बाजार में जो भाव मिलता है वही हार जीत को भी दर्शाता है। कम भाव उस पार्टी की जीत का संकेत होता है। ज्यादा भाव उस पार्टी की हार का संकेत है। वर्तमान में फलोदी का बाजार भाजपा को जीता हुआ बता रहा है।
फलोदी में सट्टा बाजार बता रहा किसकी होगी जीत ? और किसकी होगी हार ?
राजस्थान (rajasthan election 2023) के जोधपुर संभाग मुख्यालय से करीब सवा सौ किमी दूर फलौदी के घर-घर में चौखटों पर सट्टा बाजार सज गया है. चौक-चौराहों और नुक्कड़ों पर ही राजस्थान की सियासत के दांव खेले जा रहे हैं. चाहे पूर्वी राजस्थान हो या पश्चिमी…उम्मीदवार जीत के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं. वहीं सट्टा बाजार में उनके सिर पर जीत का सेहरा सजेगा या हार का करना होगा सामाना, ये सब पूरे दावे के साथ बता दिया जा रहा है.
अगर विश्वनीयता की बात करें तो इसका आंकलन लगभग लगभग सही बैठता है फलोदी का सट्टा बाजार कभी भी की घोषणा कभी गलत नहीं जाती है |
सट्टा फलोदी के लोगो के रग रग में बसा हुआ खेल है यहाँ सट्टा कई प्रकार का किया जाता है चाहे बारिस हो, क्रिकेट का मैच हो, गुब्बा खाई के अंक हो, या फिर चुनाव हो सभी तरह के सट्टे यहाँ किये जाते है | फलोदी सट्टा बाजार में सभी क्षेत्र के चुनावो का सट्टा लगता है | जैसे भारत के किसी भी राज्य मे चुनाव हो यहाँ सट्टा बाजार उसके भाव देता है |
कम भाव मतलब मजबूत दावा - ऐसा माना जाता है कि फलौदी के सट्टा बाजार में जिसपर भाव कम होता है उसके जितने की संभावना प्रबल होती है. ज्यादा भाव वाली पार्टी के जितने के आसार काफी कम माने जाते हैं. फिलहाल सट्टा बाजार बीजेपी को 119-121 सीटें दे रहा है. वहीं कांग्रेस को महज 60-68 सीटें पर ही सिमटता हुआ बता रहा है और इसी के हिसाब से यहां सट्टा भी खेला जा रहा है | यहाँ 119 से 121 जो आंकड़ा है उसको सेशन बोला जाता है इसका मतलब है 119 सीट आएगी और 121 सीट नहीं आएगी मतलब 120 सीट फ़ाइनल सट्टा बाजार फ़ाइनल मान रहा है |
फलौदी के सट्टा बाजार का दावा कितना सच
अब बात इस सट्टा बाजार के दावे और हकीकत की कर लेते हैं तो सटोरियों ने मई में कर्नाटक के लिए जो अनुमान लगाया था वो सही निकला. कांग्रेस की सरकार बनी. कांग्रेस को 135 सीटें मिली जबकि अनुमान 137 सीटों का था. बीजेपी को 55 सीटों का अनुमान था और मिलीं 66 सीटें. फलौदी के सटोरिया का गुजरात में भी बीजेपी सरकार का अनुमान सही निकला. हिमाचल में कांटे की टक्कर का अनुमान भी रिजल्ट के करीब ही था. आखिरकार वहां कांग्रेस की सरकार बनी.
Phalodi’s betting market prediction: राजस्थान (rajasthan election 2023) के जोधपुर (jodhpur news) जिले से करीब सवा सौ किमी दूर फलोदी का सट्टा बाजार अपने सटीक आकलन व भविष्यवाणी के लिए जाना जाता है. राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर किए गए इसके दावे ने राजनीतिक पार्टियों की चिंता बढ़ा दी है. दरअसल, यहां कांग्रेस पर सबसे ज्यादा 4 रुपए प्रति सीट और बीजेपी पर प्रति सीट के हिसाब से 35 पैसे से लेकर ढाई रुपए तक का भाव लगाया गया है. फलौदी में सट्टे बाजार के इस भाव ने कांग्रेस की नींद उड़ाकर रख दी है.
सा माना जाता है कि फलौदी के सट्टा बाजार में जिस दल का भाव जितना कम होता है उसके जीतने के चांस उतने ही ज्यादा होते हैं. वहीं ज्यादा भाव वाली पार्टी के जितने के आसार काफी कम माने जाते हैं. फिलहाल सट्टा बाजार बीजेपी को 119-122 सीटें दे रहा है. वहीं कांग्रेस को महज 60-68 सीटों पर ही सिमटता हुआ बता रहा है और इसी के हिसाब से यहां सट्टा भी खेला जा रहा है.
सटीक भविष्यवाणी के लिए मशहूर है फलौदी का सट्टा बाजार
अब बात इस सट्टा बाजार के दावे और हकीकत की कर लेते हैं. फलौदी के सट्टा बाजार में मई में कर्नाटक के लिए जो अनुमान लगाया था वो सही निकला. कांग्रेस की सरकार बनी. कांग्रेस को 135 सीटें मिली जबकि अनुमान 137 सीटों का था. बीजेपी को 55 सीटों का अनुमान था और मिलीं 66 सीटें. फलौदी के सटोरिया का गुजरात में भी बीजेपी सरकार का अनुमान सही निकला. हिमाचल में कांटे की टक्कर का अनुमान भी रिजल्ट के करीब ही था. आखिरकार वहां कांग्रेस की सरकार बनी.
2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में भी सही निकला दावा!
साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भी फलौदी के सट्टा बाजार ने जो दावा किया था वो काफी हद तक सही निकला. पिछले विधानसभा चुनाव में फलौदी के सट्टा बाजार का दावा था 200 सीटों में से कांग्रेस को 100-120 सीटें मिलेंगी. जब नतीजे आए तो अनुमान के मुताबिक कांग्रेस को 100 सीटें मिलीं. इसी तरह 2013 के विधानसभा चुनाव में सट्टा बाजार का दावा था कि बीजेपी को 117-120 सीटें और कांग्रेस को 60-62 सीटें मिलेंगी. जब नतीजे आए तो दावे से पूर्णतया मैच नहीं हुए लेकिन सरकार बीजेपी की ही बनी. 2013 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी को 163 और कांग्रेस को महज 21 सीटें मिली थीं.
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