कश्मीर - घर में नासूर बनें षडयंत्रकारियों का इलाज पहली प्राथमिकता Kashmir

Kashmir - Treat the conspirators as first priority to become canker sore at home

 
कश्मीर - घर में नासूर बनें षडयंत्रकारियों का इलाज पहली प्राथमिकता

मौत के भय से जीना नहीं छोडा जाता बल्कि भय को ही मारा जाता है।

Fear of death does not stop living, but only fear is killed.

 

इस्लाम का आतंक एवं हिंसा के सहारे विस्तार एक कटु सत्य है। हजार वर्ष से ज्यादा से इससे पूरा विश्व कमोवेष जुझ रहा है। एक - दो  या हजार - दो हजार घटनायें नहीं बल्कि लाखों घटनाक्रम हैं।

The spread of Islam through terror and violence is a harsh truth. For more than a thousand years, the whole world is more or less battling with it. Not one - two or a thousand - two thousand incidents but There are millions of events.
 

जिन में इस विस्तारवाद ने मानवता की हत्या की है। कश्मीर में जबसे  पण्डितों को पुनः बसाये जानें की हलचल प्रारम्भ हुई है। तब से ही फिर हिंसा ने वहां अपना भय फैलाना प्रारम्भ कर दिया है। इसमें वहां के वही लोग सम्मिलित है। जिन्होनें सम्पत्ती कब्जाई या ली हुई है। 

 

 केन्द्र सरकार को कश्मीरी पण्डितों को वापस वहां बसानें के लिये अधिकारियों के सुझावों व फैसलों के भरोषे नहीं रहना चाहिये। बल्कि इसके लिये कूटनीतिक एवं बंद कमरे में योजना बननी चाहिये । जरूरी नहीं कि हर बात सार्वजनिक की जाये। कुछ काम गोपनीयता से भी करने पडते है।

कश्मीर में हिंसा के बनें रहने और हिन्दुओं के निष्कान में सबसे बडे दो घरानें सम्मिलित है। जिनमें प्रथम अब्दुल्लाह परिवार और दूसरे मुफती परिवार,पाकिस्तान तो सरहद पार से है। घर में जो नासूर बन रहा है । सबसे पहले उसका इलाज ही करना पडेगा । कश्मीर में रह कर जो हिन्दू सफाये का एजेण्डा चला रहे है। उनकी जगह जेल में है, उन्हे दरकिनार करके समस्या समाधान कभी नहीं होगा ।कश्मीर में अभी चुनाव की जरूरत नहीं है बल्कि कश्मीर में पाकिस्तानी एजेन्टों के सफाये की जरूरत है। केन्द्र सरकार और सेना को इसी बिन्दु पर ध्यान केन्द्रित करना होगा। सिर्फ आतंकी घटना या हिंसा की घटना मात्र कश्मीर की समस्या नहीं है। कश्मीर की समस्या विदेशी ताकतों के घरेलू एजेन्ट है। जब घरेलू एजेन्टों को सीध पकडा जायेगा तब ही इस पर काबू पाया जा सकेगा। 

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Jammu-Kashmir : 

 
शोपियां में आतंकवाद‍ियों ने कश्मीरी पंडित को गोली मारी, 

 
24 घंटे में 4 आतंकी हमले, न‍िशाने पर गैर कश्‍मीरी

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में बीते 24 घंटे के दौरान ताबड़तोड़ आतंकवादी घटनाएं सामने आई हैं। शोपियां जिले में सोमवार को आतंकवादियों ने एक कश्मीरी पंडित को गोली मारकर घायल कर दिया। वहीं श्रीनगर में लाल चौक के पास मैसूमा इलाके में आतंकी हमले में सीआरपीएफ का एक जवान वीरगत‍ि को प्राप्‍त हुआ। जबक‍ि एक जवान जख्‍मी हो गया। उधर, दोपहर में शोप‍ियां में आतंक‍ियों ने दो बाहरी मजदूरों को गोली मार दी। दोनों ब‍िहार के रहने वाले हैं। वहीं रव‍िवार को आतंकवाद‍ियों ने पुलवामा में पंजाब के दो लोगों पर हमला कर घायल कर द‍िया था। घाटी में एक के बाद एक आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों को अलर्ट कर द‍िया गया है। वहीं सुरक्षा बलों और जम्‍मू-कश्‍मीर पुल‍िस की ओर से तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

पुल‍िस के मुताबि‍क, शोपियां जिले में सोमवार को आतंकवादियों ने एक कश्मीरी पंडित दुकानदार पर गोलीबारी कर उसे घायल कर दिया। आतंकी हमले में शोपियां के चोटीगाम गांव के बाल कृष्ण के हाथ और पैर में चोटें आईं। उसे श्रीनगर के एक सैन्य अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत स्थिर बताई। अधिकारियों ने कहा कि सेना और पुलिसकर्मियों को कश्मीर पंडित दुकानदार पर हमले की जानकारी मिलने के बाद गांव में भेजा गया। तलाशी के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।

श्रीनगर में आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ जवान की मौत, एक घायल
श्रीनगर में लाल चौक के पास मैसूमा इलाके में सोमवार को आतंकवादियों की गोलीबारी में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान की मौत हो गई, वहीं एक अन्य जवान घायल हो गया। अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों ने मैसूमा में सीआरपीएफ के जवानों पर गोलियां चलाईं, जिसमें दो जवान घायल हो गए। उन्होंने बताया कि घायलों को एसएमएचएस अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने एक जवान को मृत घोषित कर दिया, वहीं एक अन्य का उपचार चल रहा है। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों को पकड़ने के लिए इलाके की घेराबंदी करके तलाश अभियान चलाया जा रहा है।


पुलवामा में आतंकवादियों ने 4 लोगों को गोली मारी
इससे पहले शोपियां के एक गांव में आतंकियों ने दो गैर स्थानीय मजदूरों को गोली मारकर घायल कर दिया था। अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24 घंटों में गैर-स्थानीय लोगों पर आतंकवादियों का यह दूसरा हमला है। उन्होंने बताया क‍ि पुलवामा के लाजूरा में सोमवार दोपहर में आतंकवादियों ने पटलेश्वर कुमार और जाको चौधरी पर गोलियां चलायीं। दोनों बिहार के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारी ने बताया कि और जानकारी की प्रतीक्षा है। इससे पहले आतंकवादियों ने रविवार की शाम पुलवामा के नौपोरा इलाके में दो गैर-स्थानीय मजदूरों को गोली मार दी थी। दोनों पंजाब के रहने वाले थे।

 (इनपुट एजेंसी)


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