आतंकी धमकियां: भारत पर हिंसा के रास्ते आपराधिक दबाव बनाने की कोशिशTerrorist threats

 

आतंकी Terrorist threats: Attempts to create criminal pressure on India through violence

आतंकी धमकियां: भारत पर हिंसा के रास्ते आपराधिक दबाव बनाने की कोशिश
Terrorist threats: Attempts to create criminal pressure on India through violence

सच को दबानें, उसे न बोलनें देनें के लिये, आतंकी खुल कर सामनें आ गये है। यह एक विदेशी साजिश है जो भारत में एक वर्ग विशेष के लोगों को आराजकता के लिए उकसा रही है। भारत को आराजकता में उलझा कर उसका विकास रोकनें की साजिश भी काम कर रही है। 

 इसीक्रम में हाल ही में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 2 उत्तरप्रदेश एवं 4 कर्नाटका के कार्यालयों को उडा देनें का धमकी भरा वाट्सएप सामनें आया, भाजपा की प्रवक्ता नूपुर शर्मा को जान से मारनें की धमकी के चलते दिल्ली पुलिस ने उन्हे सुरक्षा मुहैया करवाई है। अभी अभी ज्ञानवापी प्रकरण के जज साहब को भी धमकी का मामला सामनें आया है। इसी के साथ आतंकी संगठन अलकायदा ने भी भारत को तबाह करनें की धमकी दी है। इन सब के पीछे विदेशी धनबल और साम्प्रदायिक सोच ही मास्टर माईण्ड है । यह भारत पर हिंसा के रास्ते आपराधिक दबाव बनाने की कोशिश है। इस तरह की कोशिशों का सुरक्षा तंत्र विफल कर देता है।  किन्तु भारत की सुरक्षा प्रणाली को अत्यंत सर्तक भी रहना होगा ।

उपरोक्त प्रकरणों से जुडर घटनाक्रमों की विस्तृत रिपोर्टस निम्न प्रकार से हैं --------------------
आतंकी संगठन अलकायदा ने दी भारत में आत्मघाती हमले की धमकी, गुजरात और मुंबई होंगे टार्गेट

terrorist organization al qaeda threatens suicide attack in india

आतंकवादी संगठन अलकायदा ने भारत में आत्मघाती हमले की धमकी दी है। अलकायदा ने अपने धमकी भरे मैसेज में कहा कि गुजरात और मुंबई और यूपी समेत कई राज्य निशाने पर हैं। उसने अपने मीडिया चैनल के जरिए दो पन्नों का बयान जारी किया है।

नेशनल डेस्कः 8 june 2022

आतंकवादी संगठन अलकायदा ने भारत में आत्मघाती हमले की धमकी दी है। अलकायदा ने अपने धमकी भरे मैसेज में कहा कि गुजरात और मुंबई और यूपी समेत कई राज्य निशाने पर हैं। उसने अपने मीडिया चैनल के जरिए दो पन्नों का बयान जारी किया है। बता दें कि भाजपा नेता द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के बाद खाड़ी देशों में बवाल मचा हुआ है। हालांकि, भाजपा ने अपने नेता को सस्पेंड कर दिया है बावजूद इसके मामला शांत नहीं है।

चिट्ठी में लिखा गया है कि ‘हम दुनिया के हर उस दुस्साहसी शख्स, जो पैगंबर की गरिमा के खिलाफ बोलता है, उसको आत्मघाती हमलों में मार गिराएंगे।' अलकायदा ने हिंदुओ को आतंकवादी बताते हुए उन्हें भारत पर कब्जा करने वाला कहा है, और खुद को पैगंबर की गरिमा के लिए लड़ने वाला बताया है।

चिट्ठी में लिखा गया है, 'हम दूसरों से अपने नबियों के सम्मान के लिए लड़ने और मरने का दरख्वास्त करेंगे। हम उन लोगों को मार डालेंगे जो हमारे पैगंबर का अपमान करते हैं और हम अपने शरीर और अपने बच्चों के शरीर के साथ बम बांधेंगे ताकि उन लोगों को उड़ा दिया जाए जो हमारे पैगंबर की बेअदबी करने की हिम्मत करते हैं।' चिट्ठी में साफ तौर पर लिखा है, 'भगवा आतंकवादियों को अब दिल्ली, मुंबई, यूपी और गुजरात में अपने अंत का इंतजार करना चाहिए। ऐसे लोग न तो अपने घर मे सुरक्षित रह पाएंगे और न ही उनकी सेना उनकी रक्षा कर पायेगी।'

चिट्ठी में किया गजवा-ए-हिंद का जिक्र
इस चिट्ठी में साफ तौर पर भारतीय मीडिया की टीवी चैनलों में डिबेट के दौरान बीजेपी प्रवक्ताओं के द्वारा पैगंबर पर की गई टिप्पणी का जिक्र किया गया है। चिट्ठी में लिखा है कि हम उपमहाद्वीप में रहने वाले अपने भाइयों को याद दिला दें कि हमारे नबी ने भारत की जंग (गजवा-ए-हिंद) के बारे में हमें पहले ही बताया है और इस जंग में मुसलमानों की जीत की भविष्यवाणी की है। चिट्ठी में लिखा है, ‘उसी समय हम भारत के शासकों की मौत और तबाही की लहर लेकर आएंगे, और सूली पर चढ़ाएंगे, कैद करेंगे और जंजीरों से बांधेंगे।’
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लखनऊ-गोंडा सहित RSS के 6 कार्यालयों को उड़ाने की धमकी:संघ के स्वयंसेवक को वॉट्सऐप पर मिला मैसेज, तमिलनाडु से आरोपी अरेस्ट

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के छह कार्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। लखनऊ के मड़ियांव थाने में सोमवार देर रात इस मामले में FIR दर्ज की गई। सुलतानपुर के एक डिग्री कॉलेज के प्रोफेसर को मोबाइल पर मैसेज भेजकर लखनऊ के अलीगंज, गोंडा के नवाबगंज सहित कर्नाटक में भी 4 जगहों पर स्थित RSS कार्यालय को उड़ाने की धमकी दी गई। धमकी देने वाले राज मुहम्मद को तमिलनाडु के पुदुकोट्टाई से गिरफ्तार कर लिया गया है। UP ATS ने कहा कि आरोपी को लखनऊ लाने के लिए टीम रवाना हो गई है।

यह धमकी तीन भाषाओं में दी गई है। साइबर टीम ने इस मामले की जांच शुरू की। वहीं, ATS और अन्य खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हो गई थीं। इस मामले में UP के डिप्टी CM ब्रजेश पाठक का कहना है कि सभी मामलों में उच्च स्तरीय जांच चल रही है।

मड़ियांव पुलिस के मुताबिक, यह धमकी लखनऊ के अलीगंज में रहने वाले प्रोफेसर नीलकंठ मणि पुजारी के वॉट्सऐप पर मिली है। प्रोफेसर ने FIR दर्ज कराई है कि दो दिन पहले एक शख्स ने उन्हें मैसेज भेजकर धमकी दी। इस मामले में मड़ियांव कोतवाली में मैसेज भेजने वाले के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई। ATS और अन्य खुफिया एजेंसी भी सक्रिय हो गई है। वॉट्सऐप ग्रुप में तीन अलग-अलग भाषाओं में धमकी दी गई है।इसमें हिंदी, अंग्रेजी और कन्नड़ भाषा का उपयोग किया गया है।

'कर्नाटक और लखनऊ में धमाका होगा...'

 नीलकंठ ने पुलिस को बताया कि मैसेज में रविवार रात तक लखनऊ, उन्नाव और कर्नाटक में धमाका करने की धमकी दी गई थी। मैसेज में बताया गया कि RSS कार्यालयों को निशाना बनाया जाएगा। मैसेज पढ़ने के बाद प्रोफेसर सुल्तानपुर से लखनऊ पहुंचे और मड़ियांव थाने में मामले की जानकारी दी।

जानकारी मिलते ही सक्रिय हुई पुलिस

इंस्पेक्टर मड़ियांव अनिल कुमार के मुताबिक, नीलकंठ मणि पुजारी की तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज कर लिया गया। उच्चाधिकारियों को सूचित किया गया। हालांकि रात आठ बजे कोई भी विस्फोट नहीं हुआ। मामले की जांच की जा रही है।

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ज्ञानवापी प्रकरण में परिसर का सर्वे कराने वाले सिविल जज को मिला धमकी भरा पत्र, बढाई गई सुरक्षा, पहले ही जता चुके थे सुरक्षा को लेकर चिंता

ज्ञानवापी प्रकरण में एक अति गंभीर माममला सामने आया है। इसके तहत ज्ञानवापी परिसर का सर्वे कराने वाले वाराणसी के सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर को धमकी भरा पत्र मिला है। पत्र दिल्ली के पते से पंजीकृत डाक से भेजा गया है। इस पत्र के मिलने की जानकारी होते ही स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस सक्रिय हुई और जज की सुरक्षा बढ़ा दी गई।

वाराणसी : June 08, 2022

वाराणसी. ज्ञानवापी केस की सुनवाई शुरू करने और ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का आदेश देने वाले सिविल जज (सीनियर डिवीजन) रवि कुमार दिवाकर को धमकी भरा रजिस्टर्ड पत्र मिला है। ये पत्र दिल्ली के पते से भेजा गया है। धमकी भरा पत्र मिलने की जानकारी सिविल जज रविकुमार दिवाकर ने सूबे के सीनियर अधिकारियों को दी है। इधर इसकी जानकारी होते ही जिला व पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने सिविल जज की सुरक्षा बढ़ा दी है। बता दें कि फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ज्ञानवापी प्रकरण की सुनवाई जिला जज की अदालत में हो रही है। लेकिन इससे पूर्व जब सिविल जज मामले की सुनवाई कर रहे थे तब भी उन्होंने खुद की सुरक्षा को लेकर आशंका जताई थी। यहां तक कहा था कि मां और पत्नी बेहद चिंतित हैं।

सिविल जज (सीनियर डिवीजन) रवि कुमार दिवाकर जिन्हें मिला है धमकी भरा पत्र

बढाई गई जज के वाराणसी और लखनऊ वाले घर की सुरक्षा
जनकारी के मुताबिक सिविल जज (सीनियर डिवीजन) रवि कुमार दिवाकर को इस्लामिक आगाज मूवमेंट नामक संगठन की ओर से पंजीकृत डाक से धमकी भरा पत्र मिला है। ये पत्र कॉपी के पन्ने पर है। सिविल जज को धमकी भरा पत्र मिलने के बाद जज के वाराणसी और लखनऊ वाले घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके तहत नौ अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। साथ ही इस प्रकरण की जांच के लिए कैंट पुलिस और क्राइम ब्रांच को लगाया गया है। पुलिस ने जज से वो पत्र भी हासिल कर लिया है।

लेटर में लिखा कि अब न्यायाधीश भगवा से सराबोर
सिविल जज (सीनियर डिवीजन) मीडिया को बताया है कि उन्होंने धमकी भरा पत्र मिलने की जानाकारी से डीजीपी, अपर प्रमुख सचिव गृह और पुलिस कमिश्नर वाराणसी को अवगत करा दिया है। उनका कहना है कि पंजीकृत डाक से मिला धमकी भरा पत्र किसी इस्लामिक आगाज मूवमेंट, नई दिल्ली के नाम से भेजा गया है। पत्र में लिखा है कि, "अब न्यायाधीश भी भगवा रंग में सराबोर हो चुके हैं। फैसला उग्रवादी हिंदुओं और उनके तमाम संगठनों को प्रसन्न करने के लिए सुनाते हैं। इसके बाद ठीकरा विभाजित भारत के मुसलमानों पर फोड़ते हैं।" उन्होंने बताया है कि पत्र में ये भी लिखा है कि, "आप न्यायिक कार्य कर रहे हैं, आपको सरकारी मशीनरी का संरक्षण प्राप्त है। फिर आपकी पत्नी और माताश्री को डर कैसा है? आजकल न्यायिक अधिकारी हवा का रुख देख कर चालबाजी दिखा रहे हैं। आपने वक्तव्य दिया था कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का निरीक्षण एक सामान्य प्रक्रिया है। आप भी तो बुतपरस्त (मूर्तिपूजक) हैं। आप मस्जिद को मंदिर घोषित कर देंगे। कोई भी काफिर मूर्तिपूजक हिंदू न्यायाधीश से मुसलमान सही फैसले की उम्मीद नहीं कर सकता है।"

महीना भर पहले ही जज ने सुरक्षा को लेकर जताई थी चिंता
बता दें कि करीब महीना भर पहले ज्ञानवापी केस की सुनवाई के दौरान ही सिविज जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी। यहां ये भी बता दें कि सिविल जज रवि कुमार दिवाकर के आदेश पर ही ज्ञानवापी परिसर का दोबारा सर्वे हुआ था। उन्होंने तब अपने आदेश में कहा था कि "सर्वे चाहे ताला खुलवाकर हो या ताला तुड़वाकर, ये रुकना नहीं चाहिए।" उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा था कि, "सामान्य से प्रकरण को असामान्य बनाकर डर का माहौल बना दिया गया है। इतना डर है कि परिवार के प्रति मेरी और परिवार की मेरे प्रति चिंता बनी रहती है। घर से बाहर होने पर पत्नी बार-बार मेरी सुरक्षा के लिए चिंतित रहती है।" इतना ही नहीं उन्होंने कहा था कि, "11 मई को मां ने मेरी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। संभवतः उन्हें ज्ञात हुआ था कि मैं कमिश्नर के रुप में ज्ञानवापी जा रहा हूं। उस वक्त मां ने मुझे मना भी किया कि मैं कमीशन में न जाऊं, क्योंकि वहां मेरी सुरक्षा को खतरा हो सकता है।"

इस संबंध में पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि सिविल जज (सीनियर डिवीजन) रवि कुमार दिवाकर को एक पत्र पंजीकृत डाक से मिला है। डीसीपी वरुणा जोन को इसकी जांच सौंपी गई है।

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नूपुर शर्मा को दिल्ली पुलिस ने दी सुरक्षा, जान से मारने की मिली है धमकी
Jun 7, 2022 

नई दिल्ली: पैगंबर मोहम्मद पर कथित टिप्पणी को लेकर चर्चा में आईं भाजपा से निलंबित नूपुर शर्मा को पुलिस की सुरक्षा मिल गई है. दिल्ली पुलिस ने निलंबित भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा और उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान की है. इसकी जानकारी एक अधिकारी ने दी है. दरअसल, पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी को लेकर नूपुर शर्मा को जान से मारने की धमकी मिल रही थी और इसके बाद उनकी शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. जान से मारने की धमकी मिलने के बाद नूपुर शर्मा ने पुलिस से सुरक्षा मुहैया कराने का अनुरोध किया था.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा कि नूपुर शर्मा और उनके परिवार को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई गई है क्योंकि उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें धमकी मिल रही है और उनकी टिप्पणी को लेकर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है. पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित टिप्पणी पर विवाद बढ़ने और मुस्लिम देखों के विरोध को देखते हुए भाजपा ने रविवार को नूपुर शर्मा को निलंबित कर दिया और दिल्ली इकाई के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को निष्कासित कर दिया.

मुस्लिम समूहों के प्रदर्शनों और कुवैत, कतर और ईरान जैसे देशों की तीखी प्रतिक्रिया के बीच भाजपा ने एक बयान जारी कर कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व के अपमान की कड़ी निंदा करती है. लगभग 10 दिन पहले एक टीवी डिबेट के दौरान की गई नूपुर शर्मा की टिप्पणियों और नवीन जिंदल के ट्वीट्स (अब हटा दिया गया है) की वजह से ऐसा बवाल मचा कि कुछ देशों में भारतीय उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया गया और यह मामला ट्विटर पर ट्रेंड होने लगा.

हालांकि, भाजपा के एक्शन के बाद नूपुर शर्मा ने बिना शर्त अपने विवादास्पद बयान को वापस ले लिया और दावा किया कि उनकी टिप्पणी महादेव (भगवान शिव) के प्रति निरंतर अपमान और अपमान की प्रतिक्रिया थी. पुलिस ने कहा कि 28 मई को इसकी साइबर सेल इकाई को नूपुर शर्मा से जान से मारने की धमकी को लेकर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ शिकायत मिली थी. नूपुर शर्मा की इस शिकायत के आधार पर पुलिस द्वारा अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 506 (आपराधिक धमकी), 507 (अनाम संचार द्वारा आपराधिक धमकी) और 509 (शब्द, इशारा या कार्य) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
 

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