BJP's sowing of 2023 has been done well and the result of 2024 has also been decided - Arvind Sisodia
BJP is going to register a big victory in the Lok Sabha elections in 2024 under the leadership of Narendra Modi. Because Congress wants to reach power through conspiracies instead of ground preparation. Which the country will never accept.
भाजपा की 2023 की बोनी अच्छी हो गई और 2024 की परिणाम भी तय हो गया - अरविन्द सिसौदिया
Victory of development, peace and harmony in the Northeast - Arvind Sisodia
BJP's sowing of 2023 has been done well and the result of 2024 has also been decided - Arvind Sisodia
2023 में 9 राज्यों के चुनाव होनें हैं -
हर बार की तरह ही आम चुनाव से ठीक पहले के चुनावों को सत्ता का सेमीफाईनल कहा जाता है। इस साल 2023 में होने वाले 9 राज्यों के विधानसभा चुनावों के ’सत्ता के सेमीफाइनल’ में हैं। इस में से तीन राज्यों के चुनाव हो चुके हैं,चुनाव परिणाम भी आ गये हैं। इनमें केन्द्र में सत्तारूढ़ राजग की अच्छी बोनी हुई है। वह दो राज्यों में स्वयं के बलबूते औद एक राज्य में अपने साथी दल को समर्थन देकर तीन राज्यों में राज्य सरकार बनाने जा रही है।
Elections of 9 states are to be held in 2023 -
Like every time, the elections just before the general elections are called the semi-finals of power. This year, 9 states are in the 'semi-finals of power' for the assembly elections to be held in 2023. Elections have been held in three of these states, the election results have also come. In these, the ruling NDA at the center has been sown well. It is going to form the state government in two states on its own and in three states by supporting its partner party in one state.
वहीं उसे 2024 में चुनोती देनें का मोर्चा खोल रही टीएमसी अर्थात ममता बनैर्जी ने इन तीनों राज्यों में एन्ट्री की कोशिश तो की है। मगर उसे काबिले तारीफ सफलता नहीं मिली है। तथा वह टीएमसी की सरकार वाले पश्चिमी बंगाल में कांग्रेस से उपचुनाव हार गई है।
On the other hand, TMC ie Mamata Banerjee, who is opening a front to contest her in 2024, has tried to enter these three states. But he has not got commendable success. And she has lost the by-election to the Congress in TMC-ruled West Bengal.
वहीं केन्द्र सरकार का विकल्प मान कर चुल रही कांग्रेस को बडी हॉनी ही उठानी पडी है। वह कहीं भी टिक नहीं पाई है। लेकिन यह पूरा वर्ष चुनावी वर्ष है, अभीभी 6 राज्यों के चुनाव शेष हैं। हाल ही में त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड में चुनाव सम्पन्न हुये हैं। वहीं कर्नाटक, मिजोरम, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं।
On the other hand, the Congress, which is running as an alternative to the Central Government, has had to suffer a lot. She has not been able to stand anywhere. But this whole year is election year, there are still 6 state elections left. Recently elections have been held in Tripura, Meghalaya, Nagaland. At the same time, assembly elections are to be held in Karnataka, Mizoram, Madhya Pradesh, Chhattisgarh, Rajasthan and Telangana.
कांग्रेस ने चुनाव परिणामों को छोटे राज्यों के चुनाव कह कर अपनी पार्टी की करारी हार को छुपानें का प्रयत्न किया है। भाजपा के लिये ये चुनाव परिणाम अच्छी बोनी की तरह है। इन चुनावों के परिणाम से भाजपा के पक्ष में वातावरण निर्माण हुआ है। जो उसके 2024 के आम चुनाव के जीतनें के प्रति आश्वस्त करते हैं। इस तरह से 2024 का परिणाम भी तय हो गये है।
The Congress has tried to hide the humiliating defeat of its party by terming the election results as elections of small states. This election result is like a good seed for the BJP. The result of these elections has created an atmosphere in favor of the BJP. Which assures him of winning the 2024 general elections. In this way the result of 2024 has also been decided.
कांग्रेस की हार का सबसे बडा कारण उसके पास काम करने वाले कार्यकर्ताओं की बेहद कमी है। सत्ता से लाभ बटोरनें वाले राजनैतिक लोग तो उससे जुडे हुये है। किन्तु भाजपा की तरह निर्स्वाथ राष्ट्रभाव से जुडे कार्यकर्ताओं का उस पर अभाव है। यही उसकी हार का बडा कारण है।
The biggest reason for the defeat of Congress is the lack of workers working with it. Political people who get benefits from power are connected to it. But like BJP, there is lack of selfless patriotism workers on it. This is the main reason for his defeat.
हलांकी मेरी मान्यता दूसरी है कि हर चुनाव की अलग नेचर होती है। उपचुनाव सामान्यतः मृत्यु के कारण होते है। मृतक के परिजन को टिकिट मिलनें पर साहनभूती जीत जाती है।
However, my belief is that every election has a different nature. By-elections are usually due to death. Sympathy wins when the family of the deceased gets a ticket.
गत चुनाव में राजस्थान एवं मध्यप्रदेश में भाजपा विधानसभा चुनाव हार गई थी। किन्तु लोकसभा चुनावों में दिल्ली की सभी, राजस्थान की सभी एवं मध्यप्रदेश की अधिकांश सीटें भाजपा ने जीती थी।
In the last elections, the BJP lost the assembly elections in Rajasthan and Madhya Pradesh. But in the Lok Sabha elections, BJP won all the seats in Delhi, all the seats in Rajasthan and most of the seats in Madhya Pradesh.
इसलिये इन्हे सेमी फाईनल तो नहीं कह सकते मगर आमचुनाव के ठीक पहले होनें वाले इन चुनावों का असर नकारा भी नहीं जा सकता । इसलिये चुनाव को चुनाव की तरह ही लडना चाहिये।
That's why they cannot be called semi-finals, but the effect of these elections, which are held just before the general elections, cannot be denied. That's why elections should be fought like elections.
कांग्रेस की हार का एक कारण यह भी है कि राहुल गांधी चुनाव में हार से डर गये है। उन्हे लगता है कि वे जहां भी चुनाव प्रचार को जाते हैं पार्टी चुनाव हार जाती है। इसलिये कांग्रेस ठीक तैयारी नहीं कर पा रही एवं ठीक से चुनाव भी नहीं लड पा रही है।
One of the reasons for the defeat of the Congress is that Rahul Gandhi is scared of defeat in the elections. They feel that wherever they go to campaign, the party loses the election. That's why Congress is not able to prepare properly and is not able to contest elections properly.
भाजपा की जीत का एक बडा कारण कांग्रेस की सदन में की जानें वाली हुल्लडबाजी भी है, जनता कांग्रेस के इस चाल् चलन से नाराज है।
One of the major reasons for the victory of the BJP is the life-threatening hue and cry of the Congress in the House, the public is angry with this behavior of the Congress.
2024 का चुनाव भाजपा इसलिये भी जीतेगी कि उसके अलावा अन्य कोई भी दल लोकसभा चुनावों में मोदी जी को टक्कर देनें की स्थिती में ही नहीं है। कांग्रेस भाजपा और मोदी जी को गालियां देनें व षडयंत्र रचनें में समय जाया कर रहीं है। तो आम आदमी पार्टी अखबारों में विज्ञापन देकर अपना फैलाव दिखानें की कोशिश कर रही है। जबकि किसी भी चुनाव को जीतनें के लिये पार्टी के पक्ष में जनता के बीच काम करने वाला कार्यकर्ता भी चाहिये । जो कि भाजपा के अतिरिक्त अन्य किसी दल के पास 2024 में तो नहीं हैं।
BJP will win the 2024 elections also because apart from it no other party is in a position to give competition to Modi ji in the Lok Sabha elections. Congress is wasting time in abusing BJP and Modi ji and creating conspiracies. So Aam Aadmi Party is trying to show its spread by giving advertisements in newspapers. While to win any election, a worker who works among the public in favor of the party is also needed. Which no other party except BJP has in 2024.
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