सभी वोट डल जाए तो हिंदू अपराजेय हो जाए -अरविन्द सिसोदिया
भारत हिंदू राष्ट्रस्वतः है, उसे बचानें के एक जुट हों
-अरविन्द सिसोदिया
यूं तो भारत जन्मजात हिंदू राष्ट्र है। हिंदुकुश पर्वत से हिन्द महासागर के मध्य जो लोग सदियों से रहते आये हैं वे सभी हिंदू हैं । भारत, अफगानिस्तान, पाकिस्तान ,बांग्लादेश , तिब्बत, नेपाल , ब्रह्मा, श्रीलंका जैसे देश भी हिंदू राष्ट्र के ही अंग रहे हैं।
अब इसे मुस्लिम देश बनानें की कोशिश हो रही है, जिसे रोकना राष्ट्रीय कर्तव्य प्रत्येक हिन्दू का बनता है।
*भारत को मुस्लिम मुल्क बनाने के लिए ...*
👉🏻 कई संगठन लगे हुए हैं जैसे पीएफआई, भारत के कई संगठन सिमी, दारुल उलूम , फतवा फैक्ट्री, अनेकों मौलवी सहित इनके सपोर्ट में भारत की राजनीति पार्टी कांग्रेस, सपा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस, एनसीपी और भी बहुत सारे विपक्षी दल यह इनके साथ में ही है या यूं कह लें की भाजपा के विपक्ष में जितनी भी पार्टियां खड़ी है वह सारे के सारे दल और संगठन ...!
*भारत तो हिंदू राष्ट्र स्वतः ही है, जन्मजात है ,उसे बचानें के लिए जुटे हैं *
👉🏻 RSS., बजरंग दल, और भाजपा
और इसके साथ जुड़ी कुछ पार्टियां ।
*भारत को हिंदू राष्ट्र पुनः बनाने के लिए कितने हिंदू अपनी पार्टियों का साथ देते हैं ? *
- हिंदुओं में जागरण तो हुआ है, मगर जब वोट प्रतिशत 60 ही रहता है तो दुःख होता है । क्यों कि नहीं डलने वाला वोट लगभग शत प्रतिशत हिंदू का ही होता है । इस प्रकार से वह हिंदुओं की बड़ी हानि करता है । जबकि यह वोट डल जाए तो हिंदू अपराजेय हो जाए। इस ओर विशेष जनजागरण होना चाहिए ।
*भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने के लिए फंडिंग *
पीएफआई को फंडिंग कहां से होती है आप ध्यान पूर्वक विचार करेंगे वह जो देश भारत के विरोध में हैं वही देश विभिन्न माध्यम से फंडिंग करते हैं ।
उदाहरण के लिए देश का एक दो ना मैं गिना देता हूं आप आंकड़ा लगा लो सर्वप्रथम चाइना, कनाडा, टर्की और उसमें पाकिस्तान भी शामिल है ।
*अब आते हैं हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए कौन फंडिंग करता है*
आप मन भी विचार कीजिए बीजेपी को अभी भी 40 से 50% लोग ही वोट देते हैं । वह भी हिंदू को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए फंडिंग कहां से होगी ? जब साथ देनें में ही कंजूसी।
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