सुरक्षा के प्रति आक्रामक रहना अस्तित्व की गारंटी है - अरविन्द सीसौदिया first reply later came

 

Being aggressive towards security is the guarantee of survival - Arvind Sisodia

सुरक्षा के प्रति आक्रामक रहना अस्तित्व की गारंटी है - अरविन्द सीसौदिया

Being aggressive towards security is the guarantee of survival - Arvind Sisodia

 भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार 2014 से अस्तित्व में आई है तब से ही सारी दुनिया भारत को एक अलग सम्मान की दृष्टि से देखनें लगी है। भारत मोदी जी के नेतृत्व में अमेरिका, रूस, चीन सहित विश्व की तमाम शक्तिशाली एवं विकसित देशों से बराबरी से बात कर रहा है। अनेको बडे संगठनों में और उनके मंचों पर भारत को सम्मान दिया गया है। उसे सम्मान से देखा गया है। यह सब मोदी सरकार की देशहित के प्रति आक्रामकतापूर्ण नीति के कारण संभाव हुआ । जो पहले जबाव और बाद में बात करती है।

The government of India's Prime Minister Narendra Modi has come into existence since 2014, since then the whole world has started looking at India with a different respect. India is talking equally to all the powerful and developed countries of the world including America, Russia, China under the leadership of Modi ji. India has been honored in many big organizations and on their forums. He is looked upon with respect. All this was possible due to the aggressive policy of the
Modi government towards the interest of the country. One who answers first and then talks.

यह एक तय सत्य है कि सुरक्षात्मक उपायों के बजाये , आक्रामकता ही अधिक उपयोगी होती है। भारत एक शांतिप्रिय देश है। शांतिप्रिय संस्कृति है। शांतिप्रिय सभ्यता है। सभी सुखी रहें इस तरह की कामना करती है। समन्वयवाद एव सहअस्तित्व के सि़द्यांत पर चलती है। इसे आक्रमणकारियों ने भारत की कमजोरी मान लिया ।  इस कारण इसे अनेको बार संकटों के दौर से गुजरना पड़ा । जब तक यह संस्कृति आक्रामक और पुरूषार्थवान रही तब तक इसने पूरी दुनिया पर अपनी सभ्यता की छाप छोडी, मगर जैसे ही कमजोर हुई सुकडती चली गई।

It is a settled fact that rather than defensive measures, aggression is more useful. India is a peace loving country. It is a peaceful culture. It is a peaceful civilization. Wish everyone be happy like this. Runs on the principle of co-ordination and co-existence. The invaders accepted this as India's weakness. Because of this, it had to go through many times of crisis. As long as this culture remained aggressive and manly, it left the mark of its civilization on the whole world, but as soon as it became weak, it kept shrinking.

2013 तक भी हमारी नीति सुरक्षात्मक ही थी, तब तक आतंकवादी, उग्रवादी माओवादी हमारे देश में उपद्रव मचाते रहते थे।  जिससे हमारे पडौसी देश हम पर हमेशा हाबी रहते थे। जब से नरेन्द्र मादी सरकार ने काम संभाला तब से पहले जबाव बाद में बात की नीति आगई । उन्ही पडौती देशों को होस आ गया कि भारत एक जिन्दा देश है।
Even till 2013, our policy was protective, till then terrorists, extremist Maoists used to create trouble in our country. Due to which our neighboring countries always dominated us. Ever since the Narendra Modi government took over the work, the policy of first reply later came. Those alien countries have realized that India is a living country.

पाकिस्तान की सारी हेंकडी निकाली जा चुकी है, चीन भी अब अधिकृत बयान देता है कि हम भारत से शांतिपूर्ण सम्बंध रखना चाहते हैं। हलांकी चीन विश्वसनीय नहीं है मगर यह बयान आनें में 75 साल लग गये। अर्थात सुरक्षा के प्रति आक्रामक रहना अस्तित्व की गारंटी है।

All the tricks of Pakistan have been removed, China also now gives an official statement that we want to have peaceful relations with India. Although China is not reliable, but it took 75 years for this statement to come. That is, being aggressive towards security is a guarantee of survival.

हाल ही में भारत बांगला देश टेस्ट मैच हुये, भारत के जितने भी खिलाडी रक्षात्मक खेले वे सभी बडे नाम होकर भी टीम की मदद  नहीं कर पाये, ज्यादा बाल खाईं कम रन बनायें और आउट अलग हुये। वहीं जितने खिलाडी आक्रामक खेले , उन्होने धोया भी और रन भी बनाये। यह उदाहरण है कि हर परिस्थिती में अपने हितों के लिये आक्रामक ही रहनें वाले का साथ भगवान भी देता है।

Recently India-BanglaDesh Test match happened, all the players of India who played defensively, despite being big names, could not help the team, ate more balls, scored less runs and got outs. At the same time, all the players who played aggressively, also washed and scored runs. This is an example that God also supports those who remain aggressive for their interests in every situation.


इसलिये चाहे खेल का मैदान हो ।
जंग का ऐलान हो ।
या शब्दों का पैगाम हो ।
सभी जगह आक्रामकता ही पहचान हो।


That's why even if there is a playground.
War should be declared.
Or the message of words.
Everywhere aggression should be the identity.

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