कांग्रेस की धमकियों से, "आरएसएस" का यह प्रबल प्रवाह नहीं रुकने वाला - अरविन्द सिसोदिया
खरगे के बयान का भाजपा ने करारा जबाब दिया
कांग्रेस की धमकियों से, "आरएसएस" का यह प्रबल प्रवाह नहीं रुकने वाला - अरविन्द सिसोदिया
1 नवम्बर, कोटा। भारतीय जनता पार्टी, मीडिया संपर्क विभाग, राजस्थान के प्रदेश सह-संयोजक अरविन्द सिसोदिया ने कहा कि " कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर प्रतिबंध लगाने संबंधी बयान पूरी तरह से दुर्भावनापूर्ण, राजनीतिक चाटुकारिता,अवसरवाद और पारिवारिक स्वार्थ से प्रेरित है। " उन्होंने कहा कि " यह बयान किसी वैचारिकता या राष्ट्रहित की सोच से नहीं, बल्कि कांग्रेस के " इटालियन अंग्रेज नेतृत्व " को खुश करने का प्रयास मात्र है। खरगे अपनी और अपने बेटे की राजनीतिक प्रासंगिकता को बनाए रखने और परिवार की महत्वाकांक्षाओं को साधने के लिए संघ जैसी पवित्र और राष्ट्रनिष्ठ संस्था पर झूठी और गैर जरूरी बयानबाजी कर रहे हैं।"
सिसोदिया ने कहा कि " खरगे का यह वक्तव्य उस मानसिकता का प्रतिबिंब है जिसने दशकों से कांग्रेस पार्टी को राष्ट्र से ऊपर परिवार के इर्द-गिर्द,मात्र परिवार सेवा तक़ सीमित रखा हुआ है। उनका उद्देश्य केवल कांग्रेस नेतृत्व की कृपा प्राप्त करना और अपने पुत्र प्रियंक खरगे, जो कर्नाटक सरकार में मंत्री हैँ, के राजनीतिक हितों को आगे बढ़ाना है। यह भी ध्यान देने योग्य है कि प्रियंक खरगे पहले भी कई बार संघ पर प्रतिबंध लगाने की मांग, कांग्रेस हाई कमान को खुश करने हेतु कर चुके हैं।"
सिसोदिया नें कहा कि " पिता-पुत्र की यह समन्वित बयानबाज़ी यह दर्शाती है कि खरगे परिवार अपने राजनीतिक हितों को साधने हेतु , संघ जैसी राष्ट्रनिष्ठ, सेवा भावी और राष्ट्रप्रथम की भावना से ओतप्रोत प्रेरणादायक आदरणीय संस्था पर, निराधार आरोप लगाने की रणनीति पर चल रहा है।"
सिसोदिया नें कहा कि " महात्मा गांधी और बाबा साहब अंबेडकर ने समानता के मंच के रूप में संघ की सार्वजनिक रूप से सराहना की है । यहां तक कि भारत-चीन युद्ध के बाद 1963 के स्वतंत्रता दिवस परेड के दौरान भी तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने आरएसएस स्वयंसेवकों को भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था। "
सिसोदिया ने कहा कि " राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत के राष्ट्र निर्माण, सामाजिक एकता, सांस्कृतिक पुनर्जागरण और सेवा कार्यों में 100 सालों से अग्रणी भूमिका निभा रहा है। यह भारत के लोगों का संगठन है जो भारत की भलाई के लिए काम करता है। कांग्रेस द्वारा संघ को बदनाम करने के ये प्रयास देश के करोड़ों - करोड़ों राष्ट्रभक्तों और शुभचिंतकों का अपमान हैं। जिसे देश का जनमत कभी माफ नहीं करेगा। "
उन्होंने कहा कि " एक स्वयंसेवक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आज आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ रहा है, वहीं करोड़ों स्वयंसेवक कई कई दसकों से मातृभूमि भारत के उत्थान के लिए विविध क्षेत्रों में सक्रिय हैँ। जिनके परिणामों से भारत का बहुअयामी विकास हो रहा है।"
उन्होंने कहा कि " जबकि कांग्रेस आज भी संघ और राष्ट्रवादी संगठनों को निहित स्वार्थ के लिए निशाना बनाकर, राष्ट्रविरोधी तत्वों को खुश करने में लगी हुई है।"
सिसोदिया ने कहा कि " गांधीजी की हत्या के बाद स्वयं सरदार पटेल नें और कपूर आयोग ने संघ को पूर्ण रूप से निर्दोष घोषित किया था। सरदार पटेल नें ही संघ पर से प्रतिबंध हटाया था। संघ ने पिछले 100 वर्षों में सेवा, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति का जो उदाहरण प्रस्तुत किया है, वह संपूर्ण विश्व के लिए प्रेरणा है, अनुकरणीय है ।"
उन्होंने कहा कि " आरएसएस पर प्रतिबंध की मांग करने वाले खरगे का रवैया मुस्लिम लीग, पी एफ आई और जमीयत उलेमा-ए-हिंद जैसे कट्टरपंथी संगठनों की भाषा बोलने जैसा ही है, जो भारत की एकता और अखंडता को कमजोर करने का काम करते हैं। वही काम कांग्रेस इस तरह की बयानबाजी से करती है। "
सिसोदिया ने कहा कि " भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के इस दुष्प्रचार की कड़ी निंदा करती है। कांग्रेस के नेताओं को इतिहास पढ़ना चाहिए, कपूर आयोग और सर्वोच्च न्यायालय दोनों ने स्पष्ट किया है कि गांधीजी की हत्या से संघ का कोई संबंध नहीं था।"
उन्होंने कहा कि " आरएसएस राष्ट्र सेवा की प्रेरणादायक संस्था है, जिसने युद्ध, आपदाओं, कोविड महामारी, भूकंप, बाढ़ और दुर्घटनाओं जैसी हर आपदा में देशवासियों की सहायता की है। कांग्रेस जैसी तुष्टिकरण और सत्ता-लोलुप पार्टी संघ की बढ़ती प्रतिष्ठा से और कांग्रेस के बहुअयामी पतन से विचलित होकर भ्रामक आरोपों का सहारा ले रही है। "
सिसोदिया नें कहा कि " लोकतंत्र में सहमति और असहमति का पूरा सम्मान होता है किन्तु कांग्रेस नें पूरे देश को आपातकाल लगा कर जेलखाना बना डाला था। उसकी यह क्रूर मानसिकता नई नहीं है, उसने संघ पर पहले भी प्रतिबंध लगाये थे, मगर संघ हमेशा निर्दोष और पवित्र ही साबित हुआ है।" उन्होंने कहा कि " कांग्रेस द्वारा प्रतिबंध की धमकी देना या बात करना कोई पहला अवसर नहीं है। पहले भी इन लोगों ने अपनी तानाशाही, सत्ता और तुष्टिकरण की राजनीति को बचाए रखने के लिए आरएसएस पर प्रतिबंध लगाये, जिनमें देश संघ से साथ खड़ा रहा और सभी प्रतिबंध हटते रहे। संघ दिन दूनी रात चौगुनी दर से बढ़ता ही जा रहा है। "
सिसोदिया नें कहा कि " ये वही लोग है, जो तुष्टिकरण, आराजकतावाद और आतंकी संगठनों को अपनी राज्य सरकारों के दौरान संरक्षण और बढ़ावा देते हैं। इनके द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ हमेशा जहर उगलने का काम करते हैं, यह इनकी तुष्टिकरण की राजनीती का एक सुनियोजित एजेंडा है जिससे ये देश विरोधी ताकतों को खुश करते हैँ। "
सिसोदिया नें कहा कि " राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मां भारती की सेवा में निरंतर आगे बढ़ता जारहा है। कांग्रेसी धमकियां उसके कदम न पहले रोक पायी और न अब रोक पाएंगी। आरएसएस ने अपने गौरवशाली 100 वर्षों की राष्ट्रसेवा की यात्रा पूरी की है, जिसका साक्षी पूरा देश है। "
सिसोदिया ने अंत में कहा कि" संघ देशभक्ति का अटूट संकल्प है। जिससे प्रेरणा लेकर करोड़ो - करोड़ों नागरिक राष्ट्रसेवा में सेवारत हैँ। चाहे कांग्रेस कितनी भी गलत बयानबाज़ी करे,षड्यंत्र करें, राष्ट्रसेवा का यह प्रबल प्रवाह अविरल चलता रहेगा। "
भवदीय
अरविन्द सिसोदिया
9414180151
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें