6 फरवरी और मध्यप्रदेश के दो अनमोल रत्न : पण्डित प्रदीप और लता मंगेशकर - अरविन्द सिसौदिया
6 फरवरी और मध्यप्रदेश के दो अनमोल रत्न : पण्डित प्रदीप और लता मंगेशकर
- अरविन्द सिसौदिया
6 फरवरी अब एक गीत संगीत एवं राष्ट्रआराधना के क्षैत्र में विशेषदिन बन गया है। क्यों कि
1- 6 फरवरी को भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर की पुण्यतिथि हुआ करेगी। क्यों की इस तारीख में उनका देवलोक गमन हुआ।
2- 6 फरवरी राष्ट्रभक्ति गीतों के अमर रचियता पंण्डित प्रदीप का जन्म दिन है। वे इसी तारीख को जन्में थे।
3- दोनों मध्यप्रदेश के रहने वाले थे। लता जी का जन्म इन्दौर में हुआ था। राष्ट्रकवि पण्डित प्रदीप का जन्म उज्जैन में बड़नगर नामक स्थान में हुआ।
4 - कवि प्रदीप और लता मंगेशकर देशभक्ति गीत " ऐ मेरे वतन के लोगों " में एक साथ होते है। इस गीत की रचना के लिए राष्ट्रवादी कवि प्रदीप ने 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान शहीद हुए सैनिकों की श्रद्धांजलि में की थी।
एवं इसे स्वर सुप्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर ने दिया था । इस गीत का तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की उपस्थिति में 26 जनवरी 1963 को दिल्ली के रामलीला मैदान में सीधा प्रसारण किया गया। गीत सुनकर जवाहरलाल नेहरू के आंख भर आए थे। और जब इस गीत के 50 वर्ष हुये तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में भव्य समारोह हुआ ।
5- ए मेरे वतन के लोगों ....वह अदभृत रचना है जिसके बिना कभी भी गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस एवं देशभक्ति के कार्यक्रम सम्पन्न नहीं होते ।
दोनों ही महान आत्माओं को कोटि कोटि श्रृद्धांजलि ....
- अरविन्द सिसौदिया
6 फरवरी अब एक गीत संगीत एवं राष्ट्रआराधना के क्षैत्र में विशेषदिन बन गया है। क्यों कि
1- 6 फरवरी को भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर की पुण्यतिथि हुआ करेगी। क्यों की इस तारीख में उनका देवलोक गमन हुआ।
2- 6 फरवरी राष्ट्रभक्ति गीतों के अमर रचियता पंण्डित प्रदीप का जन्म दिन है। वे इसी तारीख को जन्में थे।
3- दोनों मध्यप्रदेश के रहने वाले थे। लता जी का जन्म इन्दौर में हुआ था। राष्ट्रकवि पण्डित प्रदीप का जन्म उज्जैन में बड़नगर नामक स्थान में हुआ।
4 - कवि प्रदीप और लता मंगेशकर देशभक्ति गीत " ऐ मेरे वतन के लोगों " में एक साथ होते है। इस गीत की रचना के लिए राष्ट्रवादी कवि प्रदीप ने 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान शहीद हुए सैनिकों की श्रद्धांजलि में की थी।
एवं इसे स्वर सुप्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर ने दिया था । इस गीत का तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की उपस्थिति में 26 जनवरी 1963 को दिल्ली के रामलीला मैदान में सीधा प्रसारण किया गया। गीत सुनकर जवाहरलाल नेहरू के आंख भर आए थे। और जब इस गीत के 50 वर्ष हुये तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में भव्य समारोह हुआ ।
5- ए मेरे वतन के लोगों ....वह अदभृत रचना है जिसके बिना कभी भी गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस एवं देशभक्ति के कार्यक्रम सम्पन्न नहीं होते ।
दोनों ही महान आत्माओं को कोटि कोटि श्रृद्धांजलि ....
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