कानून व्यवस्था तार - तार , राजस्थान में फरार सरकार- अरविन्द सिसौदिया bjp rajasthan

 


कानून व्यवस्था तार - तार , कांग्रेस सरकार राजस्थान से फरार - अरविन्द सिसौदिया

कांग्रेस के अशोक गहलोत दूसरीबार जब मुख्यमंत्री बने थे तब उनकी सत्ता में सुप्रसिद्ध दलित महिला भंबरी हत्याकांड हुआ था। भंवरी की जान खतरे में है यह पुलिस को पता था मगर हत्याकांड होनें दिया गया, उसके तमाम सबूत नष्ट होनें दिये गये।

इसी तरीके से उदयपुर के हिन्दू दर्जी कन्हैया लाल की जान खतरे में है, पुलिस को जानकारी थी मगर सरतन से जुदा होनें दिया गया।

यह गहलोत सरकार की अकर्मणयता ही है की अपराध को रोका जा सकने की स्थिति में भी होनें दिया जाता है। राजस्थान को विभत्स अपराधों की भूमी बनने देनें में गहलोत सरकार की विफलता की जितनी भी निंदा की जाये  उतनी कम है।

राजस्थान में कानून का राज तो पिछले पांच साल से है ही नहीं है। बलात्कार, हत्या, महिला उत्पीडन, दलितों पर अत्याचार के मामलों के अंबार लगे हुए हैं। किन्तु गत दो तीन दिन में कानून व्यवस्था झकझोर देनें वाले दृष्य सामनें आये हैं। दौसा जिले में एक पुजारी के मंदिर के सामनें शराब पी जाती है और पुजारी के द्वारा टोका टाकी पर उसे पीट पीट कर मार डाला जाता है।  पुजारी की इस कदर पिटाई की गई कि उसकी एक आंख ही निकलकर बाहर आ गई और उसके सिर से मस्तिष्क भी बाहर आ गया। 

वहीं भरतपुर के बायाना के गांव अडडा में एक भाई ने दूसरे भाई को ट्रेक्टर से कुचल कर मार डाला, उसने आठ बार ट्रेक्टर से उसे बेरहमी से कुचला , जबकि इनके झगडे की रिपोर्ट पांच दिन पहले भी थानें में हुई थी। पुलिस नें तभी मुस्तेदी दिखाई होती तो यह हत्या नहीं हुई होती। 

इन दो घटनाओं नें बता दिया कि राजस्थान में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। जनता आने वाले चुनावों में गहलोत सरकार को सबक सिखानें जा रही है। लगता है कि जनता के भय से सरकार अभी से ही राजस्थान से फरार हो चुकी है। अर्थात राजस्थान में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। राजस्थान में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। इसलिये हम कह सकते हैं कि राजस्थान फरार सरकार का प्रदेश है।

-------



दौसा में पुजारी की हत्या 

दौसा में बुजुर्ग पुजारी की हत्या पर हमलावर हुई भाजपा, कांग्रेस सरकार पर लगाए नाकामी के आरोप

दौसा के कालखो में बुजुर्ग पुजारी रामस्वरूप की लाठियों से पीट-पीटकर हत्या के मामले में बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर नाकामी का आरोप लगाया है. पहले नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, फिर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत तथा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने पुजारियों पर हत्या पर सरकार को कठघरे में खड़ा किया.

दौसा के कालखो में बुजुर्ग पुजारी रामस्वरूप की लाठियों से पीट-पीटकर हत्या के मामले में बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर नाकामी का आरोप लगाया है. पहले नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, फिर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत तथा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने पुजारियों पर हत्या पर सरकार को कठघरे में खड़ा किया, आखिर में हाल ही बीजेपी में शामिल हुई ज्योति मिर्धा ने कांग्रेस पर सनातन से दूर होने का आरोप लगाया.

दौसा के कालखो में घर के बाहर सो रहे बुजुर्ग रामस्वरूप शर्मा को लाठियों से पीट-पीटकर घायल कर दिया. घायल पुजारी रामस्वरूप ने एसएमएस अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने कहा कि राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था के हाल यह है कि दौसा के कालाखो में शराब पी रहे युवक को टोकना पुजारी को भारी पड़ गया. शराब पीने से मना करने पर बौखलाए युवक ने पुजारी पर लाठियों से हमला कर दिया और उसे मार पीटकर उसके घर के बाहर पटक दिया. पुजारी की इस कदर पिटाई की गई कि उसकी एक आंख ही निकलकर बाहर आ गई और उसके सिर से मस्तिष्क भी बाहर आ गया.

----------------------


भरतपुर में ट्रेक्टर से कुचल कर हत्या

क्रूरता से कत्ल! चीखता रहा पूरा परिवार...और वह कुचलता रहा, आठ बार चढ़ाया ट्रैक्टर

रास्ते के विवाद में ट्रैक्टर से कुचलकर युवक की हत्या कर दी गई। आरोपी ट्रैक्टर ड्राइवर ने जमीन पर पड़े युवक पर आठ बार ट्रैक्टर का पहिया चढ़ाया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बेरहमी से किए गए इस मर्डर का वीडियो भी सामने आया है। मर्डर के बाद गांव में तनाव की स्थिति है, मामला भरतपुर के बयाना क्षेत्र का है।

भरतपुर में बयाना के सदर थाना इलाके के गांव अड्डा में दो पक्षों में जमीन विवाद की रंजिश एक बार फिर हत्या की वजह बन गई। एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के युवक की ट्रैक्टर से कुचलकर बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी ट्रैक्टर चालक ने जमीन पर पड़े युवक पर आठ बार आगे-पीछे करके ट्रैक्टर के पहिए चढ़ाए। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। घटना से गांव में तनाव फैल गया। सूचना पर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई है। मृतक युवक निरपत गुर्जर पुत्र अतर सिंह के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए एंबुलेंस से बयाना सीएचसी भेजा जा रहा है।

पुलिस के अनुसार, अड्डा गांव के बहादुर गुर्जर और अतर सिंह गुर्जर पक्षों के बीच पिछले काफी समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। इसी विवाद को लेकर बुधवार सुबह करीब आठ बजे दोनों पक्ष फिर से आमने-सामने हो गए। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के ऊपर लाठी-डंडों से हमला कर पथराव कर दिया। इसमें दोनों पक्षों की महिलाएं भी शामिल थीं।

ग्रामीणों के मुताबिक, फायरिंग की आवाज भी आई थी। झगड़े के दौरान निरपत नाम का युवक जमीन पर गिर गया। तभी बहादुर पक्ष के एक युवक ने जमीन पर गिरे पड़े निरपत के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ा दिया। रोकने के बावजूद आरोपी ट्रैक्टर चालक नहीं रुका और आठ बार जमीन पर गिरे निरपत के ऊपर ट्रैक्टर के पहिए चढ़ाए। इससे निरपत की मौके पर मौत हो गई।

पांच दिन पहले भी हुआ था झगड़ा

इसी विवाद को लेकर पांच दिन पहले 21 अक्तूबर को भी बहादुर और अतर सिंह गुर्जर पक्षों के बीच झगड़ा हुआ था, जिसमें बहादुर और उसका छोटा भाई जनक गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घटना को लेकर बहादुर के बेटे दिनेश ने दूसरे पक्ष के अतर सिंह और उसके बेटों निरपत, विनोद, दामोदर और रिश्तेदार ब्रजराज के खिलाफ सदर थाने में मामला दर्ज कराया था।


सदर थाना एसएचओ जयप्रकाश परमार ने बताया कि घटना की सूचना पर वे मौके पर पहुंचे हैं। घटना की जानकारी की जा रही है। आरोपी ट्रैक्टर चालक के बारे में पता लगाया जा रहा है। डेड बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए बयाना सीएचसी भिजवाया जा रहा है।

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान

धन्यवाद मोदी जी मेरी कविता को आत्मा मिल गई - 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस'

छत्रपति शिवाजी : सिसोदिया राजपूत वंश

जीवन मे कुछ करना है तो, मन को मारे मत बैठो

नेताजी सुभाषचन्द्र बोस, मास्को जेल में..?

स्वतंत्रता दिवस की कविताएं

"जननी जन्मभूमि स्वर्ग से महान है"।

‘‘भूरेटिया नी मानू रे’’: अंग्रेजों तुम्हारी नहीं मानूंगा - गोविन्द गुरू