Akhilesh's truth, uncle Shivpal's wordsअखिलेश की सच्चाई,चचा शिवपाल की जुबानी 2019
Akhilesh's truth, uncle Shivpal's words_2019
अखिलेश की सच्चाई,चचा शिवपाल की जुबानी 2019
उत्तर प्रदेश की मुख्य समस्या सामाजिक आतंक से जुडे बाहूबली है। इसी का लाभ मूल रूप से मायावती को मिला था । बसपा का नारा ही था ” चढ़ गुण्डों की छाती पर सील लगेगी हाथी पर “
सपा और गुण्डागर्दी का गठजोड किसी से छुपा नहीं है। उनकी प्रत्याशी लिस्ट ने भी यही उजागर कर दिया है। सबसे बडी समस्या अखिलेश के साथ मुस्लिम गुण्डागर्दी की है। जिसे वे काबू में वे कर ही नहीं सकते । इसीलिये जमीनी आधार पर उन्हे कोई बडा जनसमर्थन मिलता नहीं दिख रहा है। हलांकि यह भी सच है कि यूपी में कांग्रेस,आप पार्टी और हैदराबादी पार्टी सिर्फ भ्रम फैला रहीं हैं। ये कहीं भी कोई टक्कर वाला प्रत्याशी उतारेंगी ही नहीं, इनका मकसद स्वयं जीतना नहीं बल्कि भाजपा को हराना है। जहां तक मायावती का सवाल है यदि उन्होनें मजबूत प्रत्याशी उतारे तो वह नम्बर दो पर रह सकती है। सपा की अभी तो हवा बनाने की नौटंकी मात्र है। परिणाम वही होगें जो पप्पूओं के होते है। अखिलेश के नेतृत्व में सपा ने कभी कोई चुनाव नहीं जीता । लोकसभा 2019 में सपा की छीछालेदर जग जाहिर है।
जहां तक अखिलेश की बात है वह पप्पूवादी नेता है अर्थात अहंकार का बृहमाण्ड ! बदतमीजी का बृहमाण्ड !! अनैतिकता में सर्वोपरी !!! किसी की नहीं मानने वाला ! कांग्रेस युवराज के पद चिन्हों पर चलने वाला । सपा की हालत कांग्रेस जैसी करने वाला ।
सपा को बनाने में सारा जीवन खपा देनें वाले मुलायम सिंह के भाई शिवपाल का एक चुनावी भाषण जिसमें अखिलेश और सपा की गुण्डाराज प्रियता पर सच सच बोला गया था । उसके कुछ अंश यहां प्रस्तुत हैं:-
shivpal yadav
शिवपाल ने याद दिलाया माया को चढ़ गुंडों की छाती पर मुहर लगाओ हाथी परश् शुक्रवार को प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने अकबर लोकसभा सीट से प्रत्याशी महेंद्र यादव के समर्थन में रमईपुर में जनसभा को संबोधित किया। जनसभा को संबोधित करते हुए शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि 2019 का ये लोकसभा चुनाव हमारे लिए सम्मान का चुनाव है।
26 अप्रैल 2019
कानपुर । प्रसपा मुखिया शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मायावती पर भरोसा नहीं किया जा सकता है उन्होंने हमेशा धोखा दिया है। अखिलेश यादव पर क्या भरोसा किया जा सकता है जिसने अपने पिता को धोखा दिया मुझे धोखा दिया। मायावती ने नेता जी के ऊपर क्या-क्या हमले किए थे एक रात में कितने मुक़दमे लिखाए थे। यदि जज ने निर्णय सही नहीं दिया होता तो नेताजी जमानत कराते-कराते जेल में ही पड़े होते।मायावती ने नारा दिया था चढ़ गुंडों की छाती पर मोहर लगाओ हाथी पर मैंने और नेता जी ने बहन बनाया नहीं तो बुआ जी कहां से हो गई । डिंपल ने पैर छू लिए और तेज प्रताप ने भी पैर छू लिए सब ने लाइन लगाकर पैर छूए। यदि हमारे आकर सिर्फ कह देते चाचा चलो हमारे साथ सिर्फ इतनी सी बात थी।
शुक्रवार को प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने अकबर लोकसभा सीट से प्रत्याशी महेंद्र यादव के समर्थन में रमईपुर में जनसभा को संबोधित किया। जनसभा को संबोधित करते हुए शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि ......हमने बहुत प्रयास किया कि हमें सपा से अलग न होना पड़े। राम मनोहर लोहिया ,चौधरी चरण सिंह ,मुलायम सिंह की विचारों में चलने वाले लोगो ने हमें राय दी कि पार्टी में बुजुर्गाे की राय पर चलने वाले लोग बचे नहीं है.....।
प्रोफ़ेसर रामगोपाल पर गुंडों को सरंक्षण देने का लगाया आरोप...
उन्होंने कहा कि सपा में अब कैसे लोग घुस गए है जो अवैध काम करते है । जमीनों पर कब्ज़ा ,गुंडागर्दी मैंने इसी बात का विरोध किया था । ऐसे लोगों को संरक्षण कौन देता है चश्मा वाले प्रोफ़ेसर। जब उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार बनी थी मेरे पास बहुत बड़े-बड़े विभाग थे लेकिन मेरे ऊपर किसी प्रकार का कभी आरोप नही लगा है। विरोध करने पर मुझे मंत्री पद से बर्खास्त होना पड़ा ।
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मैंने सिर्फ ये कहा था कि समाजवादी पार्टी में मुझे थोड़ा काम दे दो । उत्तर प्रदेश में काम नहीं है किसी दूसरे प्रदेश में काम देदो। मैंने दिल्ली के भी बहुत चक्कर लगाए थे । फिरोजाबाद में चश्मा नाम बहुत फेमस हो गया था लोगों ने वो चश्मा उतार कर फेकनें का काम किया है बल्कि चश्मा टूट गया है। सपा लोहिया ,चौधरी चरण सिंह के सिद्धांतो पर बनी थी । समाजवादी पार्टी भ्रमित हो गई है और अब बिल्कुल उल्टा काम कर रही है।
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अखिलेश यादव ब्राह्मणों को क्या समझते थे उसका जीता जागता उदाहरण है ये तस्वीर...
अखिलेश यादव के कदमों में घुटनों के बल बैठा यह व्यक्ति कोई कांस्टेबल या इंस्पेक्टर या एसपी नहीं है बल्कि कानपुर जोन का IG आशुतोष पांडे है और यह दृश्य सैफई मुजरोत्सव का है...
अखिलेश यादव ने पुलिस अधिकारियों और ब्राह्मणों को चेतावनी देने के लिए जानबूझकर आईजी जोन आशुतोष पांडे को अपने कदमों में घुटने के बल बैठाया था।
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