कांग्रेस की प्रधानमंत्री मोदी की, मृत्यु कामनाओं को देखते हुये, सुरक्षा व्यवस्था बड़ानी चाहिए - अरविन्द सिसोदिया

प्रधानमंत्री मोदी की कांग्रेस की मृत्यु कामनाओं को देखते हुये, सुरक्षा व्यवस्था बड़ानी चाहिए - अरविन्द सिसोदिया


जब कोई किसी भी तरह हारता नहीं है या पराजित नहीं होता है, या जिस पर बस नहीं चलता, तो उसके विरोधी कहते हैं " मरता भी तो नहीं है। ", " भगवान इसे उठाता भी तो नहीं है। "

भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी नें उनकी मृत्यु कामना करने वाली कांग्रेस को एक संबोधन में जबाब भी दिया है कि " वे चाहते हैं कि मर जा मोदी और जनता कहती है कि मत जा मोदी। "

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को देश की जनता सिर आँखों पर उठाये है। विश्वभर में उनकी लोकप्रियता सर्वोपरि है। वे कठिन से कठिन कार्यों को भी बहुत आसानी से सफलता पूर्वक कर लेते हैं। ईश्वर उनका साथ देता है।

कोरोना की महामारी की बर्बादी नें अभी तक भी पीछा नहीं छोड़ा है। बड़े बड़े देश संकट से उबर नहीं पाये हैं। बहुत से देशों की सरकारें बदल गईं या गिर गईं हैं। भुखमरी और आर्थिक पतन से ग्रस्त हो गई हैं। मगर भारत उन सभी चुनौतीयों से उबर चुका है।

 देश के अंदर हो रहे विभिन्न चुनावों में प्रधानमंत्री मोदी के पक्ष में ही परिणाम आ रहे हैं। कांग्रेस नेतृत्व में चल रहे विपक्ष के तमाम भ्रम और झूठ भी ओंधे मुंह गिर रहे हैं।

भारत को अस्थिर करने वाली विदेशी ताकतों के तमाम षड्यंत्र, टूलकिट और फंडिग्स के बाबजूद प्रधानमंत्री मोदी सफल शासन की अगुवाई कर रहे हैं।

इससे बौखला कर कांग्रेस अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मृत्यु कामना करने लगी है। कांग्रेस कि मृत्यु कामना को हल्के में नहीं लेना चाहिए, यह षड्यंत्र भी हो सकता है। प्रधानमंत्री जी कि पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की जानी चाहिए।

हाल ही में कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी एवं पंजाब कांग्रेस के नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने जयपुर में कहा है कि 'अगर मोदी खत्म हो गया तो हिंदुस्तान बच जाएगा।'

रंधावा ने कहा कि " मोदी को खत्म करने की बात करो। मोदी रहा तो हिंदुस्तान खत्म हो जाएगा। मोदी खत्म हो गया तो हिंदुस्तान बच जाएगा। " 

इससे पहले भी मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता राजा पटेरिया द्वारा कहा गया है कि " नरेंद्र मोदी की हत्या के लिए तैयार हो जाइए"

मध्यप्रदेश कांग्रेस के पूर्व मंत्री राजा पटैरिया ने दमोह में कुछ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी को लेकर कमेंट किया। उन्होंने कहा, 'मोदी चुनाव खत्म कर देगा, मोदी धर्म, जाति, भाषा के आधार पर बांट देगा। दलितों का आदिवासियों का और अल्पसंख्यकों का जीवन खतरे में है। अगर संविधान को बचाना है तो मोदी की हत्या करने के लिए तैयार रहो।' कांग्रेस नेता के इस बयान पर बवाल बढ़ने के बाद राजा पटैरिया ने अपनी सफाई में कहा कि यह उनके मुंह से फ्लो में निकल गया है। दरअसल उनके कहने का मतलब था कि मोदी को हराने के लिए तैयार रहो। कांग्रेसी नेता के इस बयान के सामने आने के बाद उनके ऊपर मामला दर्ज कर लिया गया है।

 कांग्रेसी नेताओं की ओर से नरेंद्र मोदी के खिलाफ यह कोई इकलौता बयान नहीं है, मोदीजी कि मृत्युकामना और मोदीजी को गरियाना कांग्रेस में अपनी पदोन्नति एवं प्रतिष्ठा अर्जित करने का साधन भी बन गया है।y

कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए श्रीमती सोनिया ने तब गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेन्द्र मोदी के खिलाफ" मौत का सौदागर" शब्द का उपयोग किया था तो पूर्व अध्यक्ष रहते हुए युवराज राहुल गांधी ने कोरोना को कोविड के बजाए 'मोविड' कहा था।

अखिल भारतीय कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी ने कई साल पहले नरेंद्र मोदी को 'मौत का सौदागर' बता चुकी हैं। इसके अलावा सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी को गुजरात का मुख्यमंत्री रहते खूनी पंजा तक बताया था।

इसके अलावा राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विषय में यह कहा था कि जनता उन्हें सड़क पर दौड़ा-दौड़ा के डंडे से मारेगी। इतना ही नहीं राहुल गांधी ने वैश्विक आपदा कोविड-19 (कोरोना) की वजह से हुई मौतों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जोड़ते हुए कोविड को मोविड बताया था।

मणिशंकर अय्यर की इस टिप्पणी पर हुआ था विवाद

2014 लोकसभा चुनाव के पहले और नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले ही कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधना शुरू कर दिया था। चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री और बीजेपी के प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को नीची जाति का बताते हुए नीच किस्म का व्यक्ति बताया था। 2014 में पूर्ण बहुमत के साथ नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनने के बाद आरोप है कि यही मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान की सरकार से किसी भी तरह नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद से हटाने की गुहार लगा रहे थे।

हिटलर की मौत मरेगा मोदी- सुबोधकांत सहाय ने दिया था विवादित बयान

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोध कांत सहाय भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए हिटलर की मौत मरने की कामना कर चुके हैं। झारखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने यह कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्यवहार हिटलर की तरह है और वह हिटलर की मौत ही मरेगा।

जब यूपी के कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने कहा था- बोटी-बोटी काट देंगे
जब यूपी के कांग्रेस नेता ने कहा था- बोटी-बोटी काट देंगे
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के एक मुस्लिम कांग्रेसी नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बोटी बोटी काट देने की बात कही थी। उनका वह वीडियो आज तक सहित यूट्यूब पर खूब चला था, उन्होंने मोदी जी के खिलाफ अनाप सनाप बोला था। जिसका इनाम भी उन्हें कांग्रेस नें दिया था। उसके इस बयान के बाद खुद राहुल गांधी ने उसकी प्रशंसा की थी।

सहारनपुर में रैली के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस के उम्मीदवार इमरान मसूद को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सहारनपुर में तो बोटी-बोटी करने वाले साहब भी हैं और कांग्रेस के शहजादे के बहुत चहेते हैं। वो बोटी-बोटी करने वाले लोग हैं और हम बेटी-बेटी को सुरक्षा देने वाले लोग हैं।

इमरान मसूद को कांग्रेस ने हाल ही में बड़ी जिम्मेदारी दी थी. उन्हें कांग्रेस ने प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया था. इसके अलावा राष्ट्रीय सचिव के साथ दिल्ली प्रभारी भी थे. लेकिन कुछ समय पहले ही इमरान ने सपा को सबसे बड़ा विपक्षी दल बता कर सबको चौंका दिया था. 

इंदिरा ठोक दी... मोदी क्या चीज है
दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान जो कुछ हुआ वो देश की जनता आज तक नहीं भूली होगी। मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन हुआ था। हालांकि इस आंदोलन में कृषि बिल के विरोध के नाम पर पीएम मोदी की हत्या की बात तक कहीं जाने लगी थी। उस समय खुफिया रिपोर्ट यह भी थे कि किसान आंदोलन में खालिस्तानी समर्थक भी घुस चुके हैं। इसी किसान आंदोलन में एक आंदोलनकारी ने खुलेआम कैमरे पर यह कहा था कि हमने तो 'इंदिरा ठोक दिया तो मोदी क्या चीज है।'

रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद वहां खालिस्तानी समर्थकों की संख्या भी बढ़ गई है। पंजाब के थाने और खुफिया विभाग के दफ्तरों पर 'रॉकेट लॉन्चर' और 'आरपीजी' से हमले किए जा रहे हैं। इसी पंजाब में चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले को प्रदर्शन के कारण एक ओवर ब्रिज पर रुकना पड़ा था। जहां पीएम का काफिला आधे घंटे तक रूका था वो पाकिस्तान के बॉर्डर से महज 7 किलोमीटर दूर था।

कुल मिला कर प्रधानमंत्री मोदी जी की सुरक्षा व्यवस्था और पुख्ता की जानी चाहिए।

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