मोदी जी की पहली सभा से घबरा कर गहलोत नें की 100 यूनिट बिजली फ्री - अरविन्द सिसोदिया bijli free
मोदी जी की पहली सभा से घबरा कर गहलोत नें की 100 यूनिट बिजली फ्री - अरविन्द सिसोदिया
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नें बडी कंजूसी से 50 यूनिट बिजली र्फी की थी, मगर चुनाव जीतनें के लिये उन्होने बजट में और बाद में बहुत सारे चुग्गे फेंके हुये थे, ये फ्री वो फ्री मगर दे कुछ नहीं रहे थे, राहत केम्पों के नाम पर लोगों को लाईन में लगवाया, केम्पों में आनें के लिये विवश किया , उन्हे भरी भरकम प्रिटेड प्रचार सामग्री थमाई गई मगर दिया कुछ नहीं गया। बल्कि इन राहतों को आगे और आगे सरकाया जा रहा था। बजट में घोषित 100 यूनिट बिजली फ्री को भी लगातार खिसकाया जा रहा था। बार बार बिजली बिल में फयूल सरचार्ज के नाम पर जनता की जेब कटी की जा रही थी। अजमेर में जैसे ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की पहली आम सभा हुई , मुख्यमंत्री गहलोत लाईन पर आ गये सायंकाल में 100 यूनिट बिजली फ्री की घोषणा कर दी । जबकि यह तो 1 अप्रेल से प्रारम्भ हुये वित्तिय वर्ष में ही प्रारम्भ हो जानी चाहिये थी।
प्रियंका गांधी ने उत्तरप्रदेश में बिजली दरें कम करनें की मांग की थी मगर राजस्थान में जहां कांग्रेस सरकार है उन्हे कभी नहीं कहा। जब कर्नाटक में 200 यूनिट बिजली फ्री की बात की तो राजस्थान में इसे लागू क्यों नहीं किया । कर्नाटक में कांग्रेस नें जो पांच राहत घेषित की हैं , उन्हे राजस्थान में तो कांग्रेस की सरकार है, उन्हे यहां तुरन्त लागू करना चाहिये। चुनाव में वोट प्राप्त कर फिर उसे बंद करने अथवा दूसरे तरीके से अतिरिक्त राशीयां वसूलना नहीं होना चाहिये।
प्रधानमंत्री मोदी जी को जल्दी जल्दी राजस्थान आना चाहिये ताकि अन्य जो राहत योजनायें मुख्यमंत्री गहलोत लटकाये बैंठे है। वे भी पूरी हों। जैसे चिरंजीवी योजना सिर्फ विज्ञापन योजना है, प्राईवेट चिकित्सालय इलाज न मामूली करते है। अधिकतम 6 हजार का इलाज प्राईवेट चिकित्सालय में होनें की सीमा हटाई जानी चाहिये । किसी की जान बचानें के लिये बडे आपरेशन की जरूरत है तो वह तुरन्त हो इस तरह की व्यवस्था होनी चाहिये।
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