स्वयं श्रीराम बनों पुरूषार्थ करो

 

Shri Ram

 स्वयं श्रीराम बनों पुरूषार्थ करो
Be yourself Shri Ram, make effort

भगवान श्री राम की जन्म तिथि रामनवमी ,
यह पावन पर्व प्रतिवर्ष चैत्र माह में नव दुर्गा पूजन में अंतिम दिन रामनवमी के रूप में मनाई जाता हैं।

Ram Navami, the date of birth of Lord Shri Ram,
This holy festival is celebrated every year in the month of Chaitra as Ram Navami, the last day of Nav Durga Puja.

नवदुर्गा,

ईश्वर की, सृष्टि की, सृजन की, प्रकृति की , मानव सभ्यता की, आदि की और अनंत की वह शक्तियां हैं .

जो निरंतर, निरंतर और निरंतर बनी रहती हैं । जिनका क्षय, जिनका नाश , जिनकी समाप्ति कभी नहीं होती ।

यह परम सत्य है,इनका अत्यंत ऊच्चकोटि का वैज्ञानिक आधार है । अर्थात जगत का मूलाधार शक्ति है, बल है । यही हमें देवी दुर्गा का संदेश है।

Navadurga,

They are the powers of God, of creation, of creation, of nature, of human civilization, etc. and of infinity.

Which is constant, constant and constant. Whose decay, whose destruction, who never ends.

This is the ultimate truth, they have a very high scientific basis. That is, the foundation of the world is power, it is force. This is the message of Goddess Durga to us.

भगवान श्रीराम का जीवन,पृथ्वी की आदिमानव सभ्यता से विकसित होकर सनातन हिंदुओं की उच्च कोटि की सभ्यता को हमेशा ही मार्गदर्षित करता रहा है। जिसे आज का आम हिन्दू भुला बैठा है । ईश्वर स्वरूपी श्रीराम मनुष्य को यह संदेश देते हैं कि धर्म पथ पर आपको स्वयं चलना है । मर्यादाओं का पालन आपको स्वयं करना है ।

The life of Lord Shri Ram, developing from the primitive human civilization of the earth, has always been guiding the high quality civilization of Sanatan Hindus. Which today's common Hindu has forgotten. Lord Shri Ram gives this message to man that you yourself have to walk on the path of Dharma. You have to follow the limits yourself.

अधर्म का नाश हो प्रणियों में सदभावना हो यह भी आपको ही स्वयं करना है, स्वयं की - मानवता की - सत्य की सुरक्षा और शत्रुओं का संहार भी आपको ही करना है और इस तरह की शक्ति , ज्ञान और सामर्थ्य भी आपको ही स्वयं प्राप्त करना है ।

 Destruction of unrighteousness should be done by you yourself, you have to do it yourself, you have to protect yourself - humanity - truth and destroy enemies and you have to get such power, knowledge and power yourself. .

भगवान श्रीराम तो स्वयं मृगेंद्रता का संदेश दे रहे हैं । वे पुरुषार्थी बनने का सँदेश दे रहे हैं । भारतीय संस्कृति ने इसी पुरूषार्थ से युगों - युगों से विश्व का मार्गदर्शन किया है। किन्तु परम वैभव की चकाचौंध में हमनें अपने ही अपनें आदर्शों को भुला दिया। हमनें अपनी जीवन पद्धती को छोड कर विदेशी भौतिकवादी जीवन पद्धती को अपना कर अपना स्वयं का नाश किया है। अपने जीवन मूल्यों को स्वयं ही समाप्त किया है।

Lord Shri Ram himself is giving the message of Mrigendrata. He is giving the message of becoming a man of effort. Indian culture has guided the world since ages with this effort. But in the glare of supreme glory, we have forgotten our own ideals. We have destroyed our self by leaving our way of life and adopting the foreign materialistic way of life. He has ended his life values ​​on his own.

हमने अपनी पूजा पद्धती, जीवन पद्धती, आदर्शों को छोड दिया और कान्वेट शिक्षा और कलक्टर बनना लक्ष्य बना लिया जिसमें सभी श्रेष्ठताओं को भुला बैठे ।
We gave up our worship method, way of life, ideals and made it our goal to become a convent education and a collector, forgetting all the superiorities.

श्रीराम का जन्म लगभग 17. 5 लाख वर्ष पूर्व हुआ है। उनके यश और कीर्ति का क्षय कभी नहीं हुआ बल्कि लगातार उसमें वृद्धि हुई है। वर्तमान में भी भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षाओं को मार्ग दर्शन को ग्रहण करते हुये समाज जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में अगुवाई करनें का संकल्प ले कर आगे बडना है। विश्व का मार्गदर्शन करना है। याद रहे हिन्दू जीवन पद्धती पर चलने वाले भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की पूरे विश्व में जय जय कार हो रही है।
जय श्री राम !
Shri Ram was born about 17.5 lakh years ago. His fame and fame never waned, but it has steadily increased. Even today, taking the guidance of the teachings of Lord Shri Ram and Lord Shri Krishna, we have to move ahead with the resolve to lead in every sphere of society's life. To guide the world. Remember, the Prime Minister of India, Narendra Modi, who follows the Hindu way of life, is being celebrated all over the world.
Jai Shree Ram !




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