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राज्यों में कांग्रेस

01- जम्मू और कश्मीर में चुनाव 90 सीटों का  कांग्रेस 06 - भाजपा - 29  सबसे बड़ा दल जेकेनेको की सीटें 41 एवं राज्य सरकार  02- पंजाब में चुनाव 117 सीटों का  कांग्रेस 16 - भाजपा - 02  सबसे बड़ा दल आप की सीटें 94 एवं राज्य सरकार  03- हिमाचल प्रदेश में चुनाव 68 सीटों का  कांग्रेस 40 - भाजपा - 28 सबसे बड़ा दल कांग्रेस की सीटें 40 एवं राज्य सरकार  04- उत्तराखंड में चुनाव 70 सीटों का  कांग्रेस 19- भाजपा - 47 सबसे बड़ा दल भाजपा की सीटें 47 एवं राज्य सरकार  05- हरियाणा चुनाव 90 सीटों का  कांग्रेस 37 - भाजपा - 48  सबसे बड़ा दल भाजपा की सीटें 48 एवं राज्य सरकार  06- दिल्ली चुनाव 70 सीटों का  कांग्रेस 00 - भाजपा - 48  आप - 22 सबसे बड़ा दल भाजपा की सीटें 48 एवं राज्य सरकार  07- उत्तर प्रदेश चुनाव 403 सीटों का  कांग्रेस 02 - भाजपा - 255  सपा - 111 सबसे बड़ा दल भाजपा की सीटें 255 एवं राज्य सरकार  08- राजस्थान चुनाव 200 सीटों का  कांग्रेस 70 - भाजपा - 115  सबसे बड़ा दल भाजपा की सीटें 115 एवं राज्य सरकार ...

भूमिका

भूमिका              "मेरी कविताएं" कविता संग्रह कवि अरविंद सिसोदिया जी की पुस्तक मेरे सामने है। जहां तक राजनीतिक विचारों की बात है तो बहुत सारे ऐसे कवि एवं लेखक हुए हैं। वे राजनीति में सक्रिय रहे। लेकिन उनके अंदर जो कवि बैठा हुआ था,उसने उन्हें चुपचाप नहीं बैठने दिया। उन्होंने अपना कवि धर्म भी निभाया। इनमें प्रमुख नाम अटल बिहारी वाजपेई जी का आता है। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, डॉ. बीआर अंबेडकर, सरदार वल्लभभाई पटेल ऐसे कई महत्वपूर्ण राजनेता हुए हैं। जिन्होंने खूब लिखा। उनके लेखन से समाज में परिवर्तन भी आया। संत तुलसीदास ने रामचरितमानस के माध्यम से देश में परिवर्तन के लहर चला दी थी। उन दिनों मुगलों का शासन था। देश में धर्म का ह्रास हो रहा था। रामचरितमानस के नायक भगवान राम की गाथा ने हिंदू समाज को मजबूती प्रदान की।जो हिंदू धर्म को मिटाने का सपना देख रहे थे उनका सपना पूरा नहीं हो सका।             कविता चेहरे पर हंसी ला सकती है। मुस्कान ला सकती है। हृदय परिवर्तित कर सकती है। इस तरह का कोटा में श्री हिंदी साहित्य समिति के कवि...

कविता : “केवल इंसान”

कविता : “केवल इंसान” - अरविन्द सिसोदिया  जीवन की किश्ती जब उतरती है, सपनों का संसार सजाये , मन के गहरे दरिया में कुछ अरमानों के स्वप्न समाए। हर अरमान के दामन में सौ–सौ उम्मीदें होती हैं, पर उनके संग ही राहों में सौ–सौ मुश्किलें भी होती हैं। कभी हवा रूठ जाती है, कभी लहरें रोड़ा डालती हैं, कभी किस्मत की रातें आकर, राहों को धुँधला बनाती हैं। पर जो मन को थामे रखते, जो साहस को ढाल बनाते है , वे ही आगे बढ़ते जाते, तूफानों पर पग रख सफलता पाते हैँ। जो डर की दीवारें तोड़ें, हिम्मत का दीप जलाएँ, जो गिरकर फिर उठते जाएँ, मंज़िल को गले लगाएँ। उनके पाँवों की रफ़्तार में संघर्षों की धुन होती है, उनके कदमों की आहट में, हिम्मत की हुंकार होती है। धरती के हर कोने में जब उनका साहस गूँज उठता है, वीरता का हर इतिहास उन्हीं के नामों से जुड़ता है। जो तूफ़ानों को जीत सके, जो मुश्किल से न घबराएँ— धरती पर सदियों से ही ये लोग, “केवल इंसान” कहलाएँ। इंसान कहलाये। ---

कविता — “कौन ढूँढता है ईश्वर को ?”

कविता — “कौन ढूँढता है ईश्वर को ?” मनोकामनापूर्ति के बाज़ार में ईश्वर कहाँ मिलता है, जहाँ हर दुआ की कीमत इच्छाओं की सूची से लगाई जाती है। वह जानता है कि मुझे कोई नहीं ढूँढ रहा— ढूँढ रहे हैं तो बस अपनी थकी हुई अभिलाषाओं के त्वरित समाधान। सभी चाहते हैं बिना मेहनत सपनों की पूर्ति, बिना संघर्ष सुख का वरदान, जैसे ईश्वर कोई व्यापारी हो जो सौदे में खुशियाँ बाँट दे। पर वह तो मौन में बैठा बस देखता है— कौन उसे पुकारता है और कौन सिर्फ अपनी चाहतों को। सच तो यह है— ईश्वर मिल भी जाता है, पर खोज करने वाले कम हैं; माँगने वाले बहुत।

कविता - नरेंद्र मोदी : एक प्रखर यात्रा

 नरेंद्र मोदी : एक प्रखर कौशल  हिम-गंगा सी निर्मल चाहत, सपनों में था देश महान, एक स्वयंसेवक बोला, "कर दूँगा भारत का उत्थान !" संघ की शाखाओं में सीखा, अनुशासन का दृढ़ विज्ञान, माँ के सानिध्य से सीखा , महा संघर्षों पर विजय का वरदान। संघ की प्रेरणा में पाया, कर्म-योग का तेज प्रखर, कर्म-पथ पर चलकर उसने, बदल दिया राजनीती का शिखर । राष्ट्रसेवा की पुकार हुई, जनता ने विश्वास दिया, विकास-मंत्र की किरणों से उसने नवभारत का प्रकाश किया । घर -घर गूँजती जिसकी, सेवा-भाव की सदभावनायें , कर्मठता के पथ से परिणाम पाता है, नये नये आयाम बनाता है। विश्व-मंच पर  नया भारत , नई ताकत, नया साहस, नया शौर्य, “सबका साथ और सबका विकास” यही दृढ़ विश्वास जगाता है। त्याग, तपस्या और परिश्रम का अद्भुत तपस्थली बना भारत। मोदी जी के अद्भुत कौशल से सीना ताने खड़ा नया भारत। ------------------ 🎶 “मोदी का सफ़र, मोदी का जज़्बा” 🎶 चल पड़ा एक दीवाना, लेकर भारत का अफसाना, मोदी–मोदी गूँजे धरती, उभरा कर्म और धर्म का परवाना। चल पड़ा… चल पड़ा… उसके साथ, स्वप्न लिए नया जमाना, मोदी का सफ़र, मोदी का जज़्बा, देश ने दिल से है म...

सावधान भारत : अमेरिका मोदी विरोधी प्लान में लिप्त है

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भारतीय जनता पार्टी नेता प्रतिपक्ष श्री राजन सिंह जी राठौड़ सर्किट हाउस पहुंचे..... मोदीजी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब भी बिना किसी विशेष बात के अमेरिका नें वीजा बैन कर दिया था...जबकि गोधरा कांड कांग्रेस नें करवाया था और जब वे प्रधानमंत्री बन गये तब यह वैन खोला था.... इसलिए यह याद रहें कि आतंकवाद परस्त ताकतों के साथ अमेरिका के रिश्ते कितने मज़बूत हैँ। वे आतंकवाद विरोधी होनें का मात्र नाटक करती है। वास्तविकता यही है कि अमेरिका ब्रिटेन गठजोड़ ही आतंकवाद और बिभिन्न देशों में अस्थिरता के जनक हैँ। ये अपनी उत्पादन क्षमता को बनाये रखने के लिए दूसरे देशों की उत्पादन क्षमता प्रभावित करते हैँ। *मोदी और मुसद्दिक* *ईरान 1951 और भारत 2024, क्या इनमें कोई समानता है...?* क्या आपने कभी सोचा है कि ईरानी लोग अमेरिका को "शैतानों की भूमि" क्यों कहते हैं...? कभी ईरान के तेल पर ब्रिटेन का वर्चस्व था। ईरान के तेल उत्पादन का 84% हिस्सा इंग्लैंड को जाता था, और केवल 16% ही ईरान को मिलता था। 1951 में एक सच्चे देशभक्त मोहम्मद मुसद्दिक ईरान के प्रधानमंत्री बने। वे नहीं चाहते थे कि...

अंता उपचुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत तय, कांग्रेस को जमानत बचाने के लाले पड़ेंगे — अरविन्द सिसोदिया Anta up chunav

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अंता उपचुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत तय, कांग्रेस को जमानत बचाने के लाले पड़ेंगे — अरविन्द सिसोदिया कोटा, 16 अगस्त। भारतीय जनता पार्टी राजस्थान मीडिया विभाग के कोटा संभाग प्रभारी अरविन्द सिसोदिया ने कहा कि " अंता उपचुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत सुनिश्चित है, जबकि कांग्रेस की स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि उसे अपनी जमानत बचाने के भी लाले पड़ गये हैं।" सिसोदिया ने कांग्रेस की नामांकन रैली पर कटाक्ष करते हुए कहा “जब किसी प्रत्याशी को रैली में भीड़ जुटाने के लिए 100-100 किलोमीटर दूर से लोगों को बुलाना पड़े, तो यह साफ़ संकेत है कि उस प्रत्याशी का स्थानीय जनाधार पूरी तरह समाप्त हो चुका है। कांग्रेस की रैली में स्थानीय लोग नहीं थे, केवल भीड़ दिखाने के लिए दूसरे क्षेत्रों से लोगों को लाया गया था।” उन्होंने कहा कि “कांग्रेस की नामांकन सभा में मंच पर वही राजनैतिक रूप से अस्वीकार हो चुके चेहरे मौजूद थे, जिनके नेतृत्व में कांग्रेस का जहाज डूबा था। " उन्होंने कहा कि " याद रहे कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद...

अब जनमत विपक्षी गठबंधन के पूर्ण त्याग की और अग्रसर - अरविन्द सिसोदिया bjp rajasthan

भारत की राजनीती अपने इतिहास के सबसे गंभीर असभ्यता के दौर से गुजर रही है क्योंकि यह युग राजनैतिक राजकुमारों का है जिन्हे विरासत में राजनैतिक बर्चस्व प्राप्त हुआ है। कांग्रेस के राहुल गाँधी उस परिवार से हैँ जो मोतीलाल नेहरू जी के समय से राजनीती में है, नेशनल कांन्फ्रेंस भी शेख अब्दुल्लाह के समय से राजनीती में है और उमर संभवतः तीसरी पीढ़ी है। सपा के संस्थापक जो केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री रहे, उन मुलायम सिंह यादव के पुत्र अखिलेश यादव और राष्ट्रीय जनता दल के संस्थापक केंद्रीय मंत्री व मुख्यमंत्री रहे लालूप्रसाद के पुत्र तेजश्वी यादव और इसी तरह के राजकुमारों शिवसेना संस्थापक बाला साहेब ठाकरे के पुत्र उद्धव ठाकरे और पौत्र..., डीएमके के कुरुणानिधि के पुत्र स्टालीन आदि हैँ जो मूलतः राजकुमार मनोवृत्ति या परिस्थिति के हैँ। इनकी राजनीती स्वीकार्यता या स्थिति स्वयं के कम और परिवार के कारण अधिक है। वर्तमान विपक्ष इसी तरह के दलों का समूह है। इसमें ममता ही एक मात्र इस तरह की नेता हैँ जिन्होंने जमीन पर संघर्ष किया है। कांग्रेस नेतृत्व वाला इंडी गठबंधन को राजकुमार गठबंधन कहा जा सकता है, जो अनुभवी कमत...

सनातन वर्ण व्यवस्था : मानव समाज की सर्वकालिक और सर्वव्याप्त संरचना

सनातन वर्ण व्यवस्था : मानव समाज की सर्वकालिक और सर्वव्याप्त संरचना मानव समाज की संरचना को यदि धर्म, पंथ और संप्रदाय की सीमाओं से अलग हटकर देखा जाए, तो एक महत्वपूर्ण सत्य सामने आता है—मानव समाज स्वभावतः उन चार मूलभूत वर्गों में विभाजित होता है, जिन्हें भारतीय दर्शन में वर्ण व्यवस्था के रूप में जाना जाता है। यह व्यवस्था केवल धार्मिक अवधारणा नहीं, बल्कि एक वैज्ञानिक, समाजशास्त्रीय और सार्वभौमिक सिद्धांत है जो विश्व के सभी समाजों में किसी न किसी रूप में कार्यरत दिखाई पड़ता है। वेदों और गीता में वर्ण को गुण और कर्म पर आधारित बताया गया है, न कि जन्म पर। जब हम इस मूल सिद्धांत को समझते हैं, तो स्पष्ट होता है कि यह व्यवस्था सनातन—अर्थात् सर्वकालिक—और सर्वव्याप्त—अर्थात् हर समाज में विद्यमान—स्वरूप रखती है। मानव सभ्यता के विकास के साथ समाज में विभिन्न प्रकार के कार्यों की आवश्यकता बनी। हर समाज को ऐसे लोगों की आवश्यकता पड़ी जो ज्ञान और विचार प्रदान करें; ऐसे लोग जो शासन और सुरक्षा का भार उठाएँ; ऐसे लोग जो उत्पादन, व्यापार और अर्थव्यवस्था सँभालें; और ऐसे लोग जो कौशल, श्रम और सेवा-कार्य द्वारा समाज...

विपक्ष को, बदतमीज़ीपूर्ण, अपमानजनक और राष्ट्रविरोधी व्यवहार की सज़ा बिहार की जनता ने दी है – अरविन्द सिसोदिया Bihar NDA BJP

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विपक्ष को, बदतमीज़ीपूर्ण, अपमानजनक और राष्ट्रविरोधी व्यवहार की सज़ा बिहार की जनता ने दी है  – अरविन्द सिसोदिया कोटा, 15 नवम्बर।  भारतीय जनता पार्टी राजस्थान के मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सहसंयोजक अरविन्द सिसोदिया ने बिहार विधानसभा चुनाव परिणामों का लोकतान्त्रिक मूल्यों की रक्षा में जनअभिव्यक्ति द्वारा दिया गया महत्वपूर्ण निर्णय करार देते हुए कहा कि " बिहार की जनता ने राष्ट्रहित के ख़िलाफ़ खड़े होने वाली बदतमीजीपूर्ण राजनीतिक गिरावट को सख़्त संदेश दिया है। " उन्होंने कहा कि  “देश के साथ, देश के जनमत द्वारा दिये गये निर्णय के साथ, चुनी गई सरकार के साथ, वर्तमान में विपक्ष का बदतमीज़ीपूर्ण, अपमानजनक और राष्ट्रविरोधी व्यवहार निंदनीय है और बिहार की जनता ने अपने जनादेश के माध्यम से बदतमीजीपूर्ण व्यवहार को कठोर सजा वोट की चोट से दी है।” सिसोदिया ने कहा कि " जिन राजनीतिक दलों ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए, अपनी अस्वीकार्यता पर पर्दा डालने के लिए, देश की मर्यादाओं को ठेस पहुँचाई, लोकतांत्रिक मूल्यों को भुलाया तथा प्रधानमंत्री मोदीजी और केंद्र सरकार के विरुद्...

“Truth is one — whether witnessed in a laboratory or realized in the depths of meditation.” – Arvind Sisodia

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“Truth is one — whether witnessed in a laboratory or realized in the depths of meditation.” – Arvind Sisodia “Truth is one — whether witnessed in a laboratory or realized in the depths of meditation.” – Arvind Sisodia The entire intellectual journey of human civilization has revolved around two fundamental questions. The first concerns the manner in which the finely tuned laws of nature operate; the second seeks to understand the consciousness or force that sustains this extraordinary order. The Sanatan Indian knowledge tradition addresses both questions simultaneously. In this tradition, science and spirituality are not opposing poles, but two dimensions of a single truth. It is from this integrated perspective that life, the cosmos, and consciousness have been studied for millennia. When we contemplate the emergence of new life—the formation of the embryo in the mother’s womb, the division of cells, the development of organs, and the gradual manifestation of c...

सत्य एक ही है,वह चाहे प्रयोगशाला में देखा जाए या ध्यान में अनुभव किया जाए - अरविन्द सिसोदिया Truth is one

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सत्य एक ही है,वह चाहे प्रयोगशाला में देखा जाए या ध्यान में अनुभव किया जाए - अरविन्द सिसोदिया  “Truth is one — whether witnessed in a laboratory or realized in the depths of meditation.” – Arvind Sisodia मानव सभ्यता की सम्पूर्ण बौद्धिक यात्रा दो अनिवार्य प्रश्नों के इर्द–गिर्द घुमती रही है : —  पहला, प्रकृति के सुसंगठित नियम कैसे कार्य करते हैं; और  दूसरा, इस अभूतपूर्व व्यवस्था के पीछे कौन-सी चेतना या शक्ति सक्रिय है।  सनातन भारतीय ज्ञानपरंपरा इन दोनों प्रश्नों का एक साथ उत्तर देती है। यहाँ विज्ञान और अध्यात्म विरोधी ध्रुव नहीं, बल्कि एक ही सत्य के दो आयाम माने गए हैं। इसी दृष्टिकोण से जीवन, ब्रह्मांड और चेतना को समझने का प्रयास सदियों से चलता आया है। जब हम एक नवजीवन के उद्भव पर विचार करते हैं, मां के गर्भ में भ्रूण का निर्माण, कोशिकाओं का विभाजन, अंगों का गठन, और चेतना का क्रमशः प्रकट होना—तो यह स्पष्ट हो जाता है कि प्रकृति अराजक नहीं है। उसका प्रत्येक कदम एक अदृश्य, अतिसूक्ष्म और वैज्ञानिक नियमबद्धता का अनुपालन करता है। यह जटिलता इतनी सुसंगठित है कि उसे ...

भारत की सतर्क सुरक्षा एजेंसीयों ने बड़े भयानक षड्यंत्र को विफल कर देश की महान सेवा की है - अरविन्द सिसोदिया

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समाज की सतर्कता ही राष्ट्र की सुरक्षा है - अरविन्द सिसोदिया  दिल्ली घटनाक्रम का स्पष्ट संदेश, संदिग्ध गतिविधियों के विरुद्ध पूरा समाज सावचेत रहे - अरविन्द सिसोदिया भारत की सतर्क सुरक्षा एजेंसीयों ने बड़े भयानक षड्यंत्र को विफल कर देश की महान सेवा की है - अरविन्द सिसोदिया  कोटा, 12 नवम्बर। राजस्थान पाठ्यपुस्तक मंडल के शिक्षा प्रोत्साहन प्रन्यासी अरविन्द सिसोदिया ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि “दिल्ली की हालिया आतंकी घटना ने पूरे देश को चेताया है कि आतंकी मानसिकता रखने वाले और उन्हें संरक्षण देने वाले देशी और विदेशी तत्व सक्रिय हैं। ऐसे में हर नागरिक का कर्तव्य है कि संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखें और ध्यान में आने पर शासन, प्रशासन, पुलिस सहित सुरक्षा एजेंसियों की जानकारी में लाना चाहिए ।” सिसोदिया ने कहा कि “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सशक्त नेतृत्व और हमारी सुरक्षा एजेंसियों की सजगता ने भारत को एक बड़े भयंकर आतंकी हमले से बचा लिया गया है। दुश्मन ताकतों का उद्देश्य देश को भयानकतम तरीके से दहलाने और आराजकतापूर्ण तरीके से अस्थिर करने का था , परंतु हमारी स...

कविता - अमरीका लोकतंत्र का खलनायक है

अमरीका लोकतंत्र का खलनायक है  आतंकवाद और अमरीका में , कैसा घातक यह गठजोड़ है, जहाँ जहाँ अमरीका चाहे, वहाँ वहाँ आराजकता और विस्फोट है। यह गिरा हुआ और पतित स्वरूप ही,अमरीका का महा सत्य है। लोकतंत्र के रक्षक का यह कैसा खूनी परिवेश बन गया है। ---1--- जहाँ तेल की बू आए, वहाँ उसकी नज़र जाती है, शांति के नाम पर युद्ध की आग लगाई जाती है। लोकतंत्र का नक़ाब ओढ़े, वो व्यापार सजाता है, मौतों का यह सौदागर, खुद को जबरिया “रक्षक” कहलवाता है। ---2--- वो हथियारों के साथ साथ , भविष्य से भी खेलता है, गरीब देशों की मिट्टी में, अपना सिक्का बेलता है। उसकी नीतियों से खूनी खेल, उसकी चालों से मातम है, जबरिया मुस्कुराने की धमकियों के पीछे, दुःख का आलम है। ---3--- अब वक़्त है कि सभी पहचानें, ये झूठी सभ्यता का जंजाल, जहाँ न्याय बिकता डॉलर में, और सच होता बेहाल। धरती माँ की कोख में जो शांति की लौ जलती है, वह सनातन एकता से ही फिर प्रबल निकलती है। ---4--- उठो, हम सत्य के प्रहरी हैं, यह स्वर जग में गूँजे, हर अन्याय की दीवार अब, जनशक्ति से टूटे। नव आशा का सूरज फिर से, मानवता में झलके, और हर दिल से यह गूंज उठे — “ अ...

कांग्रेस के पास एक भी बड़ा काम गिनाने को नहीं है - अरविन्द सिसोदिया

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कांग्रेस के पास एक भी बड़ा काम गिनाने को नहीं है - अरविन्द सिसोदिया  अंता उपचुनाव में जनता कड़ी से कड़ी जोड़ेगी, मोरपाल सुमन बड़े अंतर से जीतेंगे - अरविन्द सिसोदिया कोटा / अंता 10 नवम्बर । भारतीय जनता पार्टी,राजस्थान, मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सह-संयोजक अरविन्द सिसोदिया नें दावा किया है कि "अंता उपचुनाव में भाजपा बड़े अंतर से चुनाव जीत रही है। जनमत प्रधानमंत्री नरेन्द्र जी मोदी सरकार और मुख्यमंत्री भजनलाल जी शर्मा सरकार सहित स्थानीय सांसद दुष्यन्त सिंह जी के साथ, फिर से कड़ी से कड़ी जोड़ने जा रही है।" उन्होंने कहा कि " अंता मांगरोल बांरा क्षेत्र के साथ बड़े विकास हमेशा ही भाजपा सरकारों में ही हुआ है। कांग्रेस के पास एक भी बड़ा काम गिनाने को नहीं है। " सिसोदिया नें कहा कि " प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व केंद्र सरकार कि योजनाओं और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंता विधानसभा क्षेत्र को भी मिल रहा है। " उन्होंने कहा कि " भाजपा सरकारों द्वारा अंता विधानसभा क्षेत्र के सर्वांगीण विकास कार्यो...

The "vote theft" gimmick is merely a gimmick to hide Rahul Gandhi's unacceptability—Arvind Sisodia

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The "vote theft" gimmick is merely a gimmick to hide Rahul Gandhi's unacceptability—Arvind Sisodia Rahul Gandhi's unacceptability Kota, November 8.  Regarding the recent allegations of "vote theft" leveled by Congress supremo Rahul Gandhi, Arvind Sisodia, State Coordinator of the BJP Rajasthan Media Relations Department and senior BJP leader, termed these allegations as a deliberate lie, stating that "in reality, the "vote theft" hoax is merely a gimmick to conceal the public's unacceptability of the Congress and Congress prince Rahul Gandhi." Sisodia stated that "Ever since the foreign Italians became leaders of the Congress, the Congress has become increasingly unacceptably popular among the people of India. Since 1984, the Congress has never won a majority in the Lok Sabha. In the last three Lok Sabha elections, it hasn't even reached triple digits." He added that "especially to conceal the public...

राहुल गांधी की अस्वीकार्यता छुपाने की नौटंकी मात्र है ‘वोट चोरी’ का शगूफ़ा — अरविन्द सिसोदिया Rahul Gandhi's unacceptability

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राहुल गांधी की अस्वीकार्यता छुपाने की नौटंकी मात्र है ‘वोट चोरी’ का शगूफ़ा — अरविन्द सिसोदिया Rahul Gandhi's unacceptability कोटा , 8 नवम्बर। कांग्रेस के सर्वेसर्वा राहुल गांधी द्वारा हाल में लगाए गए “वोट चोरी” के आरोपों को लेकर भाजपा राजस्थान मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सहसंयोजक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता अरविन्द सिसोदिया ने इन आरोपों को सुनियोजित झूठ करार देते हुये कहा कि " वास्तविकता में "वोट चोरी का शगुफा" कांग्रेस और कांग्रेस राजकुमार राहुल गाँधी की जन अस्वीकार्यता को छुपाने की नौटंकी मात्र है। ”  सिसोदिया नें कहा कि “ जब से विदेशी इटालियन अंग्रेज कांग्रेस के नेतृत्वकर्ता बने हैँ तभी से कांग्रेस भारत के लोगों में अस्वीकार्य होती चली गईं है। कांग्रेस को 1984 के बाद से आज तक़ कभी लोकसभा में बहुमत नहीं मिला है। गत तीन लोकसभा चुनावों से वह तीन अंकों में भी नहीं पहुंच रही है। " उन्होंने कहा कि " विशेषकर राहुल गांधी के नेतृत्व की जन अस्वीकृति को छिपाने के लिए और उन्हें जबरिया अग्रणी बनाये रखने के लिए दिगभ्रर्मित करने वाली मनगढ़न्त और अप्रमाणित कहानि...