कांग्रेस देश, संविधान और लोकतंत्र का अपमान बंद करें - अरविन्द सिसोदिया congress apmaan bnd kre

कांग्रेस देश का अपमान करना बंद करें - अरविन्द सिसोदिया 

कांग्रेस इन दिनों राहुल गांधी की संसद सदस्यता चले जाने से आंदोलनरत है और उसे इस तरह पेश कर रही है जैसे उनके साथ कोई बहुत बड़ा अत्याचार - अनचार हुआ हो।  जबकि इस तरह के निर्णय अदालतों के द्वारा पहले भी हुए हैं और पहले भी सदनों से सदस्यता गई हैं। किंतु उस समय यही कांग्रेस को एंजॉय करती थी।

जब लालू प्रसाद यादव की सदस्यता जाने की स्थिति बन रही थी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह उसे रोकनेँ के लिए एक अध्यादेश लाए थे। तब उस अध्यादेश को फाड़कर फेंकने वाले भी राहुल गांधी ही थे और राहुल गांधी द्वारा अध्यादेश फाड़े जाने पर चुप रहने वाली पार्टी का नाम भी कांग्रेस था। इस तरह का दोहरा चरित्र स्वार्थी चरित्र अपने मतलब का चरित्र जनता देख रही है, समझ भी रही है और उसी के हिसाब से आगे निर्णय भी करने वाली है।

राहुल गाँधी नें लालूप्रसाद यादव की सदस्यता समाप्ति को एन्जॉय किया और अब खुद पर बीती तो तूफान खड़ा कर रहे हैं।

 1- 2013 में लालू प्रसाद यादव की संसद सदस्यता चली गई
 2- 2014 में मुख्यमंत्री रहते हुए जयललिता की सदस्यता चली गई
3-  2023 में पीपी मोहम्मद फैजल  सांसद की सदस्यता चली गई
4-  2019 में आजम खां विधायक की सदस्यता चली गई

 और इस तरह के बहुत सारे नाम है जिन की सदस्यता इसी कानून के तहत चली गई, जिसमें कांग्रेस और भाजपा के जनप्रतिनिधि भी थे।मगर कभी भी इस पर कांग्रेस ने विलाप नहीं किया, निंदा नहीं की, गलत नहीं बताया, लोकतंत्र खतरे में नहीं बताया, संविधान खतरे में नहीं बताया। 

जैसे ही राहुल गांधी को सजा हुई, सजा के कारण उनकी सदस्यता गई, वैसे ही कांग्रेस काले कपड़ों में आ गई, कानून और संविधान खतरे में पड़ गया, सरकार तानाशाह हो गईं।अजीब अजीब से अनावश्यक बहुत सारे शब्द कांग्रेस की तरफ से समाज के बीच में बोले जा रहे हैं जो कि कुल मिलाकर के स्वयं भी अपमान कारक और आपत्तिजनक है।

 राहुल गांधी एक बड़े राजनैतिक परिवार के नेता हैं जिस परिवार में तीन तीन प्रधानमंत्री हुए हैं उसके वंशज हैं। इसलिए उनके साथ राजनीतिक व्यवहार और बर्ताव दूसरा होना चाहिए, विशेष होना चाहिए, वे कानून से ऊपर है, वे संविधान से ऊपर है, वे लोकतंत्र से ऊपर है,उनको सब तरह से माफी मिलना चाहिए, उनके सभी अपराध क्षमा कर देना चाहिए। एक लोकतांत्रिक देश में मनोविकृति -  विकृति कांग्रेस के द्वारा परोसी जा रही है। बार-बार कही जा रही है। यह पूरी तरह गलत है।

अब समय आ गया है कि कांग्रेस और दूसरे दल यह अच्छी तरह समझें कि भारत संवैधानिक देश है और संविधान से चलेगा। अब राजनीतिक दबाव और राजनीतिक प्रभाव में यह नहीं होगा कि " ए  के लिए कोई कानून और बी के लिए कोई और कानून। "

 सोनिया जी हो, प्रियंका जी हो, राहुल जी हो, कांग्रेस की तमाम लीडरशिप हो। देश का नेतृत्व चुनी हुई सरकार कर रही है। चुनी हुई सरकार के चुने हुए पदाधिकारियों  को अपमानित करना बंद करें, उनका अपमान करना बंद करें, क्योंकि यह अपमान देश का अपमान है, संविधान का अपमान है, लोकतंत्र का अपमान है।

 अब समय आ गया है कि जनता भी गलत मनोवृत्ति पर, गलत अभिव्यक्ति पर, गलत तौर तरीकों पर और उनके जुड़े लोगों को, अपनी अभिव्यक्ति के माध्यम से, अपने अधिकारों के माध्यम से, अपने कानूनी दायरों के माध्यम से, यह बताएं कि आप गलत थे और आपको गलती की सजा मिलनी चाहिए।

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