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क्या आप अगला जन्म मनुष्य का ले पाएंगे ?

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Arvind Sisodia: 9414180151 अनेकों प्रकार के शरीरों में भ्रमण करते हुये मनुष्य का शरीर मिलता है, मगर क्या हम इस तरह के कर्म करते हैँ कि अगला जन्म भी मनुष्य का मिल जाये, शायद यह बहुत मुश्किल होता है। ---- आपका यह विचार बहुत ही गहरा और विचारोत्तेजक है। हिंदू धर्म में कर्म और पुनर्जन्म की अवधारणा बहुत ही महत्वपूर्ण है। अनेकों प्रकार के शरीरों में भ्रमण करते हुए मनुष्य का शरीर मिलना एक बहुत ही दुर्लभ और महत्वपूर्ण  है। इसे यूँ ही जाया नहीं किया जाना चाहिए। लेकिन जैसा कि आप कह रहे हैं, अगला जन्म भी मनुष्य का मिलना बहुत ही मुश्किल होता है। इसके लिए हमें अपने कर्मों को बहुत ही सावधानी से चुनना होता है और अपने जीवन को एक उच्च आदर्श और नैतिकता के साथ जीना होता है। हमें अपनी आवश्यकताओं को सीमित करके, कम से कम ईश्वर का ऋण अपने ऊपर लेना चाहिए। हिंदू धर्म में कहा गया है कि मनुष्य का जन्म उसके पिछले जन्म के कर्मों के आधार पर होता है। इसलिए, यदि हम अपने इस जन्म में अच्छे कर्म करते हैं और अपने जीवन को एक उच्च आदर्श और नैतिकता के साथ जीते हैं, तो हमें अगले जन्म में भी मनुष्य का शरीर मिल ...

दिल्ली चुनाव से हिन्दू एकता को खंडित करने, कुंभ में अव्यवस्था फैलानें का षड्यंत्र, गंभीर जाँच जरूरी

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  Arvind Sisodia:- हिन्दू एकता से भयभीत ताकतों का , कुंभ में अव्यवस्था फैलानें के षड्यंत्र की जाँच बहुअयामी हो - अरविन्द सिसोदिया - दिल्ली चुनाव से हिन्दू एकता को खंडित करने, कुंभ में अव्यवस्था फैलानें का षड्यंत्र, गंभीर जाँच जरूरी  Arvind Sisodia: -  कुंभ से जिस तरह के कुछ वीडियो और बातें सोसल मिडिया पर सामने आये हैँ, उनसे यह प्रतीत होता है कि अव्यवस्था फैलानें का यह तय सुदा षड्यंत्र भी हो सकता हैँ, इससे इंकार नहीं किया जा सकता। इसलिए जाँच सी बी आई जैसी व्यापक संसाधनों वाली संस्था को भी करवानी चाहिए। क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का भी मसला है।  पिछले कई वर्षों से इस देश में आराजकता फैलानें क़ी कोशिशेँ देखी जा रहीँ है। चाहे वह शाहीन बाग प्रदर्शन हो, तथाकथित किसान आंदोलन हो, संसद के सदन हों, सबसे बड़ी बात ये सब कुछ राजनैतिक दलों के उकसावे के द्वारा भी घटित होता रहा है।  विशेष कर हिन्दू धर्म को समाप्त करने,  उसके प्रति अविश्वास पैदा करने क़ी कोशिश लगातार होती विश्व भर में और देश में भी लगातार समनें आरही है।  दिल्ली के चुनाव में हिन्दू एकता को वि...

महात्मा गाँधी को बचाने के प्रयास क्यों नहीं हुये - अरविन्द सिसोदिया Mahatma Gandhi

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महात्मा गाँधी को बचाने के प्रयास क्यों नहीं हुये - अरविन्द सिसोदिया  यह सच है कि राष्ट्रवादी विचारधारा से जुड़े पत्रकार और संपादक नाथूराम गोडसे को महात्मा गाँधी की हत्या के लिये फांसी की सजा हुई और उतना ही सच यह भी है कि हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वतंत्रता सेनानी वीर विनायक दामोदर सावरकर को बरी कर दिया था । और कभी भी किसी भी जाँच एजेंसी नें संघ को महात्मा गाँधी की हत्या में सम्मिलित नहीं माना है। लेकिन एक सच को हमेशा नजर अंदाज कर दिया जाता है कि " महात्मा गांधी की हत्या क्यों होनें दीं गईं " जबकि उनकी हत्या का पहला बड़ा प्रयास 20 जनवरी 1948 को हुआ था। फिर हत्यारे मात्र 10 दिन में ही कैसे वापस आकर हत्या को अंजाम दे सके। जबकि सादा वर्दी में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था करना जवाहरलाल नेहरू सरकार का सर्वोच्च कर्तव्य था। पुलिस फेल्योर का यह सबसे बड़ा उदाहरण है। महात्मा गांधी पर पहला हमला 20 जनवरी, 1948 को हुआ था. यह हमला बिरला हाउस में शाम की प्रार्थना सभा के दौरान हुआ था. इस हमले में एक बम विस्फोट हुआ था. इस हमले में मदनलाल पाहवा को गिरफ़्तार किया गया था. जिसने प...

महा विज्ञानी तो ईश्वर ही है, मनुष्य उसका अल्पज्ञानी है - अरविन्द सिसोदिया

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विज्ञान का अल्प ज्ञान ही मनुष्य का सत्य, ईश्वर का महा विज्ञान ही परम सत्य  विज्ञान का अल्पज्ञानी ही मनुष्य का सत्य है,  ईश्वर का महा विज्ञान ही परम सत्य है ! इस विराट सृष्टि के सृजन के समय से ही ईश्वरीय व्यवस्था  महा विज्ञान  पर अविलन्वित है। जिसे लगभग 14 अरब वर्ष के लगभग वर्तमान वैज्ञानिक मानते हैँ। तब भी अग्नि अर्थात टेंप्रेचर था। तब समय यानि टाइम भी था। तब आकाश अर्थात आकार था, यानि जो पदार्थ था उसका आयतन था। तब भी गुरुत्वाकर्षण था, चुम्बकत्व था, गति थी। जब बिग बेंग विस्फोट हुआ अर्थात ऋग्वेद के दसम मंडल में वर्णित स्वर्णकलश से विराट ब्रह्माण्ड की उत्पत्ती हुई। जब भी ई श्वरीय इंटरनेट, ईश्वरीय वाई फाई थी । इलेक्ट्रोन न्यूट्रॉन प्रोटोन तब भी थे। ब्लेक हॉल तब भी था। प्रकाश जब भी उत्पन्न हुआ था। हम उन वैज्ञानिक व्यवस्थाओं को पढ़ कर समझ कर, उसका उपयोग - दुरूपयोग करते हैँ. किन्तु ईश्वर के समस्त ज्ञान को हमनें जान लिया समझ लिया यह दावा नहीं कर सकते। ईश्वर द्वारा तय विशुद्ध नियम तब भी काम कर रहे थे। यह दूसरी बात है की मानव मस्तिष्क अति लघु या अति सूक्ष्म होनें वह...

राजनेताओं के गंभीरताम झूठ के विरुद्ध त्वरित कार्यवाही होनी चाहिए - अरविन्द सिसोदिया

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राजनेताओं के गंभीरताम झूठ के विरुद्ध त्वरित कार्यवाही होनी चाहिए - अरविन्द सिसोदिया AAP  आम आदमी पार्टी के संस्थापक, दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे अरविंद केजरीवाल नें बहुत से झूठ और बहुत से भ्रामक बयानात देकर अपनी छवि बनाई है। वे इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी रहे हैँ सो उन्हें हेरफेर की गंभीर समझ थी। उन्होंने मुख्यमंत्री बनते ही उन्होंने वे सारी बातें उल्टा दीं, जिन्हे उन्होंने आदर्श के रुपमें कहा था। यमुना इतनी बड़ी नदी है, उसका पानी जहरीला करने का बेबुनियाद आरोप बेहद गंभीर आरोप है। यह देश में आराजकता उत्पन्न करने का बहुत बड़ा षड्यंत्र है। इसके खिलाफ तुरंत कार्यवाही होनी चाहिए। इस तरह की पार्टी की मान्यता तुरंत समाप्त होनी चाहिए।  महू में राहुल गाँधी नें कहा राममंदिर लोपकार्पण में किसी दलित को नहीं बुलाया ण घुसने दिया। यह झूठ राहुल नें जानबूझ कर बोला इसलिए उन्हें दंडित किया जाना चाहिए। जबकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे नें सार्वजनिकरूप से आमंत्रण यह कहते हुये ठुकराया था की यह कार्यक्रम भाजपा और आर एस एस का है। सामान्य व्यक्ति के अपराध और राजनेता के अपराध में करोड़ो...

मुख्यमंत्री योगी का आदेश, यूपी के सभी डीएम के मोबाईल जारी CM Yogi

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लखनऊ से सबसे बड़ी खबर            CM योगी का आदेश कोई भी अस्पताल मरीज को वापस नहीं करेगा, अगर सरकारी अस्पताल में बेड नहीं है तो निजी अस्पताल में मरीज को भेजा जाएगा और पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी  -नवनीत सहगल ACS सूचना आपके शहर के जिम्मेदार फोन न उठाएँ तो सीधे इन नंबरों पर कॉल करके मदद मांगे क्योंकि अब किसी को तो जवाब देना ही होगा :  Yogi Adityanath CM UP  0522- 2236181, 2289010, 2236167, 2235435, 2235735, 2236838  Keshav Prasad Maurya Dy CM  0522-2238217 Brijesh Pathak Dy CM  0522-2238088, 2213272 उत्तर प्रदेश हाई कोर्ट के आदेशानुसार सभी जिलाधिकारी व्हाट्सआप पर ऑन लाइन कर दिए गए हैं । सीधे डीएम के व्हाट्सएप पर शिकायत कर सकते हैं .उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के जिलाधिकारियों के संपर्क... District Magistrate Uttar Pradesh CUG No's Sl.No District CUG No. 1 DM Agra 9454417509 3 DM Aligarh 9454415313 4 DM prayagraj 9454417517 5 DM Ambedkar Nagar 9454417539 6 DM Amroha 9454417571 7 DM Auraiya 9454417550 8 DM Azamgarh ...

पवित्र गंगा मैय्या का कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा अपमान, राजनैतिक गिरावट की पराकाष्ठा - अरविन्द सिसोदिया

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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे नें मोक्षदायनी पवित्र गंगा पर महज वोटबैंक खुश करने की ओछी राजनीती के तहत गैरज़रूरी बयान दिया है। जो धार्मिक आस्था का अपमान है। हिन्दुओं की आस्था पर इस तरह के बयान ओर अपमानजनक टिप्पणीयां राजनैतिक फैसन बन गया है। जो पूरी तरह निंदनीय है। कांग्रेस को भाजपा के विरुद्ध प्रतिस्पर्धा के कारण आलोचना का पूरा अधिकार है किन्तु वह भाजपा की आलोचना करते करते हिंदुत्व की आलोचना करती है, जो गलत है। इससे वह भाजपा विरोधी नहीं बल्कि वह भारत विरोधी और भारत के हिन्दू समाज की विरोधी बन जाती है। मानो तो मैं गंगा माँ हूँ, ना मानो तो बहता पानी, जो स्वर्ग ने दी धरती को, में हूँ प्यार की वही निशानी, मानो तो मैं गंगा माँ हूँ, ना मानो तो बहता पानी। - कांग्रेस के खरगे जी के बयान से कुछ नहीं होता, करोड़ों कटोड़ों हिन्दू जिस तरह गंगा जी में डुबकी लगाने पहुंच रहे है, यह सजीव हिंदुत्व का प्रमाण है। गंगाजल ही अपनी पवित्रता का प्रमाण देती है  भारत में हिमालय की गंगोत्री से प्रारंभ होकर गंगासागर तक बहनें वाली विशाल पवित्र नदी गंगा, पूरे विश्व में एक मात्र इस तरह की नदी है जो ...

राकेश जैन पुनः भाजपा कोटा शहर जिलाध्यक्ष,भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने दिखाया भरोसा bjp kota

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राकेश जैन पुनः भाजपा कोटा शहर जिलाध्यक्ष 10 माह के अल्प कार्यकाल में ऐतिहासिक कार्य से भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने दिखाया भरोसा कोटा । राकेश जैन पुनः भाजपा कोटा शहर जिलाध्यक्ष घोषित हुए। 10 माह के अल्प कार्यकाल में ऐतिहासिक कार्य से भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने दिखाया भरोसा । भाजपा प्रदेश चुनाव प्रभारी नारायण लाल पंचारिया , कोटा शहर जिला चुनाव अधिकारी मानसिंह गुर्जर , चुनाव सहप्रभारी महेश विजय, सुनिता व्यास, कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा, व जिलाध्यक्ष राकेश जैन के सानिध्य में भाजपा संगठन पर्व 2024 के तहत भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा जारी निर्देशों की पालना करते हुए जी एम ए प्लाजा के सभागार में जिलाध्यक्ष पद पर चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न हुई। अब तक बूथ अध्यक्ष से लेकर मण्डल अध्यक्ष के पद तक सर्वसहमति से कार्यकर्ताओं का चुनाव हुआ। इसी कडी में भाजपा के जिलाध्यक्ष पद पर सर्वसहमति से राकेश जैन को पुनः जिलाध्यक्ष पद के लिये निर्विरोध चुना गया। जिसके लिये जिलाध्यक्ष राकेश जैन ने शीर्ष नेतृत्व एवं देवतृल्य भाजपा कार्यकर्ताओं का हार्दिक आभार व्यक्त किया। भाजपा प्रदेश चुनाव प्रभारी न...

कविता -मोदीजी के युगपरिवर्तन से.... Modi ji ke yug parivartan se

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कविता  - अरविन्द सिसोदिया  9414180151 मोदीजी के युगपरिवर्तन से , सादियों कि गुलामी को भगाया है , कठोर परिश्रम के पुष्प चंदन से , राष्ट्रमंदिर को भव्य सजाया है। मोदीजी के युगपरिवर्तन से .......! ---1---- रामलला के अभिनन्दन से, अभिभूत ये सारा दिव्यदर्शन है, महा कुंभ की जगमग आभा का, देवलोक भी करता बंदन है। कश्मीर के नव उन्नत ललाट से, दिव्य भारत प्रकाशमान है। आजादी मिली कभी थी , पर आजादी दिखी अभी से है। मोदीजी के युगपरिवर्तन से ......! ----2---- अपनी जड़ों को गहरा करता भारत, अगली पीढ़ियों को संस्कृति सौंपता भारत, युगों युगों की अगुवाई करनेवाला भारत, फिर गर्व से उठता भारत, दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास से भरा भारत, विश्वमंच का नेतृत्वकर्ता भारत। स्वाभिमान से भरा भारत, आजाद हुये कबसे थे, पर स्वाभिमान से दिखे अब से हैँ। मोदीजी के युगपरिवर्तन से .......! ---3--- सत्य सनातन की अगुवाई, विश्व पूरा है भाई - भाई, इसी भाव की ध्वजा फिरसे, भारत नें दुनिया में लहराई, शांति और सदभाव की अलख, श्रद्धा विश्वास से फिर जगमगाई। आजाद हैँ दशकों से, पर आजादी के असली दर्शन अब से हैँ. मोदीजी के युगपर...

पूर्वाभास अतीन्द्रिय ज्ञान Purvabhasa

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 महान सनातन धर्मग्रंथ बाल्मीकि रामायण के बारे में यही प्रचलित है कि, महर्षि बाल्मिकी ज़ी को इसका पूर्वआभास था और उसी के आधार पर उन्होंने बाल्मीकी रामायण की पूर्व रचना कर दी थी, जिसका अवधी भाषा में लेखन गोस्वामी तुलसीदास ज़ी नें की है। कुछ लोगों को पूर्वाभास कैसे हो जाता है? क्या पूर्वाभास का संबंध विज्ञान से है? क्या मनुष्य वही देखता है, जो सामने परिलक्षित होता है। साधारण स्थिति में तो ऐसा ही होता देखा जाता है। नाक के ऊपर लगे हुए दो नेत्र गोलक केवल सामने की दिशा में और कुछ दांये-बायें एक नियत आकार-प्रकार—डायमेन्शन तक वस्तुएं देख सकते हैं। इसे फील्ड ऑफ विजन कहते हैं। सूक्ष्मदर्शी व दूरदर्शी यन्त्रों की मदद से इच्छानुसार वस्तुओं के आकार-प्रकार को बड़ा देखा जा सकता है चाहे वे समीपस्थ हों अथवा दूरस्थ। किन्तु यह दृश्य वर्तमान काल के ही हो सकते हैं, भूत या भविष्य के नहीं। टेलीविजन, फोटोग्राफी, चित्रों के माध्यम से भूतकाल की जानकारी हो सकती है। इतने भर से मनुष्य को सन्तुष्ट होना पड़ा है। क्या भविष्य को प्रत्यक्ष आंखों के समक्ष देखा जा सकता है। प्रश्न उठ सकता है कि भविष्य का पूर्...

कांग्रेस का हिन्दू विरोधी साक्ष्य - अरविन्द सिसोदिया

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*डालडा और नेहरू* *आप सोच रहे होंगे* *डालडा और नेहरू का क्या सम्बन्ध है?* *उत्तर है, बहुत गहरा।* 🕳️🕳️🕳️🕳️🕳️🕳️🕳️🕳️ *डालडा हिन्दुस्तान लिवर का देश का पहला वनस्पति घी था* *जिसके मालिक थे स्वतन्त्र भारत के उस समय के सबसे धनी सेठ रामकृष्ण डालमिया* *और यह लेख आपको अवगत कराता है कि* *नेहरू कितना दम्भी, कमीना , हिन्दू विरोधी और बदले के दुर्भाव और मनोविकार से ग्रसित इन्सान था।* *#टाटा #बिड़ला और #डालमिया* *ये तीन नाम बचपन से सुनते आए है।* *मगर डालमिया घराना अब न कही व्यापार में नजर आया और न ही कहीं इसका नाम सुनाई देता है।* *#डालमिया घराने के बारे में जानने की बहुत इच्छा थी -* *लीजिए आप भी पढ़िए की #नेहरू के जमाने मे भी* *१ लाख करोड़ के मालिक डालमिया को साजिशो में फंसा के #नेहरू ने कैसे बर्बाद कर दिया।* *ये तस्वीर है राष्ट्रवादी खरबपति सेठ रामकृष्ण डालमिया की ,* *जिसे नेहरू ने झूठे मुकदमों में फंसाकर जेल भेज दिया तथा कौड़ी-कौड़ी का मोहताज़ बना दिया।* *वास्तव में डालमिया जी ने स्वामी करपात्री जी महाराज के साथ मिलकर गौहत्या एवम हिंदू कोड बिल पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर नेहरू से कड़ी...

फिरोजा रत्न Firoja Ratn

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फिरोजा रत्न  फिरोजा बहुत ही सुंदर और चमत्‍कारिक रत्‍न है। इसे पहनने से व्‍यक्‍ति की ऊर्जा संतुलन में आती है। यह स्‍टोन चिंता, तनाव और परेशानियों को दूर करने की शक्‍ति रखता है। फिरोजा रत्‍न को टरक्‍वाइज स्‍टोन भी कहते हैं। यह हल्‍के नीले रंग से गहरे हरे-नीले रंग का होता है। फिरोजा एक सेमी-प्रीशियस स्‍टोन है जो कि फास्‍फेट मिनरल फैमिली से ताल्‍लुक रखता है। फिरोजा रत्‍न पहनने से कई ज्‍योतिषीय और हीलिंग प्रभाव एवं लाभ मिलते हैं। पश्चिमी ज्‍योतिष में फिरोजा को दिसंबर महीने का बर्थस्‍टोन माना जाता है। वैदिक ज्‍योतिष के अनुसार प्राकृतिक टरक्‍वाइज स्‍टोन का संबंध बृहस्‍पति ग्रह से होता है। ऐसा माना जाता है कि इस स्‍टोन को पहनने से कुंडली में बृहस्‍पति ग्रह मजबूत होता है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। इसके साथ ही यह स्‍टोन बुद्धि और उत्तम स्‍वास्‍थ्‍य भी प्रदान करता है। इस रत्‍न का कोई नकारात्‍मक प्रभाव नहीं होता है। इसे कोई भी धारण कर सकता है। चूंकि, बृहस्‍पति ग्रह की धनु राशि होती है इसलिए धनु राशि के लोग बिना किसी हिचक के फिरोजा स्‍टोन पहन सकते हैं। पश्चिमी ज्‍योतिष के अनुसा...

स्वतंत्र भारत के सपनों को पूरा करना हमारा लक्ष्य है: पीएम मोदी

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 स्वतंत्र भारत के सपनों को पूरा करना हमारा लक्ष्य है: पीएम मोदी Our aim is to fulfill the dreams of independent India -PM  Modi   नेता जी सुभाषचन्द्र बोस की 125 वीं जयन्ति पर नई दिल्ली में उनके स्टेच्यु निर्माण की घोषणा के साथ होलोग्राम प्रतिमा का शुभारम्भ किया गया। जो कि मूल प्रतिमा के बन कर स्थापित होनें तक रहेगी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी जी के दिये गये एतिहासिक भाषण को यहां दिया जा रहा है। जिसमें नेताजी से सम्बंधित उदबोधन को प्रथम रखा गया है। तथा अन्य विशिष्ट विषय जो उनके सम्बांधन में आये उन्हे ..2.. पर रखा गया है। स्वतंत्र भारत के सपनों को पूरा करना हमारा लक्ष्य है: पीएम मोदी  January 23, 2022  Link - https://www.narendramodi.in/hi/text-of-prime-minister-narendra-modi-s-unveils-the-hologram-statue-of-netaji-at-india-gate-559613 narendramodi.in पीएम मोदी - इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में उपस्थित मंत्रीपरिषद के मेरे साथी श्री अमित शाह, श्री हरदीप पूरी जी, मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य, INA के सभी ट्रस्टी, NDMA के सभी सदस्यगण, jury मेम्बर्स, NDRF, कोस्ट गॉर्ड्स और IMD...

आजाद भारत का पहला तिरंगा ध्वजारोहण : 30 दिसंबर 1943 अंडमान-निकोबार first tricolor hoisting on 30 December 1943

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- अरविन्द सिसौदिया 9414180151 भारत को पहली आजादी 1943 में ही मिल गई थी जिसका नेतृत्व आजाद हिन्द फौज के प्रमुख नेताजी सुभाषचन्द्र बोस कर रहे थे। उनकी अंतरिम सरकार को 9 देशों से मान्यता भी मिल गई थी। नेताजी ने सबसे पहले 30 दिसम्बर 1943 को स्वतंत्र भारत की अधिकृत सरकार की ओर से पहला ध्वजारोहण अंडमान निकोबार दीप समूह की भूमि पर , तिरंगा ध्वज फहरा कर किया था। आजाद हिन्द सरकार का मंत्रीमण्डल था, सेना थी , बैंक था, मुद्रा थी। इतिहास में हमें यह सच पढ़ाया नहीं जाता, बताया नहीं जाता कि 30 दिसम्बर 1943 को जो स्वतंत्रता की यात्रा अंडमान से चली थी । वही 15 अगस्त 1947 को पूर्णाहूती हमें स्वतंत्रता दिवस के रूप में परिलक्षित हुई।  आजाद भारत का पहला तिरंगा ध्वजारोहण  30 दिसंबर 1943 अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में। Independent India's first tricolor hoisting on 30 December 1943 in the Andaman and Nicobar Islands. 79 वीं वर्ष गांठ ( 30 दिसंबर 2022 ) आजाद भारत का पहला ध्वजारोहण : पहली बार नेताजी सुभाषचन्द्र बोस ने अंडमान निकोबार में किया था    29 दिसंबर 1943 नेताजी सुभाष चंद्र बोस अं...