बंगाल में भाजपा को देवी दुर्गा का ही रूप धारण करना होगा - अरविन्द सिसौदिया
बंगाल में सत्य और न्याय की रक्षा के लिये , भाजपा को देवी दुर्गा का ही रूप धारण करना होगा - अरविन्द सिसौदिया
To protect truth and justice in Bengal,BJP will have to assume the form of Goddess Durga - Arvind Sisodia
बंगाल यू भी वीर भूमि हैं, स्वतंत्रता के दौरान क्रांतिकारियों का सबसे बडा केन्द्र ही बंगाल था। वहां का जनमत गर्मी पशंद है अर्थात उसे मुर्दा लोग पशंद नहीं हैं। यह वीरता को पशंद करने वाली भूमि है। इसलिये यहां की राजनिती में कुछ हद तक हिंसा का समावेश होता ही है। यह साम्यवादी शासन में भी देखनें को मिला था । यही फिर उससे छीननें में ममता बनर्जी ने किया था। ममता बनर्जी हिंसा की दम पर ही विपक्ष को समाप्त करना चाहती है। जो कि इससे पहले साम्यवादियों ने भी किया था। उनका एक छत्र शासन हिंसा की दम पर ही था और वहीं ममता ने किया हुआ है। जो आवाज उठाये उसे बंगाल से बाहर करदो की नीति पर वे चल रहीं है।
वीरभूमि नरसंहार का मुद्दा बंगाल की विधानसभा में ही तो उठेगा । भाजपा ने विपक्ष की सही भूमिका निभाई। भाजपा को भय त्यागना ही होगा। उसे स्वयं भी देवी दुर्गा की तरह चण्डी स्वरूप को ही विधानसभा में धारण करना होगा । पूरी ईमानदारी एवं पूरी सत्यता को विधानसभा में रखना ही होगा । इससे लिये हिंसा से मुकाबला करना पडे तो उसके लिये भी तैयार रहना चाहिये।
भाजपा ने विधानसभा में सत्य और न्याय के लिये जो किया उसके लिये वे बधाई के पात्र है। आगे भी इन्हे इसी तरह से सत्य और न्याय की रक्षा करते रहना है।
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पश्चिम बंगाल विधानसभा में मारपीट,
भाजपा के शुभेंदु अधिकारी समेत पांच विधायक निलंबित
बीरभूम नरसंहार को लेकर चौतरफा घिरी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकार पर पश्चिम बंगाल विधानसभा के अंदर सवाल उठाए गए। भाजपा विधायकों ने जब इस संदर्भ में सदन में सवाल उठाए तो टीएमसी विधायकों से कहासुनी शुरू हो गई। यह कहासुनी हाथापाई तक पहुंच गई। भाजपा जनप्रतिनिधियों के साथ टीएमसी के विधायकों ने गुण्डागर्दी करते हुये पिटाई करनें का आरोप लगा है।
हाइलाइट्स
पश्चिम बंगाल विधानसभा में बीरभूम नरसंहार को लेकर हंगामा
टीएमसी और बीजेपी के विधायकों के बीच कहासुनी
झगड़ा हाथापाई तक पहुंचा, जमकर मारपीट
विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष नेता सुवेंदु समेत पांच विधायकों को किया सस्पेंड
कोलकाता - पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद जगह-जगह हो रही हिंसा को लेकर ममता बनर्जी सरकार निशाने पर है। अब भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस का झगड़ा विधानसभा तक पहुंच गया है। सोमवार 28 मार्च 2022 को बंगाल विधानसभा के अंदर बीजेपी और टीएमसी विधायकों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस मारपीट में बीजेपी विधायक असित मजूमदार घायल हो गए और मनोज तिग्गा के कपड़े फाड़े गए। असित मजूमदार को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इधर इस घटना के लेकर बीजेपी, टीएमसी की ममता सरकार पर हमलावर हो गई है। उधर विधानसभा स्पीकर ने सुवेंदु अधिकारी समेत पांच विधायकों को सस्पेंड कर दिया है।
सोमवार को पश्चिम बंगाल में विधानसभा सत्र बुलाया गया। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायकों ने टीएमसी सरकार पर आरोप लगाए। राज्य में हिंसा और कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए। विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने सत्र की शुरुआत में बोलना शुरू किया।
सुरक्षाकर्मियों से भी धक्कामुक्की
कहा जा रहा है कि विपक्ष के नेता के बोलने के दौरान टीएमसी ने हंगामा शुरू कर दिया। उधर बीजेपी के विधायकों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान दोनों पक्षों से जमकर बहस और नारेबाजी हुई। विधायक सीटों से उठकर वेल पर आ गए। आपस में धक्का-मुक्की करने लगे। मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने शांत करने का प्रयास किया तो उनके साथ भी धक्कामुक्की की गई।
विधायक के फाड़े गए कपड़े
आरोप है कि कागज के टुकड़े फाड़कर स्पीकर पर उड़ाए गए। बेल में उतरकर नारेबाजी और मारपीट की गई। इस दौरान विधायक नरहरि महतो गिर गए। बीजेपी विधायक मनोज टिग्गा ने आरोप लगाया कि उनके कपड़े फाड़कर उन्हें पीटा गया। वहीं बीजेपी विधायक असित मजूमदार के घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
क्या छिपाना चाहती हैं ममता?
विधानसभा के अंदर हुई इस मारपीट का वीडियो पोस्ट करते हुए बीजेपी आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने ममता बनर्जी को निशाने पर लिया। उन्होंने ट्वीट किया, “ पश्चिम बंगाल विधानसभा में भगदड़। बंगाल के राज्यपाल के बाद, टीएमसी विधायकों ने अब मुख्य सचेतक मनोज तिग्गा सहित भाजपा विधायकों पर हमला किया, क्योंकि वे सदन के पटल पर रामपुरहाट हत्याकांड पर चर्चा की मांग कर रहे थे। क्या छुपाना चाहती हैं ममता बनर्जी? ”
Bengal Assembly Ruckus: बीरभूम नरसंहार को लेकर चौतरफा घिरी ममता बनर्जी सरकार पर पश्चिम बंगाल विधानसभा के अंदर सवाल उठाए गए। बीजेपी विधायकों ने सवाल उठाए तो टीएमसी विधायकों से कहासुनी शुरू हो गई। यह कहासुनी हाथापाई तक पहुंच गई। बीजेपी ने टीएमसी नेताओं पर पिटाई का आरोप लगाया है।
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