अनाप सनाप नहरी पानी की तरह पैसा खर्च करने वालों का राजनैतिक गठबंधन i.n.d.i.a.

सोच से परे खर्च करने वाले अमीरों का राजनैतिक गठबंधन

सामान्य व्यक्ति की सोच से परे, अनाप सनाप नहरी पानी की तरह पैसा खर्च करने वालों का राजनैतिक गठबंधन , इतना पैसा कहां से आ रहा है जो उडाया जा रहा है, फिर कहेंगे कि ईडी गलत है साबीआई गलत है, केन्द्र सरकार गलत है, मोदी जी गलत हैं।

Beyond the thinking of a common man, a political alliance (i.n.d.i.a.) of people who spend money like canal water indiscriminately, where is so much money coming from that is being wasted, then they will say that ED is wrong, CBI is wrong, Central Government is wrong, Modi. Yes you are wrong.

1- जिस तरह व्यक्तिगत कार से या किराये पर कार लेकर जाते हैं शान दिखानें जाते हैं, उसी तरह ये नेता लाखों लाखों रूपये किराये के महंगे चार्टर विमान किराये से लेकर मीटिंगों में पहुंचते हैं। जैसे विमान में एक निजी जेट किराए पर लेना प्रति घंटे 1. 5 लाख रुपये से लेकर 3.5 लाख रुपये तक हो सकता है। मोटे तौर पर, एक वाणिज्यिक विमान पर बिजनेस क्लास में दिल्ली से मुंबई की वापसी उड़ान की लागत आम तौर पर 1 लाख रुपये होती है। जबकि निजी जेट पर, यह न्यूनतम 10 लाख रुपये होगी।

1- Just as they go to show off their glory by personal car or by taking a car on rent, in the same way, these leaders reach meetings by renting expensive charter planes costing lakhs of rupees. As in hiring a private jet in aircraft can range from Rs 1.5 lakh to Rs 3.5 lakh per hour. Roughly speaking, the cost of a return flight from Delhi to Mumbai in business class on a commercial airline is usually around Rs 1 lakh. Whereas on private jets, it would be a minimum of Rs 10 lakh.

2- बहुत महंगे होटलों में इनको ठहराया जाता है, जिनका किराया सुन कर जमीन पैरों तले निकल जाती है। प्रति व्यक्ती पीने के पानी पर ही हजार से 5 हजार रूपये खर्च किया जाता है। इतना पैसा हवा में उड़ा देने वाले राजनेता कहते हैं कि ये गरीबों के शुभचिंतक हैं तो आश्चर्य होता है।

2- They are accommodated in very expensive hotels, the rent of which becomes unbearable. One thousand to 5 thousand rupees are spent per person on drinking water alone. It is surprising that politicians who waste so much money say that they are well-wishers of the poor.

ग्रांड हयात -  कितना है किराया- 

इस होटल में कई सुइट, रूम और अपार्टमेंट उपलब्ध हैं। जहां तक सुइट की बात है तो होटल में डिप्लोमेटिक सुइट, ग्रैंड एग्जीक्यूटिव सुइट, ग्रैंड सुइट किंग, प्रेसिडेंशियल सुइट, वेरांदा सुइट किंग शामिल है। डिप्लोमेटिक सुइट में एक दिन का किराया 34,500 रुपये है जो टैक्स के साथ 40,710 रुपये बैठता है। होटल में प्रेजिडेंशियल सुइट में एक रात का किराया 2,99,000 रुपये है जो टैक्स और फीस के साथ 3,52,820 रुपये बैठता है। साथ ही इसमें 12 अलग-अलग तरह के रूम और आठ तरह के अपार्टमेंट भी शामिल हैं। इसमें रूम का एक दिन का किराया 11,000 रुपये से 14,500 रुपये तक है। टैक्स मिलाकर यह 12,980 रुपये से 17,110 रुपये बैठती है। जहां तक अपार्टमेंट का सवाल है तो वन बेडरूम ग्रैंड अपार्टमेंट का एक दिन का किराया 34,000 रुपये है जो टैक्स और फीस लगाकर 40,120 रुपये बैठता है।

होटल के वेबसाइट के मुताबिक एक कमरे का किराया करीब 12 हजार रुपए है. टैक्स जोड़कर कुल खर्च 13-14 हजार हो जाता है। कॉमन हॉल का खर्च अलग है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री उदय सामंत के मुताबिक 54 हजार रुपया तो सिर्फ कुर्सी पर महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने खर्च किया है। सामंत के मुताबिक ग्रैंड होटल में खाने के एक प्लेट की कीमत 4500 रुपए है। होटल के वेबसाइट के रेटलिस्ट के मुताबिक एक प्लेट वड़ा पांव की कीमत 700 रुपए है। ग्रैंड हयात होटल के भीतर 6 रेस्टोरेंट है। जिसमें एक प्लेट खाने की औसत कीमत 4000-4500 के बीच है ।

-------

शिव सेना शिंदे गुट से मंत्री उदय सामंत ने कांग्रेस गठबंधन पर हमला बोला

मुंबईः महाराष्ट्र सरकार में शिव सेना शिंदे गुट से मंत्री उदय सामंत ने दावा किया है कि मुंबई में हो रही गठबंधन बैठक पर भारत अघाड़ी से करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं । गुरुवार (31 अगस्त) और शुक्रवार (1 सितंबर) को मुंबई में भारत अघाड़ी के द्वारा बैठक आयोजित की गई है। मंत्री उदय सामंत ने इस बैठक के खर्चों की समीक्षा की । इंडिया मीटिंग का आयोजन मुंबई के ग्रैंड हयात होटल में किया गया है ।
उदय सामंत ने बैठक का खर्च प्रस्तुत किया
इस अवसर पर बोलते हुए उदय सामंत ने कहा, “इस बैठक के लिए 45,000 रुपये की 65 कुर्सियां ​​​​का ऑर्डर दिया गया है। चौदह से पंद्रह घंटे की बैठक के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। जब हम गुवाहाटी गए, तो हमारे होटल का शुल्क लिया जा रहा था। दर ग्रैंड हयात में एक कमरे की किराया 25 से 30 हजार रुपये है। ग्रैंड हयात में एक कमरे का किराया 25 से 30 हजार रुपये है। उदय सामंत ने चौंकाने वाला दावा किया है कि खाने की एक प्लेट भी साढ़े चार हजार रुपये का है। इसलिए, जो लोग 14 घंटे के लिए 65 हजार रुपये खर्च करते हैं, उन्हें हमारे बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है ।

असंतुष्ट मुंबई में कर रहे हैं सभा - सामंत
उदय सामंत ने इंडिया फ्रंट पर निशाना साधते हुए कहा, ’’मुंबई में असंतुष्टों का जमावड़ा हो रहा है । यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के नाम का इस्तेमाल राजनीति के लिए किया जा रहा है ।’’ उदय सामंत ने यह भी बयान दिया है कि लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन खत्म हो जाएगा। उदय सामंत ने कहा है कि बाला साहेब की आलोचना करने वाली कई पार्टियां इस भारत गठबंधन में शामिल हैं।

ठाकरे समूह और राकांपा की स्थिति पर एक टिप्पणी
उन्होनें कहा “होटल में जो सूची गई है, उसमें शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) 26वें स्थान पर है। शरद पवार की एनसीपी 25वें स्थान पर है।“ इसलिए, उदय सामंत ने कहा है कि महाराष्ट्र में दो महत्वपूर्ण पार्टियां दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
----------

बेंगलुरु की मीटिंग में भी हुआ था विवाद

कांग्रेस गठबंधन के बेंगलुरु मीटिंग में भी विवाद हुआ था। बीजेपी और जेडीएस का कहना था कि कांग्रेस सरकार ने नेताओं के स्वागत के लिए आईएएस अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी। बेंगलुरु में 2 दिन की बैठक का इंतजाम कर्नाटक कांग्रेस कमेटी की ओर से किया गया था।

जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि विपक्षी नेताओं के सेवा में राज्य सरकार ने 30 आईएएस अधिकारी को तैनात कर दिया, जो सर्विस नियम के खिलाफ है। हालांकि, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का कहना था कि सभी की तैनाती नियम के अनुसार ही की गई है।

सिद्धारमैया का कहना था कि दूसरे राज्यों से आए मुख्यमंत्री राज्य के अतिथि होते हैं। सिद्धारमैया ने आगे कहा कि यह परंपरा पहले भी रही है और यहां किसी तरह के प्रोटोकॉल का कोई उल्लंघन नहीं हुआ।

----------


टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

Veer Bal Diwas वीर बाल दिवस और बलिदानी सप्ताह

अटलजी का सपना साकार करते मोदीजी, भजनलालजी और मोहन यादव जी

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

रामसेतु (Ram - setu) 17.5 लाख वर्ष पूर्व

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

सफलता के लिए प्रयासों की निरंतरता आवश्यक - अरविन्द सिसोदिया

हम ईश्वर के खिलोने हैँ वह खेल रहा है - अरविन्द सिसोदिया hm ishwar ke khilone

माता पिता की सेवा ही ईश्वर के प्रति सर्वोच्च अर्पण है mata pita ishwr ke saman

हमारा शरीर, ईश्वर की परम श्रेष्ठ वैज्ञानिकता का प्रमाण