राणा दम्पत्ती की गिरफतारी अनैतिक: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का कद छोटा हो गया Arrest of Rana couple
राणा दम्पत्ती की गिरफतारी अनैतिक: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का कद छोटा हो गया
Arrest of Rana couple immoral: Maharashtra CM's stature shortened
राणा दम्पत्ती की गिरफतारी अनैतिक: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का कद छोटा हो गया
में एक कददावर लोकसभा सांसद के साथ रहा हूं । एक दिन हमें ज्ञात हुआ कि सांसद महोदय के घर के सामनें काफी लोग धरना देनें आ रहे हैं। वहां बडी संख्या में पुलिस बल आ गया । सांसद महोदय ने कहा वे लोग अपने महमान हैं, उन्हे अपनी बात कहनें का पूरा पूरा हक है। उनके लिये टेंट, दरी चद्दर,माईक,चायपान एवं पीनें के पानी की व्यवस्था करवाओ और जब वे कहें मुझे उनसे मिलने बुला लेना । पुलिस से कहदो कि वह यहां से चली जाये। यह सभी इंतजाम किये गये । पुलिस के पांच जवान रह गये और बांकी वे भी चले गये। कुछ देर बाद वे लोग आये उनका धरना प्रारम्भ हो गया, नारे भी लगे। कुछ नारे सांसद महोदय के विरूद्ध भी लगाये गये । दो घंटे बाद धरना देनें वालों में से एक सज्जन आये उन्होनें सांसद महोदय से मुलाकात की इच्छा व्यक्त की । उन्हे बताया गया कि वे तो आपसे मिलनें के लिये दो घंटे से यहीं हैं। सांसद महोदय बिना किसी अन्य सहयोगियों के उनके बीच में आये, सारी बात सुनी और निराकरण का भरोषा दिया। सांसद महोदय के इन्तजाम की सबने प्रशंसा की और कटुता का कहीं कोई नामों निशान नहीं था। क्यों कि यह लोकतंत्र की नैतिकता थी। लोकतंत्र की खूबसूरती थी, लोकतंत्र का सौंदर्य था। जो आज और आने वाले कल में भी होनी चाहिये। मगर अब बदजुबानी ने इसकी जगह लेली है।
राजस्थान के तीनबार मुख्यमंत्री रहे ठा. भैरों सिंह जी शेखावत कहा करते थे, जब मेरे विरूद्ध नारे लगते हैं, विरोध प्रदर्शन होता है, मुझसे कोई कुछ मांग की जाती है तो मुझे बहुत अच्छा लगता है। क्यों कि हम लोकसेवक हैं, हम उनके आदेशों को पूरा करनें के लिये, यहां हैं। हमें सही राह दिखाना और उसके लिये आवाज उठाना जनता जनार्दन का अधिकार है।
किन्तु जब मातौ़श्री के सामनें हनुमान चालीसा पढ़नें की घोषणा निर्दलीय महिला सांसद नवनीत राणा ने की तो उसे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने पुलिस बल के द्वारा मय विधायक पति के गिरफतार करवा दिया ? झूठी धारायें लगवाईं गई ताकि जमानत न हो ? शिव सेना के द्वारा तोड़ फोड़ और विरोध के लिये अतिरिक्त तेबर डरानें के लिये दिखाये गये ? कितना अच्छा होता कि शिवसेना द्वारा कहा जाता कि “ आओ तुम्हारे साथ हम भी हनुमान चालीसा का पाठ करेंगें। “ क्यों कि हनुमान चालीसा किसी को गाली देना तो है नहीं और मातौश्री भी कोई मस्जिद या गिरजा घर नहीं बल्कि लोकसेवक मुख्यमंत्री जी का निवास ही तो है। एक लोकसेवक का निवास है, उसके सामनें प्रदर्शन का जनता जनार्दन को अधिकार भी है।
कुल मिला कर महाराष्ट्र में शिवसेना के मुख्यमंत्री ने अनैतिक गिरफतारी की है। इससे राणा दम्पती को कोई राजनैतिक हॉनी नहीं होगी बल्कि कद मुख्यमंत्री का छोटा हो गया । महिलाओं में तो ओर भी नकारात्मक संदेश गया है। जो ईश्वर के खिलाफ जाता है, वह परिणाम भी भुगतता है। महाराष्ट्र में अगला विधानसभा चुनाव हनुमान चालीसा पर होता दिख रहा है और शिव सेना का क्या होगा ....यह तो सब आज भी जानते हैं।
----------
शिव सेना को याद रहे वे कभी यह भी थे...
सबको रोटी दिख रही है, रमजान में मुसलमानों की ओर से किए गए बलात्कार नहीं: उद्धव ठाकरे
https://www.aajtak.in/india/maharashtra/story/shivsena-says-anger-over-chapati-what-about-rapes-by-muslims-dunring-ramdan-216062-2014-07-25
https://www.aajtak.in/india/maharashtra/story/shivsena-says-anger-over-chapati-what-about-rapes-by-muslims-dunring-ramdan-216062-2014-07-25
एक बार फिर अपने सांसदों का बचाव करते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने मुखपत्र सामना में छपे संपादकीय में सवाल किया है कि रमजान महीने में कुछ मुसलमान युवक महिलाओं का बलात्कार करते हैं. इस घटना पर कोई कुछ क्यों नहीं कहता है.अंग्रेजी अखबार 'द इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक, उद्धव ने संपादकीय में रोटी विवाद को तूल दिए जाने की बात की. उद्धव ठाकरे ने कहा, रोटी खिलाने वाले मामले को जबरदस्ती तूल दिया जा रहा है. रमजान महीने में कुछ मुस्लिम युवक महिलाओं के साथ बलात्कार करते हैं. सभी इस बारे में जानते हैं. मीडिया, राजनीतिक पार्टियां बलात्कार की इन घटनाओं पर तो शांत रहते हैं लेकिन रोटी मामले में नहीं.
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें