फिल्म The Kashmir Files रोकनें के लिए बाम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर
*देश भक्त प्रोडूसर विवेक रंजन अग्निहोत्री की The Kashmir Files फिल्म को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश के इंतज़ार हुसैन सैयद ने बाम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की है इलाहाबाद दिल्ली हाई कोर्ट की बजाए बॉम्बे हाईकोर्ट जाना भी एक बहुत बड़ा षड्यंत्र है। याचिका में कहा है कि फिल्म के ट्रेलर में मुसलमानों द्वारा कश्मीरी पंडितों को मारा जाना दिखाया गया और इससे एक तरफ़ा स्टोरी दिखा कर मुसलमानों की भावनाओं को आहत कर हिन्दुओ को उकसाया जा रहा है जिससे भारत के सक्रिय भागों में भयकर हिंसा फ़ैल सकती है।*
*फ़िल्म प्रोड्यूसर विवेक अग्निहोत्री ने कहा है कि उनकी आवाज़ को दबाया नहीं जा सकता। पहले भी 2019 में उनकी लिखत फिल्म The Tashkent Files आई थी जिसे बालीबुड गिरोह ने नकार दिया था मगर फिल्म जनता के समर्थन से चल गई थी।*
*जब कश्मीर में मुल्ला, मौलवी जेहादी मुस्लिम मिलकर हिन्दुओ पर अत्याचार कर रहे थे,हिन्दुओ को मौत के घाट उतार रहे थे,हिन्दू महिलाओं की अस्मत लूट रहे थे छोटी छोटी लड़कियों तक को भी जेहादी मिलकर कूते के जैसे नोंच रहे थे। तब भी दिल्ली में बैठे राजनैतिक गलियारों में सिर्फ मुस्लिम वोट बैंक की चिता थी, न ही न्यायदिशो ने स्वतः संज्ञान लिया,न ही बालीबुड आगे आया और वामपंथी लोगो का मीडिया जगत में बोलबाला होने की वजह कोई ज्यादा बड़ी सुर्खियां तक नही बनी। तब भी अनेक हिन्दुहित में भाषण झाड़ने वाले राजनेता सदनो के सदस्य थे।अगर वो चाहते तो कश्मीरी मुस्लिम राजनेताओ का अलगाववादी षड्यंत्र को विफल कर सकते थे। केंद्र सरकार को सख्त कारवाई करने पर मजबूर कर सकते थे। जबकि कश्मीर के लिए तो श्यामा प्रसाद मुखर्जी बलिदान हो गए थे। सोए हुए हिन्दुओ का ज़मीर जगाने के लिए हिन्दू ह्र्दय सम्राट बलराज मधोक ने अखिल भारतीय जनसंघ के कार्यकर्ताओ को लेकर राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय स्तर पर कश्मीर के उजड़े हुए लाखो पंडितों की आवाज उठाई,कहते है बलराज मधोक की आवाज से कुछ नेताओ का ज़मीर जाग तो गया था, पर तब तक तो बहुत देरी हो गई थी। लाखों हिन्दु कश्मीर से पलायन कर गए थे। अनेक फिल्मकार, साहित्यकारो ने तो असत्य मनगंडत कहानियां गढ़कर अरबो रुपये कमाकर, हिन्दुओ की आंखों पर पट्टी बांधने में भी कोई कसर नही छोड़ी। सरकार और जेहादियों के डर से भी किसी ने न फ़िल्म के माध्य्म से न ही साहित्य के माध्यम से सच दिखाने की हिम्मत नही दिखाई, कुछ ने आवाज तो उठाई पर खुलकर सामने आकर विरोध नही किया। जब से मोदी सरकार ने धारा 370 कलंक को धो डाला तब से आज तक अनेक जयचन्द, जेहादि,सत्ता से बेदखली में राजनेता दर्द से तड़प रहे है देश में कंही हिजाब के नाम पर तो कंही caa का विरोध के नाम से षड्यंत्र कर रहे है। जब कश्मीर की सच्चाई को दिखाने के लिए विवेक अग्निहोत्री the kashmir files फ़िल्म बनाई तो वामपंथी,कांग्रेसी नेताओ के साथ दाऊद प्रेमी बालीबुड गैंग के पेट मे दर्द हो गया। कोर्ट में फ़िल्म रोकने के लिए याचिका लगवा दी, ये सब मिलकर सच्चाई से क्यों भागना चाहते है?*
*इंतज़ार हुसैन सैयद याचिका दायर करके आपने जिस भाषा का प्रयोग किया,जिस तरह आशंका जताई वो उनकी तरफ से धमकी ही है ऐसे ही लोग जेहादी होते है इस तरह के जेहादियों पर सरकार को भी नजर रखनी चाहिए।*
*जबकि 32 साल पहले उजड़ने वाले कश्मीरी हिन्दुओं ने आज तक तो कंही भी दंगे नही किये,सब कुछ गंवाने लुटवाने वाले लाखों कश्मीरियो को देश के संविधान में विस्वास है क्योंकि वो सनातनी हिन्दू है राष्ट्रवादी है*
*मेरे जैसे सामान्य व्यक्ति का समस्त प्रबुद्जनो से अनुरोध है कि कपिल शर्मा के शो का भी बहिष्कार करना बहुत जरूरी हो गया। उन्होंने सत्य पर आधारित फिल्म के प्रमोशन के लिए अग्निहोत्री को अपने शो में बुलाने से ये कह कर मना कर दिया कि इसमें कोई बड़े एक्टर काम नहीं कर रहे है। कपिल शर्मा नशेड़ी और टुकड़े टुकड़े गैंग के समर्थन वाले कलाकारो को अपने शो में प्रमोट करता आ रहा है, आज उसे कश्मीरी हिन्दुओ की सत्य पर आधारित फिल्म प्रोमोशन के लिए विवेक रंजन अग्निहोत्री जैसा बड़ा फिल्मकार भी बहुत छोटा नजर आया। जबकि कपिल शर्मा अनेको बार अपने प्रोग्राम में पाकिस्तान के कलाकारों तक की भी चापलूसी करता नजर आया।*
*बहुसंख्यक समुदाय को छद्मवेशी लोगो की औकात बतानी बहुत जरूरी है। विवेक रंजन अग्निहोत्री को भी समझ आ जाना चाहिए उन्हें सत्य पर आधारित फ़िल्म के लिए बीमार मानसिकता रखने वाले प्लेटफार्म की जरूरत नही है उसे देश भक्त प्रमोशन कर देंगे।*
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