आत्मनिर्भर भारत का निर्माण ही हमारी भावी पीढ़ी की सुरक्षा - विधायक संदीप शर्मा

आत्मनिर्भर भारत का निर्माण ही हमारी भावी पीढ़ी की सुरक्षा - विधायक संदीप शर्मा 

स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने का संकल्प लेकर भाजपा घर घर पहुंचेगी - राकेश जैन 

पत्रकारवार्ता में मंचस्थ विधानसभा सभापति एवं विधायक संदीप शर्मा मुख्यवक्ता, शहर जिला अध्यक्ष राकेश जैन स्वागतकर्ता, वरिष्ठ भाजपा नेता पंकज मेहता, पंडित गोविन्द शर्मा एवं भाजपा मीडिया संपर्क विभाग प्रदेश सहसंयोजक अरविन्द सिसोदिया संचालनकर्ता रहे। अतिथि स्वागत जिला महामंत्री रितेश चित्तौडा, शलेन्द्र ऋषि, अभियान के सहसंयोजक जितेंद्र खजाँची, राजेंद्र गुप्ता एवं प्रवक्ता प्रणय दुबे नें किया। इस दौरान प्रवक्ता जगदीश मोईल, अमित सेन,महेश आहूजा, अशोक जैन एवं भील और युवा प्रमुख रोहित चंदेल प्रमुखरूप से रहे।

आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान हेतु पत्रकार वार्ता

 माननीय सभापति एवं विधायक कोटा दक्षिण संदीप शर्मा नें अपने संबोधन में विस्तार से भाजपा सरकारों में किये गये आधारभूत विकास पर बताया कि :- 

आत्मनिर्भर भारत की नींव आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने प्रधानमंत्री रहते हुए डाली गईं थी, उन्होंने विकसित राष्ट्र के लिए सृदढ़ आधारभूत संरचना की आवश्यकता को समझा और स्वर्णिम चतुर्भुज योजना बनाकर देश के चारों कोनों के बड़े छोड़े 28 शहरों को 4-6 लेन राष्ट्रीय राजमार्गों से जोड़ दिया। 

नॉर्थ साउथ ईस्ट वेस्ट कॉरीडोर भी उन्होंने ही शुरू करवाया। देश का पहली मुम्बई पुणे एक्सप्रेस वे उनके काल में ही बन सका।

उन्होंने ग्रामीण भारत की क्षमता और तत्कालीन दुर्दशा को भी देखा और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना बनाकर गांव-गांव तक विकास को पहुंचाया। 

सॉफ्टवेयर विकास के लिए सूचना एवं प्रौद्योगिक कार्यदल का गठन किया, वहीं देश में विद्युतिकरण को गति प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय विद्युत नियामक आयोग का भी उन्होंने ही गठन किया था।

टेलीकॉम नीति से मोबाईल नेटवर्क को बढ़ाया देने का श्रेय भी उन्हें ही है। सर्व शिक्षा अभियान भी उन्हीं की देन है।

देशभर में जल के समान वितरण से प्रत्येक प्रदेश को जल आत्मनिर्भरता प्रदान करने के लिए नदी जोड़ो परियोजना भी उनकी ही देन थी जो अब साकार होने जा रही है।

उन्होंने सामरिक आत्मनिर्भरता को भी साकार किया और दुनिया भर के दबाव के बावजूद पोकरण में परमाणु परीक्षण कर भारत को परमाणु शक्ति सम्पन्न राष्ट्रों की श्रेणी में खड़ा कर दिया।

इसके बाद 2004 से 2014 तक मनमोहन सिंह की सरकार में आधारभूत ढांचे के विकास के लिए कोई विशेष कार्य नहीं करवाए गए बल्कि उनका 10 वर्ष का कार्यकाल विभिन्न घोटालों के लिए जाना जाता है। जिन्होंने देश को बहुत पीछे धकेलने का काम किया।

2004 में भारत का बजट 4.71 लाख करोड़ था और भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में 12 नम्बर पर थी जो 2014 में 2 ट्रिलियन डॉलर के साथ 10वें नम्बर पर आ गई थी और हमारा बजट बढ़कर15.59 लाख करोड़ हो गया।

लेकिन इसमें देखने योग्य बात यह है कि 2004 में बजट का 23 प्रतिशत यानि 1.09 लाख करोड़ केपिटल एक्सपेंडिचर था वो 2014 में घटकर 1.88 लाख करोड़ हो गया जो कुल बजट का मात्र 12 प्रतिशत ही था।

यानि अटल जी के समय इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जो राशि खर्च हो रही थी वो मनमोहन सिंह के कार्यकाल में आधी रह गई।

इसका नुकसान यह हुआ कि 2004 से 2014 तक 10 साल में 26 हजार किलोमीटर ही नेशनल हाईवे का निर्माण हो सका।

यूपीए सरकार की इन नीतियों के कारण देश के विकास की गति कम हुई।

मोदी सरकार के गठन के साथ ही अटल के काम को आगे बढ़ाने पर काम शुरू किया गया और 2014 से 2024 तक देश में एक्सप्रेस हाईवे की लम्बाई चार गुना अधिक होकर 95000 किलोमीटर हो गई।

इन 10 वर्षों में नेशनल हाईवे की लम्बाई 91 हजार से बढ़ाकर 1 लाख 45 हजार किलोमीटर पर पहुंच गई है।

इस अवधि में ग्रामीण सड़कों की लम्बाई 3.47 लाख किलोमीटर बढ़ी है।

इसके अलावा रेलवे में वंदे भारत सेमी हाईस्पीड ट्रेन चलाई जा रही है जिनकी संख्या 2030 तक 800 करने की योजना है।

इसके अलावा रेल लाईनों के विद्युतीकरण, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर पटरियों पर विकास को गति दे रहे हैं।

वहीं 2030 तक देश के 30 शहरों में मैट्रो चलाने जाने की योजना है।

मोदी सरकार के 10 साल में 74 एयरपोर्ट की संख्या बढ़कर 158 हो गई है। यानि हर क्षेत्र में ढांचे को ऐसा बनाया जा रहा है कि आवागमन, माल परिवहन, व्यापार तीव्र गति से हो सके।

इन 10 वर्षों में नेशनल हाईवे की लम्बाई 91 हजार से बढ़ाकर 1 लाख 46 हजार किलोमीटर पर पहुंच गई है।

इस अवधि में ग्रामीण सड़कों की लम्बाई 3.47 लाख किलोमीटर बढ़ी है।

इसके अलावा रेलवे में वंदे भारत सेमी हाईस्पीड ट्रेन चलाई जा रही है जिनकी संख्या 2030 तक 800 करने की योजना है।

इसके अलावा रेल लाईनों के विद्युतीकरण, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर पटरियों पर विकास को गति दे रहे हैं।

वहीं 2030 तक देश के 30 शहरों में मैट्रो चलाने जाने की योजना है।

मोदी सरकार के 10 साल में 74 एयरपोर्ट की संख्या बढ़कर 158 हो गई है। यानि हर क्षेत्र में ढांचे को ऐसा बनाया जा रहा है कि आवागमन, माल परिवहन, व्यापार तीव्र गति से हो सके।

न केवल आधारभूत ढांचा बल्कि चिकित्सा ढांचे में भी ऐतिहासिक प्रगति हुई है। इन 10 सालों में एम्स की संख्या 7 से बढ़कर 23 हो गई है।

इसके अलावा आम देशवासियों को चिकित्सा में आत्मनिर्भरता देने के लिए आयुष्मान भारत में लाख रूपए तक का निशुल्क इलाज है। 

हर घर जल, हर घर बिजली भी आत्मनिर्भरता का बड़ा आयाम है। इसके साथ ही इनके सबके लिए आवश्यक ऊर्जा उत्पादन पर भी बड़ी तेजी के साथ काम किया गया है।

2014 में विद्युत उत्पादन 1 हजार 30 बिलियन यूनिट का था जो 2023 में 1 हजार 620 बिलियन यूनिट तक पहुंच गया है और इसके 1 हजार 720 बिलियन यूनिट तक पहुंच जाएगा।

विशेष रूप से पर्यावरण संरक्षण का भी पूरा ध्यान रखते हुए 2030 तक 700 गीगावाट हरित ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।

आज दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट भारत में लग रहा है।

वर्तमान कार्यकाल में हमारी अर्थव्यवस्था 4 नम्बर पर आ चुकी है।

श्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद अटल जी के स्वप्न को पूरा करने का काम किया है और 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है।

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आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान

उन्होंने आत्मनिर्भर भारत बनाने में पार्टी के कार्यक्रमों पर विस्तार से प्रकाश डाला 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी निरन्तर देश में आत्मनिर्भरता की आवश्यकता को बढ़ावा दे रहे है। आत्मनिर्भरता को आहान देशभर में विभिन्न आयामों में गूंज रहा है. फिर चाहे वो भारतीय पर्यटन स्थलों के भ्रमण का मामला हो या स्वदेशी उत्पादों के लिए वोकल फॉर लोकल का आह्वान किया है। भारतीय जनता पार्टी आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के माध्यम से देश के हर नागरिक तक पहुंचेगी और स्वदेशी अपनाने का आहान करेगी।

इसके लिए दिनांक 25 सितम्बर 2025 को पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जयन्ती से प्रदेश में प्रारम्भ होकर  दिनांक 25 दिसम्बर श्रद्धेय अटल जी जयन्ती तक इस अभियान को जिले के प्रत्येक मंडल, ग्राम तक अभियान चलाएगी।

अभियान के पहले चरण के अन्तर्गत अक्टूबर माह में राजस्थान के सभी जिलों में तथा दूसरे चरण में नवम्बर, दिसम्बर में सभी मंडलों में जागरूकता व सम्पर्क अभियान चलाएगी। इसमें संबंधित सामाजिक एव व्यावसायिक संगठनों तथा हितधारकों के साथ सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। इस दौरान व्यापारी मेला, नुक्कड नाटक, सम्मेलन, उधोग सम्मेलन, प्रभात फेरी, किसान मार्च, मशाल यात्रा, स्वदेशी आदि कार्यक्रम आयोजित किय जाएंगे। इसमें भारतीय उत्पादों के उपयोग बढ़ावा देने पर जोर दिया जाएगा। हम सभी स्वदेशी अपनाये, विदेशी उत्पादों से दूरी बनाएं। इस अभियान को हमें घर की रसोई से शुरू करना चाहिए, रसोई के उत्पादों में भारत निर्मित स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देना चाहिए।

इस अभियान में युवा एवं महिला संगठनों, सभी व्यावसायिक संस्थानों, लघु ऑधौगिक इकाईयों व स्वैच्छिक संगठनों की भागीदारी ली जायेगी।

अभियान में स्वदेशी व पर्यावरण अनुकूल वस्तुओं का ही प्रयोग किया जायेगा।

सम्मेलन स्थल पर स्थानीय उत्पादों की लघु प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी।

विधालय व महाविधालय के छात्र-छात्राओं से "मै स्वदेशी अपनाउगा" संकल्प लिखवा कर आत्मनिर्भी भारत संकल्प सिग्रेचर वाल" पर हस्ताक्षर करवाये जाएंगे।

व्यापारी प्रकोष्ठ और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से स्वदेशी मेले आयोजित किए जाएंगे, जिस अधिक से अधिक व्यापारी व उधमियों के स्वदेशी उत्पाद की बिक्री की जाए।

स्वदेशी मेलों में स्थानीय लोक कलाकारों और प्रभावशाली व्यक्तियों को भी आमंत्रित किया जाएगा।

स्थानीय शिल्पकार और आर्टिसन के कार्यस्थल पर जाकर, उनकी कलाकारी और स्वदेशी उत्पाद पार्टी द्वारा प्रचार-प्रसार किया जायेगा।

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा एवं स्वनिधि योजना के लाभार्थियों को रोजगार मेले में स्टॉल लगवाकर प्रो किया जायेगा।

जनभागीदारी से " Local For Vodal" का सामूहिक संकल्प करवाकर जागरूकता और भागीन जायेगी।

इसके अंतर्गत चित्रकला प्रतियोगिता, रंगोली, वॉल पेंटिंग आदि प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी

राज्य स्तर पर सभी जिलों में " One District One Product (ODOP) " उत्पादों की प्रदर्शनी का जायेगी।

इसी के अंतर्गत SHG उत्पाद प्रतियोगिता, कुटीर उद्योग और SHG के लिए पैकिंग और Branding ट्रेनिंग भी दी जायेगी।

सभी कार्यक्रम में " आत्मनिर्भर भारत Selfie Point" भी बनाए जायेंगे।

सभी कार्यक्रम Social Medai पर # Ghar Ghar Swadeshi, # AtmanirbharBharat, # Voca के साथ पोस्ट की जायेगी।

दीपावली आ रही है, सो आप सभी से आग्रह है कि अपने स्थानीय कारीगरों ओर शिल्पकारों उत्पाद व वस्त्र ही खरीदे। दीपावली पर स्वदेश निर्मित मिट्टी के दीयों का ही अधिकाधिक प्रयोग करें।
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पत्रकारवार्ता में मंचस्थ रहे विधानसभा सभापति एवं विधायक संदीप शर्मा मुख्यवक्ता, शहर जिला अध्यक्ष राकेश जैन स्वागतकर्ता, वरिष्ठ भाजपा नेता पंकज मेहता, पंडित गोविन्द शर्मा एवं भाजपा मीडिया संपर्क विभाग प्रदेश सहसंयोजक अरविन्द सिसोदिया संचालनकर्ता नें आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के संकल्पपत्र का विमोचन किया....

संकल्प पत्र का विमोचन किया 

मैं
भारत माता की सेवा और सम्मान के लिए यह संकल्प लेता/लेती हूँ कि-

1- अपने दैनिक जीवन में अधिकतम भारतीय उत्पादों का उपयोग करूंगा/करूँगी और आयातित वस्तुओं की जगह देसी विकल्प अपनाऊँगा /अपनाऊँगी।

2- घर, काम और समाज में भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता दूँगा / दूँगी और गाँव, किसान तथा कारीगरों का समर्थन कर स्थानीय उद्योग को बढ़ावा दूंगा/दूँगी।

3- युवाओं और बच्चों को स्वदेशी अपनाने के लिए प्रेरित कर, नई पीढ़ी तक इसका महत्व पहुँचाऊंगा/पहुँचाऊंगी।

4- पारिवारिक और सामाजिक जीवन में भारतीय भाषाओं का प्रयोग करूंगा/करूँगी।

5- पर्यावरण के प्रति सजग रहकर स्वदेशी और प्रकृति-अनुकूल

नाम संकल्पकर्ता 
पता / मोबाईल 

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 भाजपा शहर जिला अध्यक्ष राकेश जैन नें विस्तार से बताया कि :- 
आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान 25 सितंबर, 2025 से प्रारंभ हो चुका है और 25 दिसंबर, 2025 तक़ चलेगा। इस दौरान भाजपा शहर जिला कोटा प्रधानमंत्री मोदी जी के आव्हान कि " जिस वस्तु को बनाने में भारतवासी का श्रम लगाहो उसे खरीदें, उसका उपयोग करें " के प्रचार प्रसार पर पूरी ताकत से काम करेगी।

देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी निरंतर आत्मनिर्भरता की आवश्यकता पर बल देते हैं। उनका आत्मनिर्भरता का आहवान देशभर में विभिन्न आयामों में गूंज रहा है। माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा भारतीय विवाह स्थलों को लोकप्रिय बनाने का प्रयास, भारतीय पर्यटन स्थानों को प्रषण एवं Go Vocal for Local का आहवान पूरे देश में प्रतिध्यनित हो रहा है। नीति और आर्थिक क्षेत्र में आत्मनिर्भरता एक प्रमुख चर्चा का विषय रहा है।

भाजपा के माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्‌डा जी के निर्देशानुसार यह निर्णय लिया गया है कि आत्मनिर्भरता का यह संदेश 'आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान' के माध्यम से देश के हर नागरिक तक पहुँचाया जाए और उन्हें स्वदेशी उत्पादों के उपयोग तथा स्वदेशी जीवन मूल्यों को अपनाने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया जाए।

पार्टी ने इस अभिमान हेतु जो दिशानिर्देश तय किये वे इस प्रकार से हैँ :- 

1. यह अभियान 25 सितम्बर 2025 (पं. दीनदयाल उपाध्याय जयंती) से प्रारंभ होकर 25 दिसम्बर, 2025 ( भारत रत्न श्रद्धेय अटल जी की जयंती) एक चलेगा।

2. इसमें विभिन्न सरकारी विभागों स्थानीय निकायों उद्योग एवं व्यापार संगठनों, व्यावसायिक एवं सामाजिक संगठनों, धार्मिक एवं सांस्कृतिक नेताओं युवा एवं महिला संगठनों, सेलिब्रिटी एवं इन्पलुसर्स को बड़े पैमाने पर, अभियान जन जन तक़ पहुंचाने हेतु सम्मिलित किया जायेगा ।

3. 'आत्मनिर्भर भारत संकल्प सम्मेलन का आयोजन पहले चरण (अक्टूबर 2025) में सभी जिलों में तथा दूसरे चरण (नवंबर-दिसंबर 2025) में सभी मंडलों में करना है। इसमें संबंधित सामाजिक एवं व्यावसायिक संगठनों तथा हितधारको जैसे स्थानीय शिल्पकारी और कारीगरों की सक्रिय सहभागिता के साथ आयोजन होंगे।

आत्मनिर्भर भारत संकल्प व्यापारी सम्मेलन/ उद्योग सम्मेलन/ प्रभात फेरी/ मशाल यात्रा-मुक्कड़ नाटक-मेला किसान मार्च आदि भी आयोजित होंगे ।

* संत सम्मेलन्, महिला सूक्ष्म उद्यमी सम्मेलन, MSME उद्योगपति सम्मेलन तथा कॉलेज आउटरीच जैसे कार्यक्रम, मोर्यों एवं प्रकोष्ठों को सक्रिय कर तथा समान विचारधारा वाले संगठनों के सहयोग से आयोजित होंगे ।

6. देश के प्रत्येक जिले में 15-20 दिन की 'आत्मनिर्भर भारत संकल्प रथ यात्रा भी निकाली जायेगी ।

7. कॉलेजों में 'आत्मनिर्भर भारत संकल्प सेमिनार तथा स्कूलों में आत्मनिर्भरता विषय पर निबंध कविता और चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाना है ।

8.त्योहारों को ध्यान में रखते हुए, हमें उत्सवों के दौरान स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देना होगा। दुर्गा पूजा एवं गरबा महोत्सव के दौरान पूजा समितियों के साथ समन्वय कर पूजा पंडालों में आत्भनिर्भर भारत थीम सुनिश्चित की जा सकती है। इसमें आत्मनिर्भरता संदेश वाले बैनर व स्टैंडी का उपयोग तथा पूजा पंडालों के समीप स्वदेशी उत्पादों के स्टॉल लगाना शामिल हो यह भी करना है।

9. दीपावली पर्व के समय लोगों को स्वदेशी उत्पाद खरीदने एवं दुकानदारों को स्वदेशी उत्पाद बेचने के लिए प्रोत्साहित करना होगा। विदेशी लाइटिंग उत्पादों की जगह दीयों के उपयोग को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देना होगा। इस पहल में स्थानीय इन्फ्लुएंसर्स को भी जोड़ा जाना चाहिए।

10. "आत्मनिर्भर भारत हेतु संकल्प यो लोगो वितरित करना / प्रमुखता से प्रदर्शित करना / प्रोत्साहित किये जायेंगे।

11. जहाँ भी भाजपा एवं एनडीए की निर्वाचित सरकार और स्थानीय निकाय है. यहाँ प्रशासन को खरीद तथा कार्यप्रणाली में स्वदेशी मंत्र अपनाने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए।

12. पार्टी पदाधिकारियों एवं निर्वाचित प्रतिनिधियों को 'आत्मनिर्भर भारत हेतु संकल्पः बैज (badge) लगाने, अपने वाहनों पर स्टिकर लगाने, लेटरहेड पर प्रतीक चिन्ह, प्रोफाइल फोटो, निमंत्रण पत्रों में आत्मनिर्भर भारत संदेश शामिल करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

13. आत्मनिर्भरता एवं स्वदेशी उत्पादों पर उपलब्ध साहित्य का बड़े पैमाने पर वितरण किया जाना चाहिए।

14. 'आत्मनिर्भर भारत हेतु संकल्प टैगलाइन के साथ हस्ताक्षर अभियान सोशल मीडिया पर चलाया जाना चाहिए, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के लोगों की भागीदारी सुनिश्चित हो। सोशल मीडिया पोस्ट्स में #Sankalp4Atmanirbhar Bharat हैशटैग का प्रयोग किया जाना चाहिए।

15 रानी कार्यक्रमों के लिए उपयुक्त मीडिया एवं सोशल मीडिया कवरेज सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

16. सभी स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन करना होगा। भाषण बिंदु साहित्य प्रिंटिंग, स्टिकर प्रिंटिंग आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी।







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