योगी सरकार -2 का का असर - अपराधी लाईन लगा कर सरेंडर कर रहे हैं
योगी सरकार -2 का का असर - अपराधी लाईन लगा कर सरेंडर कर रहे हैं
Effect of Yogi Sarkar-2 - Criminals are surrendering by putting lines
Effect of Yogi Sarkar-2 - Criminals are surrendering by putting lines
योगी - 2 का असर - अपराधी लाईन लगा कर सरेंडर कर रहे हैं
Yogi Adityanath is the first Chief Minister in independent India, who has not only created panic among criminals, but has also brought them to their knees. The law and order under his rule is so tight that criminals themselves are seen coming forward, surrendering before the police and going to jail.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में योगी सरकार -2 का शपथ ग्रहण अभी नहीं हुआ मगर इससे पहले ही उत्तर प्रदेश में अपराधीयों एवं हिस्ट्रीशीटरों को अपराध न करनें की कसम खाते देखा जा सकता है। वे गले में तख्ती डाल कर पुलिस थाने पहुंचे कर आत्म समर्पण कर रहे हैं ।
The swearing-in of Yogi Sarkar-2 under the leadership of Chief Minister Yogi Adityanath has not taken place yet, but even before this, criminals and history-sheeters in Uttar Pradesh can be seen swearing not to commit crimes. They are surrendering themselves by reaching the police station with a placard around their neck.
याद रहे प्रदेश के चुनाव में जिस बदतमीजी की भाषा और सांप्रदायिक अपराधियों को साथ लेकर सपा के जबरिया नेता अखिलेश यादव चुनाव में उतरे थे, उससे अपराधी किस्म के लोगों में पुनः उत्साह का वातावरण निर्माण हुआ था और तब मुख्यमंत्री योगी को कहना पड़ा था कि 10 मार्च के बाद मई - जून में शिमला बना दिया जायेगा ।
Remember, the indecent language and communal criminals in the state elections, with which SP leader Akhilesh Yadav had entered the election, created an atmosphere of enthusiasm among the criminal type of people again and then Chief Minister Yogi had to say that 10 After March, Shimla will be made in May-June.
उतरने लगी गुंडों की गर्मी ?
मुख्यमंत्री योगी के सरकार -2 के शपथ ग्रहण से पहले ही अपराधीयों की गर्मी उतरनें लगी है । भविष्य में अपराध नहीं करनें की कसमें खानें लगे हैं और तख्ती गले में टांग कर आत्मसमर्पण किये जा रहे हैं ।
The heat of the goons started descending?
Even before the swearing-in of Chief Minister Yogi's Sarkar-2, the heat of criminals has started descending. Pledges are being taken not to commit crimes in future and they are being surrendered by hanging placards around their necks.
योगी सरकार के पहले कार्यकाल में अपराधियों के हुए ताबड़तोड़ एनकाउंटर , पकड - धकड और अवैद्ध निर्माणों पर बुलडोजर चलनें की कार्यवाही ने, उन्हे कानून व्यवस्था को मजबूती से संभालनें वाला मुख्यमंत्री बना दिया था और एक बार फिर बदमाशों के खिलाफ योगी सरकार की ओर से सख्त कदम उठाए जाने की संभावना को देखते हुए अपराधियों ने स्वयं आगे आकर सरेंडर करना शुरू कर दिया है।
In the first term of the Yogi government, the speedy encounter of criminals, the crackdown and the action of bulldozers on illegal constructions, made him the chief minister to handle the law and order and once again strict action by the Yogi government against the miscreants. Seeing the possibility of taking steps, the criminals themselves have come forward and started surrendering.
ताजा मामला सहारनपुर में चिलकाना थाने का है। एसओ सत्येंद्र राय ने दो दिन पहले चिलकाना थाने का चार्ज संभाला था। इसके बाद उन्होंने हिस्ट्रीशीटर की निगरानी कराई। रात को जब पुलिस ने घर पहुंचकर दबिश दी तो खलबली मच गई। इसके बाद चार हिस्ट्रीशीटर लाइन लगाकर थाने पर पहुंचे। सभी ने अपराध न करने की कसम खाई। साथ ही कहा कि वह गांव में ही रहकर अपना काम करेंगे। जब भी पुलिस बुलाएगी थाने पहुंचकर हाजिरी लगाएंगे। उधर, पुलिस एसओ चिलकाना सत्येंद्र राय ने कहा किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। गलत काम करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
चिलकाना के बाद गागलहेड़ी थाने में भी हिस्ट्रीशीटर गले में तख्ती डालकर थाने पहुंचे। इसके बाद पुलिस के सामने हाथ जोड़कर अपराध से तौबा की। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार दोबारा बनने से उन्हें एकाउंटर का डर सता रहा है।
पिछले 2-3 दिनों में ही यूपी के कई हिस्सों से ऐसी तस्वीरें सामने आ चुकी हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने 10 मार्च के बाद बदमाशों की गर्मी उतारने और मई-जून में शिमला बना देने का वादा किया था।
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