राजस्थान कांग्रेस की राजनैतिक पत्थरबाजी और हिंसक आक्रमण, देश को नई आराजकता में धकेलनें का षडयंत्र तो नहीं ? - अरविन्द सिसौदिया

 



राजस्थान कांग्रेस की राजनैतिक पत्थरबाजी और हिंसक आक्रमण, देश को नई आराजकता में धकेलनें का षडयंत्र तो नहीं ? - अरविन्द सिसौदिया

स्वतंत्रता से पहले एक समय था जब राजनैतिक दल के नाते मुस्लिम लीग ने सीधी कार्यवाही कर भारत में राजनैतिक हिंसा की थी, जिसमें हजारों लोग मारे गये और हिंसा के शिकार हुए। स्वतंत्रता के बाद में यह कार्य कमोवेश अन्य राजनैतिक विचारधारा के लोगों को दबाये रखनें के लिये, उनके कार्य को बाधित करनें के लिये कम्युनिष्ट पार्टियों ने केरल एवं बंगाल में किया। इन प्रदेशों में पार्टी नाम भले ही बदल गये हों मगर अभी भी यह राजनैतिक हिंसा देखनें को मिलती है। पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रे पी नडडा की गाडी पर सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं के द्वारा हमला किया गया, पथराव हुआ।  पंजाब में सत्तारूढ दल के षडयंत्र से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का काफिला रोका गया । अब राजस्थान में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया की गाडी को रोक कर उस पर पथराव किया गया।

पत्थर की संस्कृति किस सम्प्रदाय में है सब जानते है। पंजाब के शहीद बालक हकीकत राय को भी पत्थरों से मार कर शहीद किया गया था। कश्मीर में भी पत्थरबाजी को ही पनपाया गया था। भारतीय संस्कृति में पत्थर मारनें की संस्कृति कभी नहीं रही ।
सवाल पत्थरबाजी का है ?

सवाल पत्थरबाजी का है ? राजस्थान में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पूनिया की गाडी पर पथराव ही हुआ है। यह घटना अनुशरण की जानें लगी तो राजस्थान ही नहीं पूरे देश में आराजकता फैल जायेगी। कांग्रेस का यह अविस्कार उसे नुकसान दायक भी पड सकता है। क्यों कि पत्थर का कोई धर्म सम्प्रदाय नहीं है वह सबके पास जा सकता है।
 ......................................
प्रेस विज्ञप्ति

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया की गाडी पर जान लेवा पथराव राजस्थान में आंतरिक आराजकता एवं सत्ताजनित हिंसा के पदार्पण का सबूत - अरविन्द सिसौदिया

7 फरवरी, कोटा। भाजपा के प्रदेश सहसंयोजक मीडिया सर्म्पक विभाग एवं भाजपा मीडिया प्रभारी अरविन्द सिसौदिया नें रविवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया की गाड़ी पर योजनाबद्ध तरीके किये गये, पथराव को कांग्रेस द्वारा उत्पन्न राजस्थान में आंतरिक आराजकता एवं सत्ताजनित हिंसा के पदार्पण का सबूत बताते हुये कहा “ भारत में भाजपा को भी संबैधानिक एवं लोकतांत्रिक अधिकार प्राप्त हैं, उसे भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रा है। किन्तु राजस्थान की विफल एवं कुंठित कांग्रेस सत्ताजनित हिंसा के बल पर भय उत्पन्न करना चाहती है। जिसे कतई सहन नहीं किया जायेगा ।“  उन्होने कहा है कि “ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया पर व्यक्तिगत जान लेवा हमला करना, उनकी गाड़ी पर पथराव करना बेहद संगीन आपराधिक मामला है। इसे कतई नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। यह लोकतंत्र को सत्ताजनित हिंसा के बल पर कुचलनें का मय सूबत घटित घटना है। इसे राजस्थान सरकार और पुलिस अधिकारी निंगल नहीं सकते।”

सीसौदिया ने मांग की है कि “ राजस्थान में पथराव की संस्कृति कभी नहीं रही है, राजनीति में पथराव या हिंसात्मक व्यवहार नई परम्परा को जन्म दे सकते है। इसलिये सम्बद्ध सभी अपराधियों को गिरफ्तार तो करना ही होगा साथ ही वे सभी आपराधिक धारायें लगानीं होंगी जो कि इस जानलेवा घटना से सम्बंधित है। ”

सीसौदिया  ने आरोप लगाया कि राजमार्ग पर चोरों की तरह छुप कर बैठना और आकस्मिक प्रगट होकर हमला करना मात्र घूर्तता है। इस तरह की घटना का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है। लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करनें की परम्परा को छोड़ कर सत्ता की सहमती से अपराध करनें की परम्परा को पुलिस प्रशासन को भी गंभीरता से लेना चाहिये। इस तरह की परम्परा चल निकलीं तो आगे राजस्थान में आराजकता की स्थितीयां उत्पन्न हो सकतीं हैं।

भवदीय

अरविन्द सिसौदिया
प्रदेश सह संयोजक
भाजपा मीडिया सर्म्पक विभाग
9414180151


 

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

छत्रपति शिवाजी : सिसोदिया राजपूत वंश

संघ नें हिंदुत्व को नई प्राणशक्ति दी हैँ - अरविन्द सिसोदिया

रामराज के सिद्धांत को जिला प्रशासन को अपनाना ही चाहिए - अरविन्द सिसोदिया

हिन्दु भूमि की हम संतान नित्य करेंगे उसका ध्यान

कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान

खींची राजवंश : गागरोण दुर्ग

ऋषि, मुनि, साधु और संन्यासी

"जननी जन्मभूमि स्वर्ग से महान है"।