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क्या मोदी फोबिया से पीड़ित हैं राहुल - अरविन्द सिसोदिया

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क्या मोदी फोबिया से पीड़ित हैं राहुल  - अरविन्द सिसोदिया क्या मोदी फोबिया से पीड़ित हैं राहुल  - अरविन्द सिसोदिया  Is Rahul suffering from Modi phobia - Arvind Sisodia The truth is that Congress and Rahul Gandhi are afraid of Narendra Modi's public popularity, are afraid of his efficiency, are afraid of his hard work to get results and that is why they keep humiliating Prime Minister Modi day by day. Keep criticizing. Keeps spreading lies. Same was the condition of Mrs. Sonia Gandhi when Modi was the Chief Minister of Gujarat. सच यही है कि कांग्रेस व राहुल गांधी नरेन्द्र मोदी जी की जन लोकप्रियता से भयभीत हैं, कार्यक्षमता से भयभीत हैं, उनकी परिणाम प्राप्ती की कर्मठता से भयभीत है और इसी कारण दिन प्रतिदिन वे प्रधानमंत्री मोदी जी को गरियाते रहते है। आलोचना करते रहते है। झूठ फैलाते रहते है। यही हाल श्रीमती सोनिया गांधी जी का भी था जब मोदी गुजरात में मुख्यमंत्री थे।  इन दिनों कांग्रेस के युवराज व अघोषित सर्वोच्च राहुल गाँधी.....!  हलाँकि उनका सरनेम काफ़ी विवादित है..... नाना  पंडित जवाहरलाल

पाप नाशनी गंगे मोक्ष दायिनी गंगे : हिन्दू सँस्कृति का अविरल प्रवाह

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मानो तो मैं गंगा माँ हूँ  (Mano Toh Main Ganga Maa Hun) मानो तो मैं गंगा माँ हूँ, ना मानो तो बहता पानी, जो स्वर्ग ने दी धरती को, में हूँ प्यार की वही निशानी, मानो तो मैं गंगा माँ हूँ, ना मानो तो बहता पानी ॥ -1- युग युग से मैं बहती आई, नील गगन के नीचे, सदियो से ये मेरी धारा, ये प्यार की धरती सींचे, मेरी लहर लहर पे लिखी है मेरी लहर लहर पे लिखी है इस देश की अमर कहानी, मानो तो मैं गंगा माँ हूँ, ना मानो तो बहता पानी ॥ हरी ॐ, हरी ॐ, हरी ॐ॥ हरी ॐ, हरी ॐ, हरी ॐ॥ -2- कोई वजब करे मेरे जल से, कोई वजब करे मेरे जल से, कोई मूरत को नहलाए, कही मोची चमड़े धोए, कही पंडित प्यास बुझाए, ये जात धरम के झगड़े ओ, ये जात धरम के झगड़े, इंसान की है नादानी, मानो तो मैं गंगा मा हूँ, ना मानो तो बहता पानी ॥ हर हर गंगे हर हर गंगे ॥ हर हर गंगे हर हर गंगे ॥ -3- गौतम अशोक अकबर ने, यहा प्यार के फूल खिलाए, तुलसी ग़ालिब मीरा ने, यहा ज्ञान के दिप जलाए, मेरे तट पे आज भी गूँजे, मेरे तट पे आज भी गूँजे, नानक कबीर की वाणी मानो तो मैं गंगा मा हूँ, ना मानो तो बहता पानी ॥ मानो तो मैं गंगा माँ हूँ, ना मानो तो बहता पानी, मानो तो मैं गं

भागीरथी माँ गंगा जी का अवतरण

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भागीरथी गंगावतरण  युधिष्ठिर ने लोमश ऋषि से पूछा, "हे मुनिवर! राजा भगीरथ गंगा को किस प्रकार पृथ्वी पर ले आये? कृपया इस प्रसंग को भी सुनायें।" लोमश ऋषि ने कहा, "धर्मराज! इक्ष्वाकु वंश में सगर नामक एक बहुत ही प्रतापी राजा हुये। उनके वैदर्भी और शैव्या नामक दो रानियाँ थीं। राजा सगर ने कैलाश पर्वत पर दोनों रानियों के साथ जाकर शंकर भगवान की घोर आराधना की। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शंकर ने उनसे कहा कि हे राजन्! तुमने पुत्र प्राप्ति की कामना से मेरी आराधना की है। अतएव मैं वरदान देता हूँ कि तुम्हारी एक रानी के साठ हजार पुत्र होंगे किन्तु दूसरी रानी से तुम्हारा वंश चलाने वाला एक ही सन्तान होगा। इतना कहकर शंकर भगवान अन्तर्ध्यान हो गये। "समय बीतने पर शैव्या ने असमंज नामक एक अत्यन्त रूपवान पुत्र को जन्म दिया और वैदर्भी के गर्भ से एक तुम्बी उत्पन्न हुई जिसे फोड़ने पर साठ हजार पुत्र निकले। कालचक्र बीतता गया और असमंज का अंशुमान नामक पुत्र उत्पन्न हुआ। असमंज अत्यन्त दुष्ट प्रकृति का था इसलिये राजा सगर ने उसे अपने देश से निष्कासित कर दिया। फिर एक बार राजा सगर ने अश्वमेघ

गंगा दशहरा : पवित्र गंगा के पृथ्वी पर अवतरण का पर्व

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गंगा दशहरा हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है ज्येष्ठ शुक्ला दशमी को दशहरा कहते हैं गंगा का पृथ्वी पर आगमन गंगा दशहरा का पर्व  मान्यता है कि राजा भगीरथ को जब अपने पूर्वजों का तर्पण करना था, तो उन्होंने गंगा को पृथ्वी पर लाने के लिए कठोर तप किया था। पुराणों के अनुसार उन्हीं के अनुरोध पर मां गंगा भगवान विष्णु के चरणों से निकली और भगवान शिव की जटाओं में समाई थीं। इसके बाद पुन: तप करने पर भगवान शिव ने अपनी एक जटा को पृथ्वी पर खोला था। तब से मां गंगा का अवतरण पृथ्वी पर माना जाता है। इस दिन गंगा स्नान और दान करने से हजारों अश्वमेघ यज्ञों के समान पुण्य फल मिलता है।  शास्त्रों में वर्णित है कि यत्र बहूना योगा: सा ग्राहा।। अर्थात् जहां ज्यादा योग हों वहीं ग्रहण करें, लेकिन इन दोनों दिन ही पांच-पांच योग रहेंगे। इसलिए दोनों दिन समान रूप से पुण्य लाभ कमाया जा सकता है।  सबसे पवित्र नदी गंगा के पृथ्वी पर आने का पर्व है- गंगा दशहरा  मनुष्यों को मुक्ति देने वाली गंगा नदी अतुलनीय हैं। संपूर्ण विश्व में इसे सबसे पवित्र नदी माना जाता है। राजा भगीरथ ने इसके लिए वर्षो तक तपस्या की थी। ज्येष्

The Modi is the brand of strong nation द मोदी इज द ब्रांड ऑफ़ स्ट्रांग नेशन

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  मोदी मजबूत राष्ट्र का ब्रांड है द मोदी इज द ब्रांड ऑफ़ स्ट्रांग नेशन भारत को अपना स्वदेशी संसद भवन  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार की सबसे महत्वपूर्ण सौगातों में देश को अपना स्वदेशी संसद भवन प्रदान करना महती उपलब्धि है जो एतिहासिक भी है। और प्रेरणादायी भी है।  - दुनिया का सबसे मजबूत राष्ट्रध्वज तिरंगा बना ! - चीन और पाकिस्तान से भिडनें व लडनें का माद्दा दिखा कर बता दिया कि भारत लकड़ी से भी शेर मार सकता है। - धारा 370 को समाप्त करके जम्मू और कश्मीर को राष्ट्र की मुख्य धारा में लानें का महान साहसिक कार्य जो युगों युगों तक मोदी सरकार को महान बनाये कहेगा। यह इस सरकार की सबसे बड़ी उयलब्धि है। - विश्व में सबसे बडा कोरोना वेक्सीनेशन कार्यक्रम और वह भी शिकायत रहित । यह पूरे विश्व में भारत के बाहर कहीं नहीं हुआ कि इतना बडा कार्यक्रम शिकायत र्फी हो गया हो। वर्ना 10 से 15 प्रतिशत शिकायतें इस तरह के कार्यक्रम में आती ही हैं। - मोदी सरकार देश के जन धन को यूं ही लुटानें में विश्वास नहीं रखती, मीडिया पर धन लुटाना कई दसकों की परम्परा बन गई थी। मोदी सरकार नें उसे रोका और मीडिया से भी अच्छे संबंध भी रख

नया संसद भवन राष्ट्र को समर्पित : माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के संबोधन का मूल पाठ

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नए संसद भवन को राष्ट्र को समर्पित करने के समारोह के मौके पर  माननीय नरेन्द्र मोदी जी  प्रधानमंत्री के संबोधन का मूल पाठ 28 May, 2023 लोकसभा के स्पीकर आदरणीय श्री ओम बिरला जी, राज्य सभा के उप सभापति श्री हरिवंश जी, माननीय सांसदगण, सभी वरिष्ठ जनप्रतिनिधि, विशिष्ट अतिथि, अन्य सभी महानुभाव, और मेरे प्यारे देशवासियों! हर देश की विकास यात्रा में कुछ पल ऐसे आते हैं, जो हमेशा के लिए अमर हो जाते हैं। कुछ तारीखें, समय के ललाट पर इतिहास का अमिट हस्ताक्षर बन जाती हैं। आज 28 मई, 2023 का ये दिन, ऐसा ही शुभ अवसर है। देश आजादी के 75 वर्ष होने पर अमृत महोत्सव मना रहा है। इस अमृत महोत्सव में भारत के लोगों ने अपने लोकतंत्र को संसद के इस नए भवन का उपहार दिया है। आज सुबह ही, संसद भवन परिसर में, सर्वपंथ प्रार्थना हुई है। मैं सभी देशवासियों को भारतीय लोकतन्त्र के इस स्वर्णिम क्षण की बहुत-बहुत बधाई देता हूं। साथियों, ये सिर्फ एक भवन नहीं है। ये 140 करोड़ भारतवासियों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतिबिंब है। ये विश्व को भारत के दृढ संकल्प का संदेश देता हमारे लोकतंत्र का मंदिर है। ये नया संसद भवन, योजना को यथार्थ

प्रधानमंत्री मोदी जी के 9 साल पूरे होने पर, पूरे जून माह में चलेगा महासंपर्क अभियान 9 Years Of PM Modi

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प्रधानमंत्री  मोदी जी के 9 साल पूरे होने पर, पूरे जून माह में चलेगा महासंपर्क अभियान कोटा 28 मई। भाजपा स्टेशन मंडल की मंडल कार्यसमिति बैठक, जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार सोनी के मुख्य मार्गदर्शन में रविवार को रंगेश्वर महादेव मंदिर के परिसर में सुबह 11 बजे से हुई, जिसमें मन की बात कार्यक्रम नये संसद भवन का लोकार्पण एवं मंडल कार्यसमिति सम्पन्न हुई। बैठक के मुख्य अतिथि भाजपा जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार सोनी नें कहा भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश दिन प्रतिदिन विकास एवं सम्मान  के नये नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार के 9 वर्ष पूर्ण होनें पर भाजपा कि और से कोटा शहर में महासंपर्क अभियान 30 मई से 30 जून तक चलाया जायेगा . सोनी ने कहा भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस के कुशासन को उखाड़ फेंकने के लिए कटिबद्ध है और बिजली पर लगातार लगाये गये सरचार्ज का निरंतर विरोध किया जायेगा। सोनी नें कहा 31 मई को अजमेर में प्रधानमंत्री मोदीजी के विशाल सभा में कोटा शहर भाजपा मंडल कार्यकर्ताओं सहित सम्मिलित होगी। भाजपा के प्रदेश सहसंयोजक मीडिया संपर्क विभाग अरविन्द सिसोदि

राजस्थान और कोटा-बूंदी के लिये विशिष्ट गौरवशाली ऐतिहासिक उत्सव है नये संसद भवन का लोकार्पण - अरविन्द सिसोदिया

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  राजस्थान और कोटा-बूंदी  के लिये विशिष्ट गौरवशाली ऐतिहासिक उत्सव है नये संसद भवन का लोकार्पण - अरविन्द सिसोदिया 27 मई कोटा । समाज सेवा , विभिन्न धार्मिक संस्थाओं से जुड़े वरिष्ठ राजनेता एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सह संयोजक मीडिया सम्पर्क विभाग अरविन्द सिसोदिया नें भारत के नये संसद भवन के लोकार्पण पर्व (28 मई ) को लेकर कहा है कि “ यह शुभ अवसर संपूर्ण विश्व में भारत को गौरवान्वित कर रहा  है , वहीं  राजस्थान और कोटा - बूंदी  को विशेष ऐतिहासिक हर्ष एवं उत्सव का पर्व है, क्यों कि आगे सदियों तक चलने वाले इस महान व अद्भुत निर्माण वास्तु देश को समर्पित करने में कोटा- बूंदी से सांसद एवं लोकसभा के माननीय अध्यक्ष ओम बिरला का नेतृत्व,मार्गदर्शन एवं सहभागिता हमें गौरवान्वित करती है।   सिसोदिया ने कहा “ भारत नें सदियों की गुलामी देखी है, उसे अपनी स्वदेशी संसद भवन आजादी के साथ ही मिलना चाहिए था किन्तु इसे मिलने में भी 75 वर्ष का समय लग गया है। राष्ट्रीय गौरव के इस महान निर्माण में कोटा के सपूत ओम जी बिरला का योगदान होना हमें गौरवान्वित करता है। उन्होनें कहा भारत को स्वाभिमान से भर देने वाली ,

कांग्रेस फिर बेनक़ाब , धर्मदंड के माध्यम से - अरविन्द सिसोदिया

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कांग्रेस इसे झूठा बता रही है मगर एक प्रमाणित संग्राहलय जो पं0 जवाहरलाल नेहरू जी को मिली भेंटों का संग्रह किये हुए है, के द्वारा इस धर्मदण्ड का उपलब्ध करवाना मायनें रखता है। दुनिया में अरबों इस तरह की चीजें हैं जिनके साक्ष्य नहीं हैं। मगर अस्तित्व है। उसी तरह इसे अस्तित्व तो माना ही जा सकता है। भारतीय संस्कृति का लौटता गौरव : धर्मदण्ड नई संसद में  प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू सेंगोल को हाथों में लिये हुए  पं. नेहरू के 1400 से अधिक उपहार म्यूजियम में मौजूद, गोल्डेन सेंगोल अब नए संसद भवन की बढ़ाएगा शोभा “ माना जाता है कि जब भारत आज़ाद हुआ तो तत्कालीन प्रधानमंत्री पं0 जवाहरलाल नेहरू बनें और उन्हे सत्ता सौंपे जानें के प्रतीक के रूप में धर्म दण्ड अर्थात राज धर्म के प्रति न्यायपूर्ण व्यवहार की जबावदेही की सनातन परम्परा का प्रतीक सौंपा गया ।  जब इसे भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल सी. राजगोपालाचारी के सुझाव पर ब्रिटिश हुकूमत की ओर से भारत को सत्ता सौंपे जाने को दर्शाने वाले प्रतीक के रूप में सौंपा गया था। चूंकी राजगोपालाचारी तमिलनाडू से थे उन्होनें इसकी वहां से व्यवस्था करवाई थी। यह वहां के चोल साम्

उदघाटन विरोधी विपक्ष औंधे मुंह गिरा : सर्वोच्च न्यायालय नें याचिका खारिज की

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  उदघाटन विरोधी विपक्ष औंधे मुंह गिरा :  सर्वोच्च न्यायालय नें याचिका खारिज की     जहां तक मुझे जानकारी है कि संसद और विधानसभाओं के अध्यक्ष यथा लोकसभा अध्यक्ष एवं विधानसभा अध्यक्षों को संवैधानिक व्यवस्था ने ही कई प्रकार के विशेषाधिकार प्रदान किये है। न्यायपालिका भी उनके निर्णयों पर सामान्यतः हस्तक्षेप नहीं करती है। जहां तक नई संसद भवन निर्माण का निर्देश भी लोकसभा अध्यक्ष जी की ओर से केन्द्र सरकार को हुआ था। इसलिये भूमिपूजन, शिलान्यास और लोकार्पण के निर्णय का अधिकार लोकसभा सचिवालय को ही है। आमंत्रण भी सही है और उसका उन्हे अधिकार भी है।  कांग्रेस को तो मोदीजी का विरोध करनें की मानसिक बीमारी है, कई वर्षों से दिख रही है। जनता में सर्वे करवा लें। दूध का दूध पानी का पानी हो जायेगा। एक सर्वे इसी बात पर सही । सब जानते हैं कि कांग्रेस का विरोध 2024 के आम चुनाव में किस्मत अजमानें के लिये है। पग चम्पी दलों को उनकी हां में हां भरनें के अतिरिक्त कोई रास्ता नहीं है। अर्थात विरोध नीती सम्मत नहीं है, स्वार्थ सम्मत है।  खिसयानी बिल्ली .....वाली कहावत.... कांग्रेस को देश की स्वतंत्रता के साथ ही स्वदेश स

New Parliament House : Modi hai to mumkin hai नया संसद भवन : मोदी है तो मुमकिन है

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                                                              The new Parliament House of India The new Parliament House of India will be inaugurated by Prime Minister Narendra Modi on May 28, 2023, in which Lok Sabha Speaker Om Birla will be mainly present. The inauguration is being done on the invitation of the Secretary General of Lok Sabha. The invitation letters are being sent by the Lok Sabha Secretariat.                                                                 Prime Minister Narendra Modi  PM Modi to install sacred 'Sengol' at new Parliament building https://arvindsisodiakota.blogspot.com/2023/05/pm-modi-to-install-sacred-sengol-at-new.html The instructions to build this new Parliament House were given to the Central Government by the Speaker of the Lok Sabha. This building, which remains in the possession of the Speaker of the Lok Sabha, is the center of completion of parliamentary work. That's why it is a futile debate whether he should do this inauguration