राष्ट्रभक्त मोदी को रोकनें में लगीं हैं षडयंत्रकारी ताकतें - अरविन्द सिसौदिया patriot Modi

 

राष्ट्रभक्त मोदी को रConspiracy forces are trying to stop the patriot Modi   - Arvind Sisodia

राष्ट्रभक्त मोदी को रोकनें में लगीं हैं षडयंत्रकारी ताकतें - अरविन्द सिसौदिया
Conspiracy forces are trying to stop the patriot Modi 

- Arvind Sisodia

देश में युगांतरकारी परिवर्तन हो रहे हैं। सदियों तक भारत के इतिहास में नरेन्द्र मोदी एवं अनके कार्यकाल को याद रखा जायेगा। भारतीय संस्कृति के खोये हुये गौरव में से जो संभव है उसे पुनः स्थापित करने की कोशिश हो रही है। सांस्कृतिक उत्थान हो रहा है। लगभग तीन हजार साल के विदेशी आक्रमणों से तहस नहस भारत को पुनः संबारा जा रहा है। 

Transformational changes are taking place in the country. Narendra Modi and his tenure will be remembered in the history of India for centuries. Efforts are being made to restore what is possible from the lost glory of Indian culture. Cultural upliftment is taking place. Devastated by foreign invasions of almost three thousand years, India is being rebuilt again.
 

भारतीय सनातन संस्कृति जो कि मानवता का ही स्वरूप है। इसे बहुत संकट झेलनें पडे हैं। अत्यचारी - हिंसा और जबरिया - धर्मानतरण इस संस्कृति ने लगातार देखें हैं, धर्म पर लाखों ने बलिदान दिया। 

 Indian Sanatan culture which is the nature of humanity itself. It has to face many troubles. Atrocities - Violence and Forced - Conversions This culture has seen continuously, lakhs have sacrificed on religion.

 भारत के साहसी वीरों एवं महापुरूषों के प्रयास से समय समय पर भारत में सांस्कृतिक पुर्न उत्थान भी होते रहे है। गत हजार साल के संकटों में भारत माता ने बहुत कुछ खोया है। वीभत्स हिंसा और अत्याचारों को लगातार सहा है। आजादी के आन्दोलन में भी और उसके पश्चात भी अपने मूल वैभव के साथ भेद भाव सहन किया है। 

 With the efforts of the brave heroes and great men of India, cultural revival has also been taking place in India from time to time. Mother India has lost a lot in the crises of the last thousand years. Has endured horrific violence and atrocities continuously. Even in the freedom movement and even after that, it has suffered discrimination with its original splendor.

लोकतंत्र का जनमत मूल आत्मा होती है। भारत के वास्तविक निर्माण में विफल कांग्रेस को जनमत ने धीरे धीरे सत्ता से हटा दिया है। भारत का जनमत भारतीय संस्कृति के पुनरोदय और भारत के उत्थान को चाहता है। उसकी यह आकांक्षा कांग्रेस पूरी नहीं कर सकी इस कारण वह शासन से बेदखल कर दी गई। राजनैतिक हांसिये पर अंतिम सांसें गिन रही है।

Public opinion is the core of democracy. The Congress, which failed in the real construction of India, has been slowly removed from power by public opinion. The public opinion of India wants the revival of Indian culture and the upliftment of India. Congress could not fulfill this aspiration of her, due to which she was ousted from the government. The last breath is being counted on the political guise.

भारत ही सर्वाेपरी के भाव से चलने वाली भारतीय जनता पार्टी को, जनता ने मौका दिया,पहले अटलबिहारी वाजपेयी और अब नरेन्द्र मोदी को भारत का प्रधानमंत्री जनता ने बनाया है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार जनता की आकांक्षाओं को पूरा कर रही है। उसे लगातार दो बार पूर्ण बहूमत मिला है। 

The people have given a chance to the Bharatiya Janata Party, which runs on the spirit of India itself, first Atal Bihari Vajpayee and now Narendra Modi has been made the Prime Minister of India by the people. The Government of India under the leadership of Prime Minister Modi is fulfilling the aspirations of the people. He has got absolute majority twice in a row.
 

भारत का भला हो यह कई पंथ, सम्प्रदाय और वामपंथी नहीं चाहते। बल्कि कई देश जो भारत के मित्र भी हैं वे भी नहीं चाहते कि भारत मजबूत बनें। शत्रु देश को कतई नहीं चाहते हैं कि भारत शक्तिशाली हो। 

Many sects , sects and leftists do not want this to be good for India. Rather, many countries who are also friends of India do not want India to become strong. Enemies do not want the country to be strong.
     किन्तु दुर्भाग्यवश भारत में कुछ दल भी भारत विरोधी ही हैं। वे अपनी सत्ता तो चाहते हैं किन्तु देश के मूल निवासियों को कमजोर और परोक्ष गुलाम बनाये रखना चाहते है। उन्हे भारत की जनता ने अस्विकार करना भी प्रारम्भ कर दिया है। किन्तु भारत के उत्थान को रोकनें वाली भिन्न भिन्न शक्तियां मिल कर एक मजबूत और संसाधन सम्पन्न गुट तो हें ही और वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विरूद्ध लगातार सक्रीय हैं। 

But unfortunately some parties in India are also anti-India. They want their power but they want to keep the natives of the country weak and indirect slaves. The people of India have also started rejecting him. But there is a strong and resource-rich group together with different forces preventing the rise of India and they are constantly active against Prime Minister Narendra Modi.
 

 भारत की एक पार्टी के नेता पाकिस्तान जा कर भाजपा को हटानें में मदद मांगते है। एक पार्टी चीन में जाकर अपने लिये चंदा लाती है और गुप्त एमओयू करती है। क्या भारत अभी भी गद्दार राजनीति से ग्रसत है।  ये ही वे ताकते है जो मोदी जी के खिलाफ नहीं वास्तविक रूप से भारत के विरूद्ध हैं। कल भारत उत्थान का यही काम कोई दूसरा व्यक्ति करेगा तो ये उसके खिलाफ भी इसी तरह के षडयंत्र खडे करेंगी । इस वास्तविकता को पहचानना होगा।
The leaders of a party from India go to Pakistan and ask for help in removing the BJP. A party goes to China and brings donations for itself and makes secret MOUs. Is India still plagued by traitorous politics? It is these forces who are not against Modi ji but actually against India. Tomorrow if someone else does the same work of upliftment of India, then they will create similar conspiracy against him. This reality has to be recognized.

शाहीन बाग लगाना, कथित किसान आन्दोलन खडा करना, लालकिले पर हमला करना और अब देश जलाना । ये सभी काम भारत विरोधी गेंग के टूलकिट हैं। एक मोदी हजार दुश्मन से लेकर एक भारत हजार दुश्मन तक की इस षडयंत्रकारी टोली के मन्सूबे पहचानना होगें और उन्हे सजा देनी होगी। सजा यही की इनकी पूरी तरह उपेक्षा कर दी जाये।
Planting Shaheen Bagh, raising the so-called peasant movement, attacking the Red Fort and now burning the country. All these works are the toolkit of the anti-India gang. From one Modi thousand enemy to one India thousand enemy, the intentions of this conspiratorial group have to be recognized and they will have to be punished. The punishment is that they should be completely ignored.

कोरेाना  के कारण पूरी दुनिया की अर्थ व्यवस्था से लेकर जीवन पद्यती तक संकट ग्रस्त हो गई, रही सही कसर यूक्रेन - रूस युद्ध ने पूरी कर दी, इससे मंहगाई एवं बहुतसारी वस्तुओं का अभाव सामनें हैं । किन्तु इस सभी व्याधाओं और बाधाओं को पार करते हुये भारत सरकार और प्रधानमंत्री मोदी विश्व के नम्बर एक सफल प्रधानमंत्री स्विकार किये जा रहे है। यह भी अर्न्तराष्ट्रीय पेटदर्द है।

अर्थात एक मोदी एक भारत के हजार हजार दुश्मनों को पहचाना जाना चाहिये । क्यों कि ये सभी भारत उदय के शत्रु हैं।

Due to Corona, the whole world was in crisis from the economy to the way of life, the Ukraine-Russian war has done the right thing, due to this inflation and lack of many goods are in front. But by overcoming all these difficulties and obstacles, the Government of India and Prime Minister Modi are being accepted as the world's number one successful Prime Minister. This is also an international stomachache.

That is, one thousand thousand enemies of one Modi one India should be recognized. Because all of them are enemies of Bharat Uday.

भारत के सभी राष्ट्रभक्त दृड़ता से मोदी के साथ खडे हों, उनका समर्थन करें, उनकी ताकत बनें । इस समय यही आवश्यकता है। यही भारत का जबाव,इन भारत विरोधी ताकतों को दिया जाना चाहिये। हम सभी मोदी है। हर भारतवासी मोदी है। यही भाव लगातार जाग्रत करते रहें इसी में भारत की जय है। 

All patriots of India should stand firmly with Modi, support him, be his strength. This is the need at this time. This is the answer of India, these anti-India forces should be given. We are all Modi. Every Indian is Modi. Keep awakening this feeling continuously, in this is the jai of India.

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