मानसिक गुलामी से बाहर निकलें,अपना परम् पवित्र नव-वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा Hindu New Year Varsh Prtipada
यह नववर्ष विदेशी है, पाश्चात्य है। 99 प्रतिशत भारतीयों के मत का भी नहीं है। यह मात्र वेतन बांटने एवं प्रशासनिक कार्य करने तक ही सीमित है, इसका कोई देवत्व प्रभाव नहीं है। हमारे सभी देवी देवता तीज त्यौहार, महूर्त शुभकार्य आदि हमारे संवत सर से ही होते है। जो कि चैत्र शुक्ल एकम की वर्ष प्रतिपदा से प्रारम्भ होता है। वैज्ञानिक एवं खगोलीय गणना पर पूरी तरह से वैज्ञानिकता लिये हुये हमारा संवतसर अपना प्रभाव रखता है। उसमें देवत्व भी है और वैज्ञानिकता भी तथा अपनत्व भी ! ***************** चिन्तन - तनिक विचार कीजिये *दीपावली मनाते हैं- विक्रम संवत् के अनुसार* *रामनवमी मनाते हैं- विक्रम संवत् के अनुसार* *कृष्ण जनमाष्टमी* *मनाते हैं-* विक्रम संवत् के अनुसार* *नवरात्र मनाते हैं- विक्रम संवत् के अनुसार* *श्राद्ध मनाते हैं- ...