क्या हिंडनबर्ग रिपोर्ट इकानिमी किलिंग की सुपारी है - अरविन्द सिसोदिया
क्या हिंडनबर्ग रिपोर्ट इकानिमी किलिंग की सुपारी है - अरविन्द सिसोदिया
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- हिंडनबर्ग बताये अडानी के बजाए अमेरिकी बैंक क्यों दिवालिया हुआ।
- क्या हिंडनबर्ग रिपोर्ट इकोनिमी किलिंग की सुपारी है, तो कौन है इसके पीछे ?
भारत सरकार और दुनिया के अन्य देशों को अब हिंडनबर्ग और उसकी ही तरह भ्रम फैला कर आर्थिक कत्ल करने की सुपारी लेनें वाली संस्थाओं के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाहीयों करने के लिये अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कठोर क़ानून बनवाने चाहिए और अंतर्राष्ट्रीय संधि करनी चाहिए। अंतर्राष्ट्रीय प्रतिब्धता स्थापित करनी चाहिए।
- अपनें आपको जागरूक शोध संस्थान प्रचारित करनें वाली हिंडनबर्ग अब षड्यंत्रकारी होने की शंका के घेरे में है।
यह शंका इसलिए ख़डी हो गईं है कि " जब घर में ( अमरीका में ) बैंक डूब रहा था तो उसे बचानें के बजाए हिंडनबर्ग भारतीय उद्योगपति अडानी को डुबानें का षड्यंत्र क्यों कर रहा था ।"
पूरे विश्व में अब यह प्रश्न उपस्थित हुआ है कि " हिंडनबर्ग को अगर अडाणी दिख रहा था, तो उसे खुद के देश का सिलिकॉन वैली बैंक क्यों नहीं दिखा या उसकी आंखें डूबते अमरीकी बैंक के मामले में क्यों बंद थीं। "
अडाणी समूह पर हिंडनबर्ग की एक तरफा भ्रामक रिपोर्ट और एसवीबी बैंक पर आंखें बंद, मुँह में चुप्पी। अर्थात हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर आर्थिक समीक्षक आश्चर्य चकित भी हैं और अब रिपोर्ट पर संदेह स्वयं ही खड़े हो गये हैं।
क्या कारण था कि इस अमरीकी संस्था हिंडनबर्ग ने एसवीबी बैंक का कोई स्टडी क्यों नहीं की व अपने ही देश तथा निवेशकों को सचेत क्यों नहीं किया।
हिंडनबर्ग को अगर अडाणी दिखा था तो वह सिलिकॉन वैली बैंक पर आंखें बंद क्यों किये था, निश्चित ही उसकी अडानी रिपोर्ट अब एक बार फिरसे सवालों के घेरे में है।
अमेरिका के सिलिकॉन वैली बैंक (SVB) डूबने से दुनियाभर में हड़कंप मचा हुआ है। बैंक के डूबने से हजारों स्टार्टअप्स पर ताला लगने और लाखों लोगों को बेरोजगार होने का खतरा पैदा हो गया है।
अर्थात एसवीबी बैंक के डूबने पर अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग की साख पर सवाल खड़े होने लगे हैं। मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि जब अमेरिका में बैठे हिंडनबर्ग को अडाणी ग्रुप में पता चल सकता है तो उसे अमेरिका के ही एक बड़े बैंक की वित्तीय स्थिति का पता क्यों नहीं चला।
क्या अडाणी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट किसी खास अवधारणा से प्रेरित था ?
हिंडनबर्ग अदाणी समूह के साथ व्यस्त था और उसके देश का 'एसवीबी' दिवालिया हो गया ....!!! एसवीबी का स्टॉक सिर्फ 2 दिनों में बर्बाद हो गया।"
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