पत्थरबाजी,भारत पर ही आक्रमण है यह समझना होगा - अरविन्द सिसौदिया pattharabaajee
पत्थरबाजी,भारत पर ही आक्रमण है यह समझना होगा - अरविन्द सिसौदिया
कश्मीर की पत्थरबाजी कमोवेश पूरे देश में फैल गई है। यह एक प्रयोग था जो कश्मीर में हुआ और अब पूरे भारत में फैलाया जा रहा है। कानपुर घटना या इससे पूर्व हुई देश में विभिन्न घटनाक्रम सब योजनाबद्ध और प्रयोगधर्मी हैं। इन्हे हल्के नजरिये से देखना ही अपराध और पाप होगा।
कांग्रेस ने स्वतंत्रता के दौरान और उसके बाद में स्वतंत्र भारत में जो एक सम्प्रदाय विशेष को षडयंत्रपूर्वक भारत का मालिक बनानें का काम किया । वह अब बेनकाब हो गया है। तमाम षडयंत्र एवं योजनायें सामनें आ चुकी हैं। तथ्य साबित करते हैं। कि भारत पर जनसंख्यात्म वृद्धि के द्वारा कब्जा किया जा रहा है।
यह कांग्रेस ही है जिसनें मुस्लिम लीग के डायरेक्ट एक्शन का विरोध नहीं किया उसे रोका नहीं उसका प्रतिरोध नहीं किया और पाकिस्तान बनने तक आत्म समर्पण किया । जबकि डायरेक्ट एक्सन के बाद देश विभाजन की हांमी कतई नहीं भरी जानी चाहिये थी।
जब देश का विभाजन हिन्दू मुस्लिम के आधार पर हुआ था, इससे पूर्व मुस्लिमों ने वोट पाकिस्तान निर्माण के पक्ष में मुस्लिम लीग को दिये थे । तो उन्हे भारत में रूकने का अधिकार ही नहीं था। कांग्रेस की कई बडी गलतियों में से यह गलती भी है कि उसने भारत से सभी मुस्लिम को पाकिस्तान कयों नहीं भेजा। जिसे देश भुगत रहा है। जबकि बाबा साहब अम्बेडकर जी ने स्पष्टता से कहा था कि यह समस्या तभी हल हो सकती है जब सभी मुस्लिम पाकिस्तान जायें और सभी हिन्दू भारत आयें। पाकिस्तान कहीं गया नहीं है, वह अभी भी है।
शाहीन बाग प्रयोग था,किसान आन्दोलन प्रयोग का दूसरा कदम रहा, तीसरा कदम कश्मीर में तारेगेT किलिंग का चल रहा है। अगले आम चुनाव से पहले पूरे देश में दंगे और पत्थरबाजी का दौर लाया जायेगा । येशा प्रतीत हो रहा है।
कानून की ढीलमपोल का फायदा उठाते हैं, विदेशों जैसा सख्त कानून बनना चाहिए
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