stopping the war युद्ध रोकनें पर जोर दें , नाटो, यूरापीय संघ,अमेरिका - अरविन्द सिसौदिया
प्रतिबंधों और सहायताओं के बजाये, युद्ध रोकनें पर जोर दें , नाटो, यूरापीय संघ,अमेरिका - अरविन्द सिसौदिया
Instead of sanctions and aids, insist on stopping the war, NATO, European Union, America - Arvind Sisodia
नाटो, यूरापीय संघ एवं अमेरिका के युक्रेन को लुभानें एवं वचनबद्धता के कारण आज युक्रेन तबाह हो चुका हैं। वहां लो नारकीय जीवन जी रहे है। दुःख और संताप में फंसे हुये है। तबाही का एक तरफा मंजर देख कर मानवता स्तब्ध है। किन्तु आज भी नाटो, यूरापीय संघ एवं अमेरिका आदि देश मात्र प्रतिबंधों की घोषणायें किये जा रहे है। रूस परेशान हो या अन्य दूसरे देश , कुल मिला कर आप सभी नागरिकों की परेशानी ही तो बढा रहे हो।
Ukraine is devastated today because of NATO, EU and US allurement and commitment to Ukraine. There lo are living a hellish life. Stuck in sorrow and anguish. Humanity is shocked to see the one sided scene of devastation. But even today, only countries like NATO, European Union and America are announcing sanctions. Whether Russia is troubled or other countries, overall you are only increasing the problems of all the citizens.
जरूरत थी युद्ध को रोकनें की, आज 12 वां दिन भी गुजर गया। नाटो, यूरापीय संघ एवं अमेरिका की नीति जो सामनें आ रही है वह यही प्रतीत हो रही है कि यूक्रेन को बर्वाद होनें दो, रूस को हथियार खत्म करनें दो, युद्ध को लम्बा चलने दो। यह मानवता पर क्रूरतम अत्याचार है। मनुष्य की कीमत किसी भी देश को नहीं समझ आ रही है। जो मनुष्य मर रहा है वह आपकी तमाम सहायता के बावजूद वापस नहीं आ रहा है।
There was a need to stop the war, today the 12th day has also passed. The policy of NATO, the European Union and the US that is coming out seems to be that let Ukraine be ruined, let Russia finish its arms, let the war go on. This is the cruelest atrocity on humanity. No country understands the value of man. The man who is dying is not coming back in spite of all your help.
सम्पूर्ण विश्व को युद्ध रोकनें पर जोर देना चाहिये। प्रतिबंधों और सहायता से आप सिर्फ मामले का उलझा रहे है। मानवता की हत्या करवा रहे है। आम नागरिक की मूसबतें बढवा रहे है। मंहगाई एवं अभावों का सामना तो सम्पूर्ण विश्व को करना ही पड रहा है।
The whole world should insist on stopping war. With sanctions and aid you are only complicating matters. Humanity is being murdered. The problems of common citizens are increasing. The whole world has to face inflation and scarcity.
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