हार से भय से रोज रोज होंगी केजरीवाल की नौटंकी - अरविन्द सिसोदिया

हार से भय से रोज रोज होंगी केजरीवाल की नौटंकी - अरविन्द सिसोदिया 

दिल्ली के मुख्यमंत्री  रहे अरविन्द केजरीवाल  लगातार चुनाव के ठीक पूर्व कई तरह के लॉलीपॉप रजिस्ट्रेशन के द्वारा सुर्खियों में है। केजरीवाल को उसी तरह हार का भय सता रहा है, जिस तरह राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को डर था।

राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत नें भी इसी तरह केंप लगा कर कई कई तरह के लाभ नागरिकों को देनें की दुकाने सजाई, बिजली 100 यूनिट फ्री, गरीबों रसोई गैस सिलेंडर में छूट, अपने घर का पट्टा बनबाओ, सामाजिक पेंशन लो आदी आदी। किन्तु जनता उनकी लॉलीपॉप में नहीं फंसी और गहलोत को सत्ता से उतार दिया।  यही केजरीवाल के साथ भी यही होना है। यह वे समझ गये, इसीलिए उन्होंने कुछ महीनों के लिए अपनी कुर्सी पर अतिशी को बिठा दिया है।

केजरीवाल की लॉलीपॉप योजनाएं, चुनाव जीतने के प्रलोभन ही हैँ। यह प्रलोभन अलग अलग नौटंकी के साथ रोज रोज समनें आएँगी। यह हार के भय से वोट ठगने के लिए केजरीवाल द्वारा किया जा रहा चुनावी टोटका ही है।

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

छत्रपति शिवाजी : सिसोदिया राजपूत वंश

कविता, शीर्षक - डटे हुये हैँ मोदीजी

कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के प्रेरणात्मक विचार

‘डिस्‍मेंटलिंग हिन्‍दुत्‍व’ जैसे अभियानों को गंभीरतापूर्वक रोकना चाहिये - अरविन्द सिसौदिया

भारत अखंड और हिंदू राष्ट्र है - परमपूज्य डॉ. मोहन भागवत जी

चित्तौड़ का पहला जौहर, महारानी पद्मिनी : 26 अगस्त,1303