राजस्थान स्तब्ध - वीरांगना रामा देवी का अपमान शहीदों का अपमान

veeraangana raama devee ka apamaan shaheedon ka apamaan


वीरांगना रामा देवी का अपमान शहीदों का अपमान 


Insult to Veerangana Rama Devi Insult of martyrs


देश के लिये अपने जीवन की कुर्बानी देनें वाले शहीद की वीरांगना के अपमान से राजस्थान लज्जित हुआ
 

इस तरह का घोर निंदनीय अपमान कांग्रेस राज में ही संभव है ।
आज राजस्थान स्तब्ध है अपमानित है शर्मसार है  शेम शेम अत्यंत निंदनीय ।
वीरांगना रामा देवी का अपमान, देश का अपमान है। शहीदों का अपमान है।
यह अक्षम्य है।
28 लोगों को सम्मानित करनें में कोरोना गाइड लाईन नहीं थी एक वीरांगना को अपमानित करने के लिये कोरोना गाइड लाइन आडे आ गई।
-------------------------------

राजस्थान के प्रतिष्ठित समाचार पत्र दैनिक भास्कर की रिपोर्ट


 

 

सम्मान नहीं मिलने से फूट-फूटकर रोई वीरांगना : तबीयत बिगड़ने से बेहोश,
बोली- सम्मान नहीं करना था तो कार्यक्रम में बुलाया क्यों?
सम्मान नहीं मिलने से फूट-फूटकर रोई वीरांगना
दौसा
26 जनवरी 2022

दौसा में गणतंत्र दिवस के जिला स्तरीय समारोह में सम्मान नहीं मिलने पर वीरांगना फूट- फूटकर रोने लगी। वीरांगना की तबीयत इतनी बिगड़ गई कि वह बेहोश हो गई। समारोह में कैबिनेट मंत्री परसादी लाल मीणा भी मौजूद थे। इधर, जिला प्रशासन ने कोरोना गाइडलाइन का हवाला देते हुए सम्मान समारोह से इनकार किया, जबकि 28 प्रतिभाओं का सम्मान किया गया।

 

  वीरांगना रामा देवी ने कहा- प्रशासन ने गणतंत्र दिवस समारोह में सम्मान के लिए बुलावा भेजा था। ऐसे में वह अपने बेटे के साथ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जयपुर से दौसा पहुंची थी। वीरांगना बोली- मेरा ऐसा अपमान कभी नहीं हुआ। यदि सम्मान ही नहीं करना था तो फिर कार्यक्रम में क्यों बुलाया? शहीद के बेटे गिरधर सिंह ने कहा, जिला प्रशासन से सूचना मिली थी कि वीरांगना का सम्मान किया जाएगा। ऐसे में वह अपनी मां को लेकर यहां आया था।

हेल्थ मिनिस्टर भी हैरान रह गए
वीरांगना का सम्मान नहीं करने के सवाल पर हेल्थ मिनिस्टर परसादी लाल मीना ने कहा मुझे भी लगा कि इस बार वीरांगना का सम्मान क्यों नहीं किया गया? यदि कोई वीरांगना आई हुई है तो अभी उसका सम्मान कर देते हैं। अधिकारियों से पूछने पर बताया कि कोविड गाइडलाइन की पालना में वीरांगना का सम्मान नहीं रखा गया। ये सुन हेल्थ मिनिस्टर भी हैरान रह गए।

वीरांगनाओं को नहीं बुलाया था
एडीएम रामखिलाड़ी मीणा का कहना है कि कोविड गाइडलाइन की पालना में इस बार वीरांगनाओं के सम्मान का कार्यक्रम नहीं रखा गया था। कोई वीरांगना सम्मान लेने पहुंची हो इसकी जानकारी नहीं है।

2005 में शहीद हुए थे गुमान सिंह
जानकारी के अनुसार बांदीकुई क्षेत्र के बैजुपाड़ा निवासी जवान गुमान सिंह राजपूत 5 जुलाई 2005 को जम्मू-कश्मीर के बारामूला में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए थे।
------------
चिकित्सा मंत्री परसादीलाल ने किया ध्वजारोहणःकोरोना वेक्सीनेशन की थीम पर हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम, चिकित्सा मंत्री ने भी बटोरी तालियां
दौसा

जिले में 73वां गणतंत्र दिवस समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिला मुख्यालय पर मुख्य समारोह स्वर्गीय राजेश पायलट स्टेडियम में आयोजित किया गया जहां सुबह 9:05 बजे चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने ध्वजारोहण किया और परेड का निरीक्षण कर मार्च पास्ट की सलामी ली।

इसके बाद एडीएम रामखिलाड़ी मीणा ने राज्यपाल के संदेश पढ़ा। कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट कार्य के लिए जिले की 28 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। वहीं देशभक्ति गीतों के जरिए राष्ट्र के प्रति समर्पण भाव का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में जिला प्रमुख हीरालाल सैनी, नगर परिषद की सभापति ममता चौधरी, कलेक्टर कमर उल जमान चौधरी, एसपी अनिल बेनीवाल सहित पुलिस-प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।


टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

Veer Bal Diwas वीर बाल दिवस और बलिदानी सप्ताह

अटलजी का सपना साकार करते मोदीजी, भजनलालजी और मोहन यादव जी

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

सफलता के लिए प्रयासों की निरंतरता आवश्यक - अरविन्द सिसोदिया

रामसेतु (Ram - setu) 17.5 लाख वर्ष पूर्व

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

हम ईश्वर के खिलोने हैँ वह खेल रहा है - अरविन्द सिसोदिया hm ishwar ke khilone

माता पिता की सेवा ही ईश्वर के प्रति सर्वोच्च अर्पण है mata pita ishwr ke saman

हमारा शरीर, ईश्वर की परम श्रेष्ठ वैज्ञानिकता का प्रमाण