कांग्रेस सत्याग्रह : क्या सत्य की हत्या का आग्रह Congress Satyagraha
कांग्रेस सत्याग्रह : क्या सत्य की हत्या का आग्रह
Congress Satyagraha: Is there an urge to kill the truth?
नेशनल हेराल्ड मामले में आर्थिक घोटाले के आरोपियों में से प्रमुख कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया जी एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल जी जमानत पर हैं और जांच भी न्यायालय के निर्देश पर हो रही है । यह मामला वर्षों पूर्व का है । इस मामले में केंद्र सरकार या प्रधानमंत्री मोदी जी का कोई सीधा इन्वोलमेंट नहीं है । मामला भी सोनिया जी के पुरानें साथी सुब्रमण्यम स्वामी ने उजागर किया व न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया ।
कांग्रेस तब से हंगामा कर रही है जब से राहुल जी से पूछताछ शिरू हुई , जबकि इसी मामले में अन्य कांग्रेसियों से भी पूछताछ हुई तब कांग्रेस खामोश थी । अब सोनिया जी से पूछताछ हो रही है तो सत्याग्रह के नाम से सत्य तक नहीं पहुंचने का दवाब बनाया जा रहा है। अर्थात कांग्रेस का सत्याग्रह , क्या सत्य की हत्या का आग्रह है।
ई डी क्या जो भी इस प्रकरण की पूंछ भी जानता है , वह मानता है कि संपत्ति हड़पनें का खेल हुआ है । यदि अपराध हुआ है तो गिरफ्तारी भी होगी । पूरा खेल गिरफ्तारी से बचा कर मामला रफादफा करनें का दवाब है । जिसे सत्याग्रह कहा जा रहा है ।
कांग्रेस नें लोकसभा में, राज्यसभा कामकाज नहीं होनें दे रहे , इस विषय पर चर्चा भी नहीं कर रहे , क्यों कि चर्चा होगी तो बातें रिकार्ड पर आएंगी , इसलिये सड़कों पर उग्र प्रदर्शन किए जा रहे हैं ।
कुल मिला कर कांग्रेस इस पूछताछ से राजनीतिक फायदा उठाने के उद्देश्यों से पूरी ताकत झोंके हुए हैं । वर्ष 2023 और 2024 में यदि कांग्रेस को अपनी प्रतिद्वंदी आप पार्टी को चुनावों में रोकना है तो उसे सक्रिय होना ही होगा ।
क्यों कि आप पार्टी नें कांग्रेस से पहले दिल्ली छीनी , फिर पंजाब छीना अब वह पूरे भारत से कांग्रेस को हटाकर उसकी जगह लेना चाहते हैं । कांग्रेस की समस्या भाजपा से ज्यादा अब आप पार्टी हो गई है । भाजपा से तो कांग्रेस को यही नुकसान था कि वह उसे कुछ चुनाव विपक्ष में रजः देगी । मगर आप पार्टी उसे हमेशा के लिए समाप्त कर देगी । इसी कारण कांग्रेस ने सत्याग्रह में पूरी ताकत झोंकी हुई है ।
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