आत्मरक्षा के लिये,भारतीय शौर्य को घर घर में जाग्रत करना अनिवार्य हो गया है - अरविन्द सिसौदिया

 


आत्मरक्षा के लिये,भारतीय शौर्य को घर घर में जाग्रत करना अनिवार्य हो गया है - अरविन्द सिसौदिया
 

For self-defense, it has become necessary to awaken Indian bravery from house to house - Arvind Sisodia


वर्तमान परिस्थितियों में हमारे देश में नागरिकों के विशेष समूह को हिंसक बनाया जा रहा है। यह ट्रेनिंग दी जा रही है। उकसाया जा रहा है। कभी ये दंगों के नाम पर, कभी भीड द्वारा निशाना बनानें के नाम पर, कभी शाहीन बाग, तो कथित किसान आन्दोलन के नाम पर और अब यही सब हिजाब के नाम पर हो रहा है। आगे भी इस तरह के अन्य आन्दोलनों की निरंतरता देखनें को मिलेगी,जिनके नाम कुछ , दिखाने वाला काम कुछ और वास्वविक लक्ष्य कुछ और होता है।

याद रखिये स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान भी इसी तरह के तत्वों ने उत्पात मचाया, सीधी कार्यवाही औश्र देश को विभाजित करवा लिया था।

इस षडयंत्र को सिर्फ पहचानने से काम नहीं चलेगा बल्कि इसके आक्रमण से देश की रक्ष एवं स्वंय की आत्मरक्षा की भी जरूरत होगी। अभी हमनें देखा कि किसी पार्टी से जुडे पांच दस लोग एकत्र हुये और भाजपा नेता से बदतमीजी की और प्रचारित किया कि किसानों ने नहीं घुसनें दिया । किसी नेता का काफिला आ रहा है, उसे जबरिया रोका, उस पर आक्रमण किया और उस दौरान कोई दुर्घटना घटी तो वह भी उसी निर्दोष पर मढ़दी जाती है। उसके खिलाफ दुष्प्रचार तिल का ताड और कहीं का रोडा,किसी पे फोडा। इस तरह के अनेकों छोटे - छोटे आक्रमण प्रायोजित होंगे, जिनके बाहरी चेहरे दूसरे और असली चेहरे दूसरे होगें। जिसमें पुलिस प्रशासन और न्यायालय रक्षा करने में विफल होंगे असहाय होंगे, उन्हे कुतर्कों एवं झूठ से निर्णयहीन कर दिया जायेगा। इन परिस्थितियों में प्रत्येक नागरिक को जागरूक तो रहना ही होगा, इससे अधिक यह कि अब हमें अपनी अपनी आत्मरक्षा खुद ही करनी होगी। यदि समय रहते हम अपनी आत्मरक्षा में विफल हुये तो वही होगा, जो चीन में हुआ, रूस में हुआ, अफगानिस्तान में हुआ।

यह जरूरत अभी अचानक ही उत्पन्न नहीं हुई पहले भी इसी हेतु अखाडों की जरूरत उत्पन्न हुई थी। सभ्य समाज का होना, सभ्य समाज निर्माण करना एक अच्छीबात है।  किन्तु समय पर अपनी सुरक्षा करना इससे बडी जरूरत है, समसामायिक आवश्यकता है। इसीलिये केन्द्र एवं राज्य सरकारों को इस तरह के कुछ कार्यक्रम, अभियान या व्यवस्था बनानी चाहिये कि , आम नागरिक / व्यक्ति अपनी आत्मरक्षा कर सके , उसमें प्रारम्भिक आक्रमण अथवा सामान्य आक्रमण में मुकाबला करने तथा अपनी सुरक्षा करनें की दक्षता उत्पन्न हा सके।

भवदीय
अरविन्द सिसौदिया
प्रदेश सहसंयोजक
मीडिया सम्पर्क विभाग,
भाजपा राजस्थान ।
9414180151

 

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

प्रधानमंत्री मोदीजी एवं लोकसभा अध्यक्ष बिरलाजी की उपलब्धियां

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

उच्च न्यायालय की टिप्पणी के बाद तो पद छोडो बेशर्म केजरीवाल जी - अरविन्द सिसोदिया

राजपूतों का सबसे ज्यादा बुरा कांग्रेस नें ही किया - अरविन्द सिसोदिया

हमें वीर केशव मिले आप जबसे : संघ गीत

कांग्रेस सत्ता में आई तो, पूरे देश में छिना झपटी की आराजकता प्रारंभ हो जायेगी - अरविन्द सिसोदिया bjp rajasthan kota

कैलाश मानसरोवर के बिना भारत अधूरा है - इन्द्रेश कुमार

देश बचानें,हिन्दू मतदान अवश्य करें hindu matdan avashy kren