Kashmiri Pandits - CM Kejriwal insulted
25 मार्च 2022
खलनायकों जैसी हंसी हंस कर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने हिन्दू कश्मीरी पंण्डितों का ही नहीं, सम्पूर्ण मानवता का अपमान किया है - अरविन्द सिसौदिया
By laughing like villains, CM Kejriwal has insulted not only Hindu Kashmiri Pandits but entire humanity - Arvind Sisodia
दिल्ली विधानसभा में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विपक्ष अर्थात भाजपा के विधायकों के द्वारा फिल्म कश्मीर फाइल्स को कर मुफ्त करने की मांग पर उल्टा हमला बोलाते हुये,उन्होंने कहा कि एक फिल्म निर्देशक करोड़ों कमा रहा है और भाजपा के लोग पोस्टर लगा रहे हैं। अगर सबको फिल्म दिखानी है तो निर्देशक से कहो कि वह यू ट्यूब पर डाल दे, सब मुफ्त में देख पाएंगे। टैक्स में छूट देने की जरूरत क्या है। लेकिन कश्मीरी पंडितों के नाम पर करोड़ों कमाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक तरफ द कश्मीर फाइल्स को टैक्स फ्री करने से इनकार किया तो दूसरी तरफ इस फिल्म के प्रमोशन को लेकर बीजेपी नेताओं पर सवाल उठाए। उन्होंने बीजेपी नेताओं से पूछा कि क्या यही करने राजनीति में आए थे।
हालांकि, विधानसभा में अरविंद केजरीवाल का यह भाषण खत्म ही हुआ था कि सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल किया जाने लगा। सोशल मीडिया यूजर्स ने उन फिल्मों की लिस्ट गिना दी जिन्हें दिल्ली में पिछले कुछ सालों में आम आदमी पार्टी की सरकार ने टैक्स फ्री किया था। इतना ही नहीं अरविंद केजरीवाल ने कब-कब किस फिल्म की तारीफ की और लोगों से देखने की अपील की यह भी गिनाया जा रहा है। लोग सवाल कर रहे हैं कि जब वह दूसरी फिल्मों को टैक्स फ्री कर सकते हैं तो द कश्मीरी फाइल्स को टैक्स मुक्त करने में क्या दिक्कत है?
इन फिल्मों को दिल्ली सरकार ने किया टैक्स फ्री
केजरीवाल सरकार ने दिसंबर 2021 में फिल्म ’83’ को टैक्स फ्री किया था। रणवीर सिंह की यह फिल्म 1983 क्रिकेट विश्वकप में भारत की जीत पर आधारित है। अक्टूबर 2019 में अरविंद केजरीवाल ने तापसी पन्नू की फिल्म ’सांड की आंख’ को टैक्स फ्री किया था। 2016 में स्वरा भास्कर की फिल्म ’निल बट्टे सन्नाटा’ को भी टैक्स फ्री घोषित किया गया था।
किन-किन फिल्मों का केजरीवाल ने किया ’प्रमोशन’
अरविंद केजरीवाल खुद फिल्मों के शौकीन हैं और अक्सर पसंद आने वाली फिल्मों की ट्विटर पर तारीफ करते हुए दूसरे लोगों से भी देखने की अपील करते हैं। अरविंद केजरीवाल आर्टिकल 15, डव्ड,सीक्रेट सुपरस्टार, मसान, गब्बर इस बैक, वंस अपॉन ए टाइम इन बिहार जैसी फिल्मों की तारीफ कर लोगों से इन्हें देखने की अपील कर चुके हैं।
सवाल यह नहीं है कि आप पार्टी की दिल्ली सरकार द कश्मीर फाईल्स को टैक्स फ्री कर रही है अथवा नहीं कर रही है। सवाल है उसकी सदन में अपमानजनक बॉडी लैग्वेज की । द कश्मीर फाईल्स जिसमें मानवता को शर्मासार कर देने वाली सत्य घटनाओं के आधार पर हिंसक चेहरों के सच को उजागर किया गया है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की निंदा सदन में होनी चाहिये थी। जागरूक राजनैतिक दल के नाते अपराधियों की पहचान और उन पर कार्यवाही की मांग होनी चाहिये थी। मगर अरविन्द केजरीवाल और उनका मंत्रीमण्डल जमकर ठहाके लगा रहे हैं,हंसी उडा रहा है। अर्थात आप पार्टी जाने अनजानें में या जानबूझ कर जो कुछ भी कश्मीर में पण्डितों के साथ हुआ उसका समर्थन कर रही है। वोट बैंक की राजनीति के लिये, पीडितों के जख्मों पर नमक छिडक रही है। जो बात ठहाके लगा कर कही कई उसे ही शालीन भाषा में भी कहा जा सकता था। याद रहे दिल्ली भी अभी दंगाइैर् घटना से गुजरा है। वह बारूद के ढ़ेर पर भी बैठा हुआ है। हिंसा को बढ़ावा देने की कोई भी कोशिश हिंसा को बुलावा देना ही होता है।
दिल्ली वासियों को सावधान रहना होगा, अरविन्द केजरीवाल की हंसी के पीछे से एक क्रूर राक्षसी चेहरा झांकता महसूस होता है। जो वक्त जरूरत हनुमान जी की पूजा करता है तो वोट बैंक की राजनीति के लिये हिन्दू कश्मीरी पण्डितों के साथ हिंसक घटनाओं की फिल्म पर ठहाके लगाता है।
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