दिल्ली चुनाव से हिन्दू एकता को खंडित करने, कुंभ में अव्यवस्था फैलानें का षड्यंत्र, गंभीर जाँच जरूरी

 
Arvind Sisodia:-
हिन्दू एकता से भयभीत ताकतों का , कुंभ में अव्यवस्था फैलानें के षड्यंत्र की जाँच बहुअयामी हो - अरविन्द सिसोदिया

- दिल्ली चुनाव से हिन्दू एकता को खंडित करने, कुंभ में अव्यवस्था फैलानें का षड्यंत्र, गंभीर जाँच जरूरी 

Arvind Sisodia: - 
कुंभ से जिस तरह के कुछ वीडियो और बातें सोसल मिडिया पर सामने आये हैँ, उनसे यह प्रतीत होता है कि अव्यवस्था फैलानें का यह तय सुदा षड्यंत्र भी हो सकता हैँ, इससे इंकार नहीं किया जा सकता। इसलिए जाँच सी बी आई जैसी व्यापक संसाधनों वाली संस्था को भी करवानी चाहिए। क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का भी मसला है। 

पिछले कई वर्षों से इस देश में आराजकता फैलानें क़ी कोशिशेँ देखी जा रहीँ है। चाहे वह शाहीन बाग प्रदर्शन हो, तथाकथित किसान आंदोलन हो, संसद के सदन हों, सबसे बड़ी बात ये सब कुछ राजनैतिक दलों के उकसावे के द्वारा भी घटित होता रहा है। 

विशेष कर हिन्दू धर्म को समाप्त करने,  उसके प्रति अविश्वास पैदा करने क़ी कोशिश लगातार होती विश्व भर में और देश में भी लगातार समनें आरही है। 

दिल्ली के चुनाव में हिन्दू एकता को विफल करने क़ी कोशिश इण्डिया गठबंधन के दलों क़ी और से लगातार हो रही है। क्योंकि हरियाणा और महाराष्ट्र में हिन्दू एकता के परिणाम आये हैँ। दिल्ली में इसी कारण आप भी भयभीत है वहीं योगी की बढ़ती लोकप्रियता से सपा में भी बेचैनी है। इसी कारण आप और सपा एक जुट होकर दिल्ली में सक्रिय हैँ और षड्यंत्र का केंद्र कुंभ बनाया जारहा प्रतीत होता है। इसमें भाजपा विरोधी कथित शंकराचार्य अविमुकतेशव्रनंद ( ये मूलतः कांग्रेस संगठन से जुड़े रहे हैँ। अखिलेश के साथ हैँ। शंकराचार्य पद लगाने पर SC से रोक है। )  के बयानों की भी जाँच होनी चाहिए। वे षड्यंत्र का एक हिस्सा प्रतीत हो रहे हैँ।
कोई प्रमाण नहीं है मगर छठी इन्द्रिय कहती है कि कुंभ में भगदड़ प्रयोजित थी, इसके पीछे दिल्ली के विधानसभा चुनाव हैँ। क्योंकि आप और सपा मिल कर दिल्ली में हिन्दू एकता तोड़ने में लगी हुई हैँ। वे योगी जी को उत्तरप्रदेश में ही उलझा कर रखना चाहती हैँ। जिससे दिल्ली और आगे यूपी में हिन्दू एकता खत्म की जाये और आप व सपा को चुनावी लाभ मिले।

इस पूरे घटनाक्रम की जाँच व्यापक संसाधनों और सुपर स्पेशलिटी संस्था से करवाई जाये।

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