सभी सनातन हिन्दू अब क्षत्रिय बनें - अरविन्द सिसोदिया sanatan hindu
सभी सनातन हिन्दू अब क्षत्रिय बनें - अरविन्द सिसोदिया
जो कुछ हमास नें इजराइल के साथ किया गया वह सबनें देखा है... 100 से ज्यादा इस्लामी संगठन आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त हैं। ... इसी तरह के कई संगठन है जो आतंकवाद, अव्यवस्था और विकृति परोसने की गतिविधियां करते हैं .....! सबसे बड़ी बात यह है की इन गतिविधियों में परोक्ष अपरोक्ष देश भी लिप्त हैं। बहुत सारे देश अपनी दूसरी सेना के रूप में आतंकवादी संगठनों को रखते हैं। पाकिस्तान का प्रत्यक्ष उदाहरण है कि वहाँ आतंकवादी केंप हैं, ट्रेनिंग है और टारगेट पर काम करने कामयावी है। पाकिस्तान नें स्वतंत्र होते ही कबाईली सेना के छद्म नाम से भारत पर आक्रमण किया था। यही कार्य इजराईल के विरुद्ध उनके पड़ोसी देश करते हैं।
जो कुछ दिख रहा है उससे तय है कि आने वाला समय कम से कम हिंदुत्व के लिए बहुत ही खतरे का है। डिसमेटलिंग ग्लोवाल हिन्दुतवा के नाम से चल रहा अभियान हमें चेतावनी है। खालिस्तान का पोषण कनाडा से होना आश्चर्य का विषय है। किन्तु सत्य भी है कि कनाडा से भारत में तथाकथित किसान आंदोलन चलवाया गया और लाल किले पर खालिस्तानीं झंडा फहरानें की कोशिश हुई। दुर्भाग्य से हमारे देश के कई दल भी उसमें सम्मिलित थे।
आनेवाले समय में सनातन हिन्दू सुरक्षा के लिए सब कुछ दाव पर लगाना पड़ेगा...तब यह अरबों रुपए की संपत्ति और करोड़ों रुपए के महल काम नहीं आएंगे, तब आरक्षण काम नहीं आयेगा, तब काम सिर्फ आपका पुरुषार्थ आएगा, शक्ति आएगी, लड़ने की ताकत काम आएगी, दुश्मन को पराजित करने का हौसला काम आएगा, इसी की जरूरत है और इसके लिए सभी को, अपने आप को अभी से तैयार करना होगा। क्षत्रिय बनना होगा।
सभी को धर्म, नीति, ज्ञान,वर्ण और जाती से ऊपर उठ करके, अपने आप को क्षत्रिय बनाना होगा ! सशक्त योद्धा बनाना होगा, लड़ने वाला बनाना होगा, ताकि दूसरे देशों से होनें वाले छलपूर्ण और अप्रत्यक्ष आक्रमण हम रोक सके, उन्हें पराजित कर सकें और उन्हें वापस कर सके...!
हमारे सभी देवी देवता और प्रेरणापुरुष महापुरुष योद्धा रहे हैं, उन्होंने युद्ध लड़े हैं और जीते हैं। इसी मार्ग पर, सभी सनातन हिन्दुओं को अब चलना होगा। भगवान श्रीराम प्रत्यक्ष धनुषवान लेकर के युद्ध करते हैं, श्रीकृष्ण प्रत्यक्ष युद्ध करते हैं, हनुमान जी अपनी गधा को शास्त्र के रूप में उपयोग करते हुए विपरीत शक्तियों को पराजित करते हैं, वे स्वयं पहुंच कर लंका में आग लगतें हैं। गणपति, भगवान शंकर, देवी दुर्गा - काली, हमारे सभी योद्धा स्वयं युद्ध में प्रत्यक्ष भाग लेते हैं। इसलिए अपने धर्म की, मानवता की, समाज की, आगे आने वाली संतति की, सुरक्षा - रक्षा और सुव्यवस्था के लिए हमें पुरुषार्थ स्वरूप धारण करना पड़ेगा, ठीक उसी तरह का हमारा स्वरूप होना चाहिए जो इजराइल में, इजराइल का बच्चा-बच्चा सैनिक बन कर देश की रक्षा के लिए, धर्म की रक्षा के लिए, समाज की रक्षा के लिए कर रहा है।
यूँ तो समस्त भारत को भी क्षत्रिय के रूप में ही अब विकसित होना चाहिए। विशेष कर हिंदू समाज को तो स्पष्ट रूप से यह समझ लेना चाहिए कि अगर उसमें आक्रामकता नहीं है, उसमें सुरक्षा के लिए तैयारी नहीं है, तो उसे कोई बचा भी नहीं सकता।
हिंदुत्व के अस्तित्व के लिए यह आवश्यक हो गया है कि वह जागरुक हिंदू बने, पराक्रमी हिंदु बने, पुरुषार्थ हिंदू बने, शत्रु को पराजित करने वाला हिंदू बने, अर्थात एक क्षत्रिय हिंदू बने! पूरे देश में समस्त हिंदुओं को समझ लेना चाहिए कि वह सिर्फ और सिर्फ क्षत्रिय हैं, क्षत्रिय हैं और आने वाले कई शताब्दियों तक उन्हें क्षत्रिय के रूप में ही जीना मरना है।
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