दिल्ली को आप से मुक्ती की जरूरत - अरविन्द सिसोदिया

जरूरत पानी की थी और भ्रष्टाचारी चिंता शराब की कर रहे थे - अरविन्द सिसोदिया 

 दिल्ली में लंबे समय से आप पार्टी की सरकार, यह सरकारी प्रलोभन के फंदे से ही दिल्ली में आई थी। बिजली पानी फ्री मोहल्ला क्लीनिक, आधुनिक स्कूल आदि के मॉडल होनें के प्रचार पर पानी की तरह सरकारी पैसा बहाया गया। पूरे देश में आदर्श प्रशासन की विज्ञानपनबाजी की गईं, किन्तु ज़ालिम गर्मी नें सारी पोल खोल कर रख दी! 

मुख्यमंत्री शराब घोटाले में जेल में बंद है, पार्टी पर विश्वास नहीं है, इसलिए किसी दूसरे को मुख्यमंत्री नहीं बना पा रहे।

दिल्ली में सबसे अधिक जरूरत पीने के पानी की है, वर्षो सत्ता में रह कर भी आम आदमी पार्टी की सरकार पानी प्रबंधन में बुरी तरह विफल रही है। यह प्रमाणित हो चुका है। अगले चुनाव में यह पार्टी पानी की विफलता के चलते सत्ता से बाहर हो जायेगी।

आप पार्टी की एक वामपंथी मंत्री हैँ अतिशी, मंत्रालय के काम काज तो उनसे संभलते कभी दिखा नहीं, मगर मोदीजी की सरकार को, दूसरे दलों को मीडिया के सामने कोसने में उन्हें महारत हांसिल है। इनका ध्यान जल प्रबंधन पर कतई ध्यान नहीं है नहीं इनकी बसकी !  कभी हरियाणा पर तो कभी हिमाचल पर आरोप मंढ़ती रहती हैँ। एक बूंद पानी के लिए सही प्रयत्न कभी भी नहीं किया।

जो खबर आरही है वह पानी टेंकर घोटाले की तरफ इशारा करती है। क्योंकि इन्हे घोटालों की लत हो गईं है। पहले भी मोहल्ला क्लिनिकों में दवा सप्लाई पर प्रश्न उठे थे। शराब घोटाले में मुख्यमंत्री जेल में बंद हैँ। सत्ता से अनैतिक पैसा कैसे कमाया जाये इसी योजना में सारा समय जाया किया जाता है।
आप पार्टी को मीडिया, भ्रष्टाचार के आलावा एक शौक और है जरा जरासी बात पर उच्चतम न्यायालय पहुंचना.... जबकि परिणाम प्राप्त करने के लिए परिश्रम चाहिए, वह सकारात्मक परिश्रम ये करते ही नहीं हैँ।

कुल मिला कर दिल्ली को एक भ्रष्ट सरकार से मुक्ती की जरूरत है।

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

छत्रपति शिवाजी : सिसोदिया राजपूत वंश

संघ नें हिंदुत्व को नई प्राणशक्ति दी हैँ - अरविन्द सिसोदिया

रामराज के सिद्धांत को जिला प्रशासन को अपनाना ही चाहिए - अरविन्द सिसोदिया

हिन्दु भूमि की हम संतान नित्य करेंगे उसका ध्यान

कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान

खींची राजवंश : गागरोण दुर्ग

ऋषि, मुनि, साधु और संन्यासी

"जननी जन्मभूमि स्वर्ग से महान है"।