कठोर सजा के प्रावधान वाला हिन्दू ईशनिंदा रोकने का कानून बनाया जाये
कठोर सजा के प्रावधान वाला हिन्दू ईशनिंदा रोकने का कानून बनाया जाये
A law should be made to stop Hindu blasphemy, with the provision of harsh punishment.
कठोर सजा के प्रावधान वाला, हिन्दू ईशनिंदा रोकने का कानून बनाया जाये
भारत का संविधान विधि के समक्ष समानता का अधिकार देता है। इसलिये अब जरूरी हो गया है कि हिन्दू जैन बौद्ध सहित तमाम धर्म सम्प्रदायों के मान्य देवी देवताओं की अपमान से रक्षा की जाये ताकि हिन्दू भावनायें आहत नहीं हों।
हिन्दू देवी देवताओं के मान सम्मान की दृड़ता से रक्षा की जाये और हिन्दूओं की धार्मिक मान्यताओं का अपमान करनें वालों पर ईश्निंदा की कार्यवाहियां की जायें .
कुछ इस्लामिक देशों एवं उनके संगठन ने भारत में इस्लाम की ईशनिंदा का आरोप लगाया है, भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने इसका खण्डन किया है और इसे गैर जिम्मेवार कहा है।
अब समय गया है कि दवाब को माकूल जबाव दिया जाये। क्यों कि ईशनिंदा का बडा खेल तो भारत में कट्टरपंथीं कर रहे हैं। इन्होने भारत की मूल हिन्दू संस्कृति के देवी देवताओं के खिलाफ अनाप सनाप टिप्णियां की हैं। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर भी ईशनिंदा की जा रही है।
पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून के द्वारा गैर इस्लामिक नागरिकों पर जुल्म और अत्याचार होनें की अनेकानेक घटनायें सामनें आती रहीं हैं। जब भारत परतंत्र था तब भी ईशनिंदा का आरोप लगा कर कई सीधी कार्यवाहियां इस्लाम को मानने वालों के द्वारा की गईं थीं। जिनमें महाशय राजपाल की हत्या सबसे प्रमुख थी।
कई मिशनरियां लगातार हिन्दू देवी देवताओं के विरूपण करती रहतीं हैं। इस्लामिक चित्रकार एम एफ़ हुसैन ने तमाम हिन्दू देवी देवताओं के अश्लील चित्र बनायें । वहीं कई इस्लामिक अभिनेता ने हिन्दू देवताओं का फिल्मों में
मजाक उडाया है।
भारत का संबिधान और कानून इस तरह की विकृतियों की अनुमति नहीं देते । फिर भी यह लगातार 75 वर्ष से होता रहा है। इसलिये अब यह जरूरी है कि कठोर सजा के प्रावधान वाला हिन्दू ईशनिंदा रोकने का कानून बनाया जाये।
ताकि वर्तमान में भारत में हिन्दू सहष्णिुता के कारण, हो रहे हिन्दू धर्म के देवी देवताओं के विरूद्ध व्यापक अपमान,दुष्प्रचार एवं विरूपण की घटनाओं को रोका जा सके।
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