हमास के पीछे कौन कौन , यह सामनें आना चाहिए - अरविन्द सिसौदिया
हमास के पीछे कौन कौन , यह सामनें आना चाहिए - अरविन्द सिसौदिया
terrorist attacks in Israel
में जो एक बात समझा कि इजराईल नें कुछ इस्लामिक देशों के प्रति प्रेम बड़ाया और सावधानी पर से नजर हटाली.... उनकी यही भूल इजराईल पर हमास के बड़े हमले की सफलता का कारण बन गईं....! यह पूरी दुनिया को समझना है कि आतंकवाद सिर्फ आतंकवाद है... इसका एक मात्र इलाज युद्ध है... प्रहार है... परास्त किया जाना है। विशेष कर भारत को तो सावधान रहना ही होगा..। सावधानी हटी दुर्घटना घटी।
मूलरूप से हमास आतंकी संगठन मात्र नहीं है बल्कि उसे विश्व के कई बडे देशों का बडा आर्थिक एवं सैन्य सहयोग मिल रहा है। वह लेबिल के रूप में हमास है, उसको आगे रख कर सम्पन्न मुस्लिम देश और विश्व राजनीति में कई मानवता के खलनायक अपने अपने हितों के लिए सक्रीय हैं। असल में हमास के पीछे से जो सक्रीय हैं, उनके चेहरे बेनकाव होनें चाहिये। क्यों कि कुछ ही मिनटों में 5000 मिसाईलें दाग देना किसी आतंकी संगठन का नहीं बल्कि कुछ देशों का अघोषित संयुक्त हमला है। इजराईल की तमाम सिक्यूरिटी फैल होना बताता है कि इजराईल के सिक्यूरिटी सिस्ब्म को संभवतः हैग कर लिया गया था। इसीलिए इतना बडा फैल्योर हुआ। इसके सच को खुल कर सामनें लाया जाना चाहिये। जो आज इजराईल के साथ हुआ वह कल किसी दूसरे देश के साथ भी होगा...।
इजरायल के निवासी जब 7 अक्टूबर, शनिवार 2023 की सुबह जब उठे तो लगातार सायरन की आवाज़ गूँज रही थी। हमास के आतंकी बुलडोजर लेकर इजरायल के शहरों में घुस चुके थे और लोगों को मार रहे थे । 5000 से भी अधिक रॉकेट अब तक दागे जा चुके हैं। ऐसे में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी युद्ध का ऐलान करते हुए कह दिया है कि दुश्मन को ऐसा जवाब दिया जाएगा कि उन्होंने सोचा भी नहीं होगा।
जहां तक मेरी जानकारी है कि “हमास” को - कनाडा, यूरोपीय संघ, इज़राइल, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका हमास को आतंकवादी संगठन के रूप में वर्गीकृत करते हैं। ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, पैराग्वे और यूनाइटेड किंगडम आतंकवादी संगठन के रूप में केवल इसकी सैन्य शाखा को वर्गीकृत करते हैं। इसे ब्राजील, चीन, मिस्र, ईरान, नॉर्वे, कतर, रूस, सीरिया और तुर्की द्वारा आतंकवादी संगठन नहीं माना जाता है। दिसम्बर 2018 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक अमेरिकी प्रस्ताव को खारिज कर दिया, जिसमें हमास को आतंकवादी संगठन के रूप में दोषी ठहराया गया। इस तरह से हमास के आतंकी संगठन होनें पर ही विश्व में कई मत हैं। इसीलिए भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा है कि आतंकवाद के विषय पर पूरी दुनिया को एक होनें की जरूरत है।
PM Modi ji - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राजधानी दिल्ली में आयोजित जी-20 / पी - 20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन एक तरह से दुनिया भर की विभिन्न संसदीय कवायदों का समापन है. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि यह शांति और भाईचारे का समय है, साथ चलने का समय है, साथ मिलकर आगे बढ़ने का समय है.
आतंकवाद का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'यह समय सबके विकास और कल्याण का है. हमें वैश्विक विकास संकट से उबरना होगा और मानव-केंद्रित सोच पर आगे बढ़ना होगा. हमें विश्व को एक पृथ्वी, एक परिवार और एक आत्मा के नजरिए से देखना होगा. भारत दशकों से सीमा पार आतंकवाद का सामना कर रहा है.यहां आतंकियों ने हजारों निर्दोष लोगों की हत्या कर दी है.करीब 20 साल पहले आतंकवादियों ने हमारी संसद को भी निशाना बनाया था. उस समय संसद का सत्र चल रहा है. आतंकी सांसदों को बंधक बनाकर उन्हें खत्म करने की तैयारी में थे. ऐसी कई आतंकी घटनाओं से निपटते हुए भारत यहां तक पहुंचा है.
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पीएम मोदी ने कहा, “इजरायल पर आतंकी हमले से काफी आहत हूँ। हमारी प्रार्थनाएँ एवं संवेदनाएँ निर्दोष पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। इस कठिन परिस्थिति में हम इजरायल के साथ एकजुटता से खड़े हैं।” उधर इजरायल की IDF (डिफेन्स फोर्सेज) ने गाजा में घुस कर कई ड्रोन स्ट्राइक को अंजाम दिया है। उधर यूक्रेन ने भी इजरायल का समर्थन किया है। यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भी इजरायल के समर्थन में बयान जारी किया है।
गाजा पट्टी से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ओफ़ाकिम शहर में कई लोगों को बंधक बनाए जाने की खबर है। वहाँ कई आतंकियों को इजरायल की सेना ने मार भी गिराया। कीबुत्ज के लोगों ने सेना से गुहार लगाई है कि उन्हें बचाया जाए। हमास के बंदूकधारी आतंकी शहरों में सड़कों पर घूमते हुए और गोलीबारी करते हुए देखे जा सकते हैं। हमास ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें वो इजरायल की मिलिट्री एम्बुलेंस पर बमबारी करता हुआ दिखाई दे रहा है।
इजरायल में जमीन, जल और आकाश – तीनों मार्गों से घुसपैठ हुई है। हमास ने उन वीडियोज को भी जारी किया है, जिनमें उसे इजरायली सैनिकों को बंधक बना कर उन पर अत्याचार करते हुए देखा जा सकता है। इजरायल में लगभग 8 घंटे लगातार रॉकेट्स दागे गए हैं। गाजा पट्टी में हमास के 17 सैन्य परिसर और 4 मुख्यालय तबाह कर दिए गए हैं। इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि 545 लोग अस्पतालों में भर्ती हुए हैं। 22 लोगों के मारे जाने की बात कही जा रही है।
Narendra Modi - @narendramodi
Deeply shocked by the news of terrorist attacks in Israel. Our thoughts and prayers are with the innocent victims and their families. We stand in solidarity with Israel at this difficult hour.
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