यूपी के बुलडोजर बाबा अर्थात कानून व्यवस्था की कसी हुई सरकार

बुलडोजर बना आईकॉन,यूपी के बुलडोजर बाबा अर्थात कानून व्यवस्था की कसी हुई सरकार 


Bulldozer became an icon, UP's bulldozer Baba means law and order's tightened government

उत्तरप्रदेश चुनाव 2022 में कई नई बातें तो देखनें को मिलीं हीं मगर सबसे बड़ी बात जो देखनें में मिली कि एक अलग ही चुनाव का आईकॉन, बुलडोजर सामने आया ! यूपी के चुनाव परिणाम आनें पर, फिर से बुलडोजर लोकप्रियता की नई पायदान को छू गया । कोई सिर पर बुलडोजर का खिलौना नेकर झाूम रहा है तो कोई बुलडोजर पर सवार होकर अपना फोटो खिचवा रहा है। योगी आदित्यनाथ का नाम भी बुलडोजर बाबा हो गया ।

यूपी में योगी सरकार की वापसी का एक बडा कारण कसी हुई कानून व्यवस्था भी है। जिसके कारण आम गरीब व मध्यम वर्ग ने भाजपा को वोट दिया । अर्थात जनता ने योगी जी के भय मुक्त समाज बनानें की व्यवस्था का समर्थन किया है।

आनें वाले समय में योगी मॉडल का शासन प्रदेशों की सरकारों का रोल माडल बन कर उभरना तय है।
------------

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजों में भाजपा को फिर सो स्पष्ट बहुमत मिला है। इस बहुमत के बीच यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को बाबा बुलडोजर का नया नाम मिला है। दरअसल योगी सरकार के 2017 से 2022 के कार्यकाल में बुलडोजर को लेकर काफी चर्चा में रही। भू-माफियाओं के अवैध कब्जे पर बुलडोजर चलाने को लेकर लोगों के बीच सीएम योगी की छवि का लाभ भाजपा को चुनावों में भी मिला।

यूपी में मिली बंपर जीत के बाद भाजपा समर्थक बुलडोजर के साथ जश्न मनाते देखे गये। कहीं बुलडोजर ‘बाबा जिंदाबाद’ के नारे लगे तो कहीं बुलडोजर पर विजय यात्रा निकाली गई। वहीं गोरखपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने गोरखनाथ मंदिर के सामने बुलडोजर निकाला। 


वहीं जीत का जश्न मना रहे भाजपा के प्रबल समर्थक सुमंत कश्यप ने जीत की खुशी में अपने सिर पर बुलडोजर का खिलौना लगा रखा था। वाराणसी में भी समर्थकों ने बुलडोजर पर सवार होकर जीत का जश्न मनाया। इसके अलावा लखनऊ में भाजपा कार्यालय के बाहर तो कई उत्साहित समर्थकों ने बुलडोजर पर सवार डांस किया और भगवा झंडा फहराया। वहीं कानपुर में भी बुलडोजर के साथ जश्न मनाया गया।


टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

Veer Bal Diwas वीर बाल दिवस और बलिदानी सप्ताह

अटलजी का सपना साकार करते मोदीजी, भजनलालजी और मोहन यादव जी

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

सफलता के लिए प्रयासों की निरंतरता आवश्यक - अरविन्द सिसोदिया

रामसेतु (Ram - setu) 17.5 लाख वर्ष पूर्व

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

हम ईश्वर के खिलोने हैँ वह खेल रहा है - अरविन्द सिसोदिया hm ishwar ke khilone

माता पिता की सेवा ही ईश्वर के प्रति सर्वोच्च अर्पण है mata pita ishwr ke saman

हमारा शरीर, ईश्वर की परम श्रेष्ठ वैज्ञानिकता का प्रमाण