ममता बनर्जी का बयान विपक्ष का संयुक्त प्रधानमंत्री प्रत्याशी बनने की जुगत मात्रMamata Banerjee
ममता बनर्जी का बयान विपक्ष का संयुक्त प्रधानमंत्री प्रत्याशी बनने की जुगत मात्र
Mamta Banerjee's statement is only an attempt to become the joint prime ministerial candidate of the opposition
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब भारत की प्रधानमंत्री बनना चाहती है। उनकी इस अभिलाषा को प्रशांत भूषण ने भी हवा दे रखी है। वे लम्बे समय से यह चाहती हैं कि उन्हे विपक्ष अथवा गैर भाजपा दल अपना सर्वमान्य नेता घोषित कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ संयुक्त प्रत्याशी घोषित करें। इसी क्रम में वे उत्तरप्रदेश चुनाव प्रचार को गई थीं और अब उन्होने चुनाव परिणामों के संदर्भ में बयान दिया है। यह बयान मात्र गठजोड की कोशिश भर है।
West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee now wants to become the Prime Minister of India. Prashant Bhushan has also given air to this desire of his. For a long time, she wanted that the opposition or non-BJP parties should declare her as their universal leader and declare a joint candidate against Prime Minister Narendra Modi. In this sequence, she had gone to the Uttar Pradesh election campaign and now she has given a statement regarding the election results. This statement is just an attempt at collusion.
उनके आरोप हैं कि -
“ इलेक्शन मशीनरी और केंद्रीय बलों और केंद्रीय एजेंसियों का दुरूपयोग किया गया है और ईव्हीएम में गडबडी की गई है । “
She alleges that -
“Election machinery and central forces and central agencies have been misused and EVMs rigged. ,
वहीं उन्होनें कांग्रेस पर हमला बोलते हुये कहा है कि ‘‘यह उन्हें तय करना है कि वे क्या करना चाहते हैं। लेकिन मुझे लगता है कि सभी विपक्षी दलों को भाजपा को परास्त करने के लिए एकसाथ आना चाहिए। कांग्रेस की प्रतीक्षा करने की कोई आवश्यकता नहीं है।’’
While attacking the Congress, he said that "It is for them to decide what they want to do. But I think all opposition parties should come together to defeat BJP. There is no need to wait for Congress."
कुल मिला कर ममता बनर्जी ने अपने आपको प्राजेक्ट कर दिया है, यह दूसरी बात है कि पश्चिम बंगाल के नेतृत्व को उत्तर भारत के लोग स्विकार ही नहीं करेंगे। मगर उनकी रणनिति यह है कि पश्चिम बंगाल से अधिकतम लोकसभा सीटें हांसिल की जायें ताकि केन्द्र में सरकार बनानें की स्थिति बनें तो वे प्रधानमंत्री बन जायें । कोशिश में हर्ज भी क्या है।
Overall, Mamta Banerjee has projected herself, it is another thing that the people of North India will not accept the leadership of West Bengal. But his strategy is to get maximum number of Lok Sabha seats from West Bengal so that if a situation arises to form the government at the Centre, he becomes the Prime Minister. What's the harm in trying.
हलांकी उनकी बात के एक दम उलट “ए आई एम आई एम ” प्रमुख ओवैसी ने ’80-20’ को बताया भाजपा की जीत का कराण बताया है। उन्होने कहा है कि जनता के दिमाग में चिप डाल दिया गया है जिससे वह 80/20 की ही सोचती है। उनका बयान लगभग सत्य के पास ही है क्यों कि मुस्लिम तुष्टिकरण के चलते हिन्दू एक जुट हुआ है।
However, contrary to what he said, "AIMIM" chief Owaisi told '80-20' the reason for BJP's victory. She has said that a chip has been put in the mind of the public so that she thinks only 80/20. His statement is almost near the truth because Hindus have united due to Muslim appeasement.
कांग्रेस ममता के साथ खडी होकर कुछ समय चल तो सकती है मगर वह उसका नेतृत्व स्विकार कर अपने आप को समाप्त नहीं कर सकती। खैर समय का इंतजार करना ही बेहतर होगा....
Congress can stand by Mamata and walk for some time but it cannot end itself by accepting her leadership. Well it would be better to wait for the time....
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भाजपा को जनवादी जनादेश नहीं मिला है, मतों की लूट हुई है: ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत ‘‘जनादेश का सही प्रतिबिंब नहीं’’ है।
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West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee
Highlights
चार राज्यों में भाजपा की जीत लोकप्रिय जनादेश का प्रतिबिंब नहीं: ममता
ममता बनर्जी ने भाजपा पर चुनावी मशीनरी का उपयोग करके वोट लूटने का आरोप लगाया
भाजपा को दिवास्वप्न देखना बंद कर देना चाहिए- ममता बनर्जी
नई दिल्ली/कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यूपी, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में बीजेपी की जीत पर निशाना साधते हुए बड़ा बयान दिया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव नतीजों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए शुक्रवार को कहा कि भाजपा को जनवादी जनादेश नहीं मिला है, मतों की लूट हुई है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा कि यह लोकप्रिय जनादेश नहीं बल्कि 'इलेक्शन मशीनरी और केंद्रीय बलों और केंद्रीय एजेंसियों' की मदद से हासिल की गई जीत है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत ‘‘जनादेश का सही प्रतिबिंब नहीं’’ है। ममता बनर्जी ने इसके साथ ही भाजपा पर चुनावी मशीनरी का उपयोग करके वोट लूटने का आरोप भी लगाया। भाजपा को परास्त करने के लिए विपक्षी गठबंधन के अपने आह्वान को दोहराते हुए बनर्जी ने कहा कि ‘‘बेकार बैठे’’ रहने और कांग्रेस का इंतजार करने का कोई फायदा नहीं है।
तृणमूल सुप्रीमो बनर्जी ने कहा, 'आप कहेंगे बीजेपी ने यूपी में जीत हासिल की है लेकिन आप सही से गणना करेंगे तो अखिलेश (यादव) का वोट प्रतिशत बढ़ा है। अखिलेश की सीटों में इजाफा हुआ है और बीजेपी की सीटें घटी हैं, ईवीएम को लेकर शिकायतें थीं। एक डीएम (वाराणसी के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट) को सस्पेंड किया गया है, अखिलेश यादव को हराया गया है। अखिलेश को निराश नहीं होना चाहिए, उन्हें लोगों के बीच जाना चाहिए और EVM की फोरेंसिक स्डटी की मांग करनी चाहिए, जिससे सच सामने आ सके। उन्होंने लोकप्रिय जनादेश नहीं बल्कि मशीनरी जनादेश हासिल किया है।''
ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘कुछ राज्यों में जीत हासिल करने पर पार्टी (भाजपा) को अधिक हल्ला नहीं करना चाहिए। यह जीत लोगों के जनादेश का सही प्रतिबिंब नहीं है। यह फैसला वोटों को लूटने के लिए चुनावी मशीनरी के खुले तौर पर इस्तेमाल के कारण है।’’ बनर्जी ने कहा, ‘‘अखिलेश यादव (समाजवादी पार्टी के) जनादेश के कारण नहीं बल्कि वोटों की लूट के कारण हारे हैं।’’ वह पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा विधानसभा में 2022-23 वित्तीय वर्ष के लिए राज्य का बजट पेश करने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में बोल रही थीं।
बनर्जी ने भाजपा नेताओं के एक वर्ग के इन दावों को भी खारिज कर दिया कि चार राज्यों में जीत 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए लोगों की मनःस्थिति को दर्शाती है। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा को दिवास्वप्न देखना बंद कर देना चाहिए।’’ कांग्रेस के प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर, बनर्जी ने कहा, ‘‘यह उन्हें तय करना है कि वे क्या करना चाहते हैं। लेकिन मुझे लगता है कि सभी विपक्षी दलों को भाजपा को परास्त करने के लिए एकसाथ आना चाहिए। कांग्रेस की प्रतीक्षा करने की कोई आवश्यकता नहीं है।’’
गौरतलब है कि, समाजवादी पार्टी (सपा) के नेतृत्व वाले गठबंधन को पछाड़ते हुए भाजपा ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश में सत्ता बरकरार रखी। यूपी विधानसभा की 403 सीटों में से बीजेपी ने 273 में जीत हासिल की है, समाजवादी पार्टी में खाते में 125 सीटें आई हैं। भाजपा ने इसके साथ ही उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में भी सत्ता बरकरार रखी। वहीं, अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) ने पंजाब में तीन-चौथाई बहुमत हासिल करते हुए शानदार जीत दर्ज की।
mamata banerjee
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विधानसभा चुनाव परिणाम 2022
Uttar Pradesh
403 / 403
BJP+273
SP+125
CONG2
OTH2
BSP1
Punjab
117 / 117
AAP92
CONG18
SAD+3
BJP+2
OTH2
Uttarakhand
70 / 70
BJP47
CONG19
OTH4
AAP0
Goa
40 / 40
BJP20
CONG11
OTH7
AAP2
MGP+0
Manipur
60 / 60
BJP32
OTH11
NPP7
CONG5
NPF+5
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