भाजपा ही स्थिर सरकार चलाएगी - अरविन्द सिसोदिया



भाजपा ही स्थिर सरकार चला पायेगी - अरविन्द सिसोदिया 

18वीं लोकसभा के चुनाव परिणाम आ गए, लगातार तीसरी बार एनडीए गठबंधन को जनता ने बहुमत दिया है। भाजपा एक बार फिर देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। जहां लोकसभा में उसकी संख्या नंबर एक पर है, तो तीन राज्यों में गठबंधन सरकार बन रही है। जिसमें से दो शुद्ध भाजपा के हैं ओडीसा और अरूणाचल प्रदेश्स और एक एनडीए के घटक दल टीडीपी के चन्द्रबाबू नायडू की आंध्र प्रदेश में है। 

देश के इतिहास में जवाहर लाल नेहरू की सरकार लगातार तीसरीवार जनता नें बहूमत के द्वारा सत्ता दी थी, 1951-52 , 1957 और 1962 ! तब से यह मोदी सरकार है जो लगातार तीसरीबार जनता के द्वारा प्रदान बहूमत द्वारा सत्ता में आनें वाली है। 2014, 2019 और 2024 !!

यूँ तो परीक्षा पास करने में भी लगातार 100 प्रतिशत नंबर नहीं आते। इसलिए भाजपा लगातार बहूमत पार करती ही रहे यह आज के गठबंधन युग में अहुत मुस्किल है। मगर चुनाव पूर्व हुए गठबंधन नें बहूमत की सीमा 272 को पार कर स्पष्ट बहूमत प्राप्त किया है। इस प्रकार मोदी सरकार को लगातार तीसरी बार जनता नें बहूमत दिया है। जो कि जनस्विकृति है। 

यूँ भी कांग्रेस गठबंधन में कोई तीन अंकों की संख्या में नहीं है। कांग्रेस सबसे अधिक 99 अंकों पर है, 272 के लिए कांग्रेस बहुत सारे साथी चाहिए, जो मेड़कों की तरह हैँ एक आये दूसरा जाये। इसलिए कारण कांग्रेस अभी सरकार बनाने और चलाने की स्थिति में नहीं है।

भाजपा के गठबंधन में कुछ दल अच्छे केबिनेट मंत्रालयों की मांग कर सकते हैँ, किन्तु अटलबिहारी वाजपेयी नें गठबंधन सरकार ही सफलता पूर्वक चलाईं थीं। 

यूँ तो कांग्रेस की मनमोहन सिंह सरकार 145 और 206 सीटों के आधार पर ही बनी और चली, वहीं अटलजी की सरकारे भी 180 सीट पर बनी व चली किन्तु मोदीजी इससे बेहतर हैँ उनके पास 240 सीटें सिर्फ भाजपा की हैँ।

भाजपा के पास अकेले ही 240 का नंबर है उसके कई घटक दल हमेशा ही साथ रहनें हैँ, एक या दो बड़े घटक दल साथ छोड़ें तो भी महज 8/10 सीटों की जरूरत होगी। जो कि 18 अन्य से पूरे किए जा सकते हैँ। सरकार बनने के बाद कई दूसरे दल भी साथ आ जाते हैं।

कांग्रेस गठबंधन सबसे पहले आप पार्टी को बाहर करने वाला, दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस आगे अपने बल बूते राज्य सरकारों के लिये चुनाव लड़ेगी। अर्थात आप की सीटें कांग्रेस गठबंधन से कम होनी हैँ। इसके बाद शिवसेना उद्धव गुट को भी वह अलग करेगी क्यों कि वहां विचारधारा का टकराव होना ही है। यह खतरा भाजपा को नितिश कुमार से भी रहेगा।

कुल मिला कर वर्तमान राजनैतिक परिदृश्य में भाजपा ही स्थिर सरकार चलाने का माद्दा रखती है।

Only BJP will be able to run a stable government - Arvind Sisodia

The election results of the 18th Lok Sabha are out, the people have given the NDA alliance a majority for the third time in a row. BJP has once again emerged as the largest party in the country. While its number is number one in the Lok Sabha, coalition governments are being formed in three states. Two of which are pure BJP's in Odisha and Arunachal Pradesh and one is in Andhra Pradesh of NDA's constituent party TDP's Chandrababu Naidu.

In the history of the country, Jawaharlal Nehru's government was given power by the people for the third consecutive time, 1951-52, 1957 and 1962! Since then, it is the Modi government which is going to come to power for the third consecutive time by a majority given by the people. 2014, 2019 and 2024!!

Although, even in passing the exam, one does not get 100 percent marks continuously. Therefore, it is very difficult for BJP to keep getting majority continuously in today's coalition era. But the pre-election alliance has crossed the majority limit of 272 and has achieved a clear majority. Thus, the people have given majority to the Modi government for the third time in a row. Which is the people's approval.

Anyway, no one in the Congress alliance is in three digits. Congress is at the highest at 99 points, for 272, Congress needs a lot of allies, who are like frogs, one comes and the other goes. Hence, Congress is not in a position to form and run the government right now.

Some parties in the BJP alliance can demand good cabinet ministries, but Atal Bihari Vajpayee had successfully run the coalition government.

Though the Congress' Manmohan Singh government was formed and ran on the basis of 145 and 206 seats, Atalji's governments were also formed and ran on 180 seats, but Modiji is better than this, he has 240 seats only of BJP.

BJP alone has 240 seats and many of its constituent parties are always with it. Even if one or two big constituent parties leave, only 8/10 seats will be needed. Which can be fulfilled by 18 others. After the formation of the government, many other parties also join.

The Congress alliance will first oust AAP. Congress will contest elections for state governments in Delhi and Punjab on its own strength. That means AAP will have less seats than the Congress alliance. After this, it will also oust Shiv Sena Uddhav faction because there is bound to be a clash of ideology. BJP will also face this threat from Nitish Kumar.

Overall, in the current political scenario, only BJP has the capacity to run a stable government.

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